भूकंप के दहशत पर आस्था रही भारी: पतियों की लंबी आयु के लिए बट सावित्री पूजा

 |प्रेरणा किरण|17 मई 2015|
पति की लंबी आयु के लिए दो दिनों तक चलने वाला वट सावित्री व्रत आज जिले भर में वटवृक्ष की पूजा के साथ संपन्न हुआ.
हालांकि कल शाम में आए आए भूकंप के झटके से महिलाओं में कुछ दहशत का माहौल बन गया था दहशत पर आस्था की जीत हुई और विवाहिता महिलाओं ने आज श्रद्धापूर्वक वट सावित्री पर्व मनाया और वट वृक्ष की पूजा करते हुए अपने पति की लंबी आयु की कामना की. अधिकाँश जगहों पर जहाँ महिलाओं ने जहाँ आसपास बरगद के पेड़ों के पास पूजा की वहीँ कई जगह नव-विवाहिताओं ने घर के आंगन में ही बट वृक्ष की टहनी बिठाकर धार्मिक रीति-रिवाज से दो दिनों तक पूजा की.

क्यों मनाया जाता है बट सावित्री पर्व?: पंडितों के मुताबिक धार्मिक पुस्तकों में लिखा है कि राजा अश्वपति की एक मात्र पुत्री सावित्री ने अपने पति को यमलोक जाने से रोका और अपनी तपस्या और सतीत्व के बल पर यमराज को उसे वरदान करने के लिए विवश कर दिया. यमराज ने सावित्री को पुत्र का वरदान सत्यवान वापस जिन्दा कर दिया. उसी समय से भारतीय महिला अपने पति के दीर्घायु होने की कामना को लेकर सावित्री का व्रत रखती है.
भूकंप के दहशत पर आस्था रही भारी: पतियों की लंबी आयु के लिए बट सावित्री पूजा भूकंप के दहशत पर आस्था रही भारी: पतियों की लंबी आयु के लिए बट सावित्री पूजा Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 17, 2015 Rating: 5

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