हाय रे, आलमनगर के मध्यान्ह भोजन साधनसेवी: जब्ती सूची बनाने के लिए भंडार घर का ताला तोड़कर निकला चावल !

ये घोटाले की आदत भी बड़ी अजीब चीज है. कुछ भी करेंगे पर अपनी आदत नहीं छोड़ेंगे.
      आलमनगर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय परैल का ताजा मामला काफी मजेदार है. विद्यालय में रसोइया एवं प्रधान शिक्षक पर मध्यान्ह भोजन चोरी का आरोप लगाते हर साधन सेवी ने आलमनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है. दर्ज कराई साधनसेवी त्रिपुरारी रजक द्वारा दर्ज कराई प्राथमिकी में कहा गया कि विगत दस दिसंबर को विद्यालय के रसोइया कारे मुखिया को विद्यालय का एक बोरा चावल चोरी कर ले जाते समय पकड़ा गया. पंजी के अवलोकन से पता चला कि 1775 किलो की जगह भंडार में 2250 किलो चावल था. स्पष्ट है कि प्रधान शिक्षक सुबोध कुमार और रसोइया कारे मुखिया की मिली भगत से चावल बेचा जा रहा था. उक्त आलोक में जिला पदाधिकारी के मौखिक आदेश और जिला मध्यान्ह भोजन प्रभारी के आदेशानुसार प्राथमिकी दर्ज की जाय.

क्या था पूरा मामला?: मिली जानकारी के अनुसार गत 9 दिसंबर को रसोइया एवं ग्रामीणों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई और बस क्या था फिर रसोइया को फंसाने की तैयारी शुरू हो गई. ग्रामीणों ने साधनसेवी को लेकर थाना में प्राथमिकी दर्ज करानी चाही, परन्तु साक्ष्य के बिना थाना ने प्राथमिकी दर्ज करने में ना-नुकुर किया तो कहा जाता है कि कुछ ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी और जिला मध्यान्ह भोजन प्रभारी को सूचना दी और फिर थाना पहुंचे. पर जब थाना ने पकड़ाए गए चावल दिखाने कीई बात की तो अब देखिये साधन सेवी की दबंगई. आरोप है कि प्रधान शिक्षक की अनुपस्थिति में साधन सेवी त्रिपुरारी रजक ने स्कूल के भंडार घर का ताला तोड़ दिया और एक बोरा चावल निकाल कर जब्ती सूची में दिखा दिया. यानि यहाँ कहावत चरितार्थ हुई, जिसकी लाठी, उसकी भैंस.
      ऐसे में दर्ज मुक़दमे में अनुसंधानकर्ता की जिम्मेवारी बनती है कि वो अनुसंधान में सच को सामने लाये.
हाय रे, आलमनगर के मध्यान्ह भोजन साधनसेवी: जब्ती सूची बनाने के लिए भंडार घर का ताला तोड़कर निकला चावल ! हाय रे, आलमनगर के मध्यान्ह भोजन साधनसेवी: जब्ती सूची बनाने के लिए भंडार घर का ताला तोड़कर निकला चावल ! Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 17, 2014 Rating: 5

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