दो दिन से गढडे में फंसे जीने की आस छोड चुके एक भैंसे
की जान मधेपुरा टाइम्स के प्रयास से बच गई. मधेपुरा जिले के बिहारीगंज-उदाकिशुनगंज
फोर लेन मुख्य मार्ग पर 20 फिट गहरे गड्ढे में दो दिन से फंसे कराह रहे भैंसे की जान
आखिर बच गई.
दरअसल
यह भैंसा गैंमन इंडिया कंम्पनी द्धारा पक्की सडक पर पुल निर्माण के लिए खोदे गये खतरनाक
गड्ढे में अचानक ही दो दिन पहले गिर गया. पहले तो स्थानीय लोगों ने इसे निकालने का
भरपूर प्रयास किया. लेकिन गड्ढा इतना गहरा था कि लोगों का प्रयास असफल रहा.
ग्रामीण बताते हैं कि इसके बाद प्रखंड के अधिकारी को इसकी सूचना दी गई लेकिन किसी ने
सुध नही ली और संवेदहीन होकर वहां बगल से अधिकारी और हजारों लोग इस भैंसे को कराहते
देख आते जाते रहे.
कह सकते हैं कि इस भैंसे की
किस्मत अच्छी थी कि एक सामाजिक कार्यकर्ता संजय सिंह में मधेपुरा टाइम्स को फोन कर
बताया कि यदि कुछ घंटे इस पशु को न निकाला गया तो इसकी मौत निश्चित है. सूचना
मिलते ही मधेपुरा टाइम्स के प्रधान संपादक रूद्र नारायण यादव घटना स्थल पर पहुँच
गए और इसकी सूचना उदाकिशुनगंज के एसडीओ को दी. मधेपुरा टाइम्स के फोन पर अधिकारी
हरकत में आये और महज आधे घंटे में वहाँ बिहारीगंज के बीडीओ पहुँच गए और फोन पर एसडीओ
को घटना की पुष्टि की गई. और फिर तो देखते ही देखते प्रशासन ने जेसीबी मशीन
मंगवाकर गड्ढे की मिट्टी बगल से खुदवाकर भैंसा को ग्रामीणों की मदद से बाहर
निकाला.
लोगों ने मधेपुरा टाइम्स को
धन्यवाद कहा, पर हम पाठकों को बता दें ऐसे दर्जनों मौके आये हैं जब हमने
रिपोर्टिंग छोड़कर कई घायलों को अस्पताल पहुँचाया है. और ऐसे सभी मौकों पर अधिकतर
लोग दर्शक की भूमिका ही निभाते रहे हैं. पर हमें फ़िक्र है आपकी.
दो दिनों से गड्ढे में फंसे भैंसे की जान बची मधेपुरा टाइम्स की पहल पर
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 09, 2014
Rating:
Hatts off sir.... Mujhe pata hai mere Rakesh sir dil samaj sewa karte hain reporting to unka ek sewa ka jariya hai. is bat ne madhepura ka aur dil jit liya ki aap reporting chhod kar kabhi kabhi sewa men lag jate hain... jo bhi ho mere din ki shuruat to Madhepratimes se hoti hai....aur mere din ki shurua subhah ke 7:30 se hoti hai.
ReplyDeleteRakesh Ranjan. from Ganesh Sthan beside bharat gas godown, Pawan Kutir.
Hatts off sir.... Mujhe pata hai mere Rakesh sir dil samaj sewa karte hain reporting to unka ek sewa ka jariya hai. is bat ne madhepura ka aur dil jit liya ki aap reporting chhod kar kabhi kabhi sewa men lag jate hain... jo bhi ho mere din ki shuruat to Madhepratimes se hoti hai....aur mere din ki shurua subhah ke 7:30 se hoti hai.
ReplyDeleteRakesh Ranjan. from Ganesh Sthan beside bharat gas godown, Pawan Kutir.