अजूबा बच्चा: दो सिर, चार हाथ, चार पैर, देखने वालों की उमड़ी भीड़

|मुरारी कुमार सिंह/रिपु कुमारी|09 जनवरी 2014|
सदर अस्पताल मधेपुरा में आज सुबह से ही एक अजूबे बच्चे को देखने के लिए लोगों का तांता लगा रहा. बच्चे को दो सिर, चार पैर और चार हाथ थे.
      मिली जानकारी के मुताबिक़ सुपौल जिले के डोकहा के सुभाष कुमार यादव की पत्नी गनिता देवी को उसके मायके भर्राही बाजार से प्रसव पीड़ा के बाद रात में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सुबह 04.35 में जब गनिता ने बच्चे को जन्म दिया तो चिकित्सकों ने देखा कि बच्चे को दो सिर, चार पैर और चार हाथ थे, जबकि दो शरीर आपस में बुरी तरह जुड़े हुए थे. बच्चा थोड़ी देर ही जिन्दा रह सका.
      चिकित्सकों के मुताबिक़ ये एक विकृत बच्चा था. डा० महाश्वेता के अनुसार गर्भावस्था में ही जच्चे को जांच कराने के लिए चिकित्सकों से परामर्श लेना चाहिए था. गनिता का यह पहला बच्चा था.
      चिकित्सक जहाँ इसे जन्म सम्बन्धी विकृति बता रहे थे वहीँ आसपास खडीं कई अंधविश्वासी महिलाएं इसे भगवान का रूप मानकर हाथ जोड़कर प्रणाम करती दिख रही थी.
अजूबा बच्चा: दो सिर, चार हाथ, चार पैर, देखने वालों की उमड़ी भीड़ अजूबा बच्चा: दो सिर, चार हाथ, चार पैर, देखने वालों की उमड़ी भीड़ Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 09, 2014 Rating: 5

1 comment:

  1. There is a heights of superstitious. When today India is sending its own GSLV by its own made fuel. People of our country still have so much disbelieves. These babies are a kind of Siamese twins(Conjoint). One of the type which is called Thoracopagus. It occurs due to incomplete division of Zygote( the product formed by ovum and sperm) inside mothers womb. In other term incomplete formation of twin.

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