चौसा प्रखंड मुख्यालय में रविवार को कई प्रखंड की
सेविकाओं और सहायिकाओं के बैठक में राज्य भर की आंगनबाड़ी सेविकाओं के साथ सरकार
द्वारा किये जा रहे भेदभाव के मुद्दे को जम कर उठाया गया. मौके पर पहुंचे आंगनबाड़ी
सेविका संघ के प्रदेश महासचिव कुमार बिंदेश्वर सिंह ने सेविकाओं की एक-एक समस्याओं
को उठाया और सरकार से सख्ती से मांग की कि उनकी मांगे अविलम्ब मान ली जाए अन्यथा
आगामी 20 और 21 फरवरी को सेविकाओं की राज्यव्यापी हड़ताल सरकार को महंगा पड़ सकता
है. इस अवसर पर उन्होंने राज्य के कल्याण मंत्री प्रवीण अमानुल्लाह को भी जम कर
कोसा.
सेविकाओं
की समस्याओं को उठाते हुए श्री सिंह ने कहा कि सुशासन की इस सरकार में सेविकाओं और
सहायिकाओं को सबसे ज्यादा परेशान किया जाता है. विभाग इनके चयन को रद्द करना बंद
करे और बर्खास्तगी वापस लिया जाय. सेविकाओं और सहायिकाओं को जांच और ग्रेडिंग के
नाम पर तंग-तबाह करना बंद करे सरकार. उन्होंने सरकार से मांग की कि गोवा सरकार की
भांति बिहार सरकार भी अतिरिक्त मानदेय के रूप में सेविकाओं को 4200 रूपये और
सहायिकाओं को 2100 रूपये दिए जाएँ. मिलने वाली पोषाहार की राशि बाजार मूल्य के
मुताबिक़ हो और आंगनबाड़ी केन्द्रों का किराया बढ़ाया जाय. इन्हें सरकारी कर्मी का भी
दर्जा मिलना चाहिए और सेविकाओं को क्लास III तथा
सहायिकाओं को क्लास IV में समायोजित कर दिया
जाय.
सेविकाओं
और सहायिकाओं की मांगों को बढाते हुए प्रदेश महासचिव ने कहा कि इन्हें भी सेवा
निवृत्ति, पेंशन, ग्रेच्युटी, और प्रोविडेंट फंड सहित सभी सामजिक सुरक्षा प्रदान
की जाय. स्वास्थ्य चिकित्सा सुविधा एवं राष्ट्र स्वास्थ्य बीमा सुविधा उपलब्ध
कराते हुए इन्हें राज्य सरकार के अंतर्गत कार्यरत महिला कर्मियों के समान ही विशेष
अवकाश दिया जाय. मांगों को आगे बढ़ाते हुए कहा गया कि सेवा काल में मृत्यु होने पर योग्यतानुसार
उसके आश्रितों को नौकरी मिलनी चाहिए. इसके अलावे तमाम आंगनबाड़ी केन्द्रों के भवन
का निर्माण करते हुए उसमे आधारभूत सुविधा मुहैया कराई जाय और साथ ही प्रत्येक गाँव
मोहल्ले और कस्बों में केन्द्र खोला जाय. आईसीडीएस के निजीकरण के मुद्दे पर शंका
जाहिर करते हुए कुमार बिंदेश्वर सिंह ने सैंकड़ों की संख्यां में उपस्थित सेविकाओं
और सहायिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आईसीडीएस का किसी तरह का निजीकरण नहीं
किया जाय और न ही इसे गैर सरकारी संगठनों या स्वयं सहायता समूह को सौंपने की ही
कोई साजिश की जाय अन्यथा हमारा आंदोलन उग्र हो जायेगा.
सभा में
उदाकिशुनगंज, चौसा, बिहारीगंज, आलमनगर, पुरैनी आदि से बड़ी मात्रा में सेविकाओं और
सहायिकाओं ने भाग लिया.
सेविकाओं को अपमानित करना बंद करे सरकार: प्रदेश महासचिव
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 18, 2013
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