रूद्र ना० यादव/१० सितम्बर २०११
जिला मुख्यालय स्थित स्टेट बैंक रोड के मांस बाजार में खुले आम रोज ही कई बकरे काटे जाते हैं.प्रशासन की मेहरबानी से खुले आम यहाँ पशु क्रूरता अधिनियम का उल्लंघन किया जाता है.यहाँ पशुओं की गला रेत कर की जाने वाली हत्याओं से लोगों खासकर बच्चों के मन पर गहरा विपरीत प्रभाव पड़ता है.नियम की चर्चा करते हुए व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता अनिल कुमार वर्मा कहते हैं कि बूचड़खानों को रिहायशी इलाके में न रखने के क़ानून बनाये गए हैं,पर मधेपुरा के प्रशासन को शायद इन नियमों से कोई लेना देना नहीं है.इस बाबत मधेपुरा न्यायालय में एक मुकदमा भी दर्ज कराया गया था.
कुल मिलाकर स्थिति यह है कि इस अति व्यस्त सड़क से गुजरते समय यहाँ की बदबू से लोगों को नाक बंद करके गुजरना पड़ता है.आसपास काफी दूर तक दुर्गन्ध व्याप्त है और प्रशासन ने शीघ्र इसे मुहल्ले से थोड़ी दूर किसी जगह स्थानांतरित नहीं किया तो आसपास महामारी फैलने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता.
रिहायशी मुहल्ले में खुले आम काटे जाते हैं बकरे
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 10, 2011
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