सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुरलीगंज में आज आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी नौ सूत्री मांगों को लेकर को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
आशा कार्यकर्ताओं ने चट्टानी एकता दिखाते हुए मांगे माने जाने तक आंदोलन जारी रखने का संकल्प लिया. आशा कार्यकर्ताओं ने सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. आज उन लोगों ने अपना विरोध प्रदर्शन करने का एक नया तरीका ढूंढा जिसमें हाथों पर मेहंदी के जरिये मोदी मुर्दाबाद नीतीश तेजस्वी सरकार हमारी मांगे माननी होगी ₹10 हजार कम से कम मानदेय देना स्वीकार करना होगा.
सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
लेकिन ये सरकार हमलोगों के श्रम का शोषण कर रही है. सरकार ने जो नियत मजदूरी प्रति दिन तय की थी वही मजदूरी हमलोगों को मिले ताकि हमलोग अपने बच्चे को पढ़ा-लिखा सके. हमलोगों को पारितोषिक नहीं चाहिए. हमलोग सब महिलाएं घर से निकले हैं, सामाजिक कार्य करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता है. अगर हमलोग सामाजिक कार्यकर्ता है तो नीतीश, मोदी भी सामाजिक कार्यकर्ता है. उनको भी पारितोषिक पर रहना चाहिए.
ज्योति कुमारी ने कहा कि हमें रोटी की व्यवस्था नहीं है हमें मानदेय चाहिए. सभी आशा बहनों को मानदेय चाहिए. अगर हमलोगों को मानदेय नहीं मिलेगा तो सरकार को 2024 में गद्दी से उतारकर छोड़ेंगे, अन्यथा हमारी मांगों को पूरी करें.
9 सूत्री मांगों में 1 मार्च आशा कार्यकर्ता आशा फैसिलिटेटर को राज्य निधि से ₹1000 मासिक संबंधित सरकारी संकल्प में अंकित पारितोषिक शब्द को बदलकर नियत मासिक मानदेय किया जाए इसे बढ़ाकर ₹10000 किया जाए. दूसरी मांग वित्तीय वर्ष 1920 अप्रैल 19 नवंबर 20 तक का मासिक ₹1000 बकाया राशि का भुगतान जल्द से जल्द किया जाए. तीसरी मांग अश्विन पोर्टल से भुगतान शुरू होने के पूर्व का सभी बकाया राशि का भुगतान किया जाए. चौथी मांग आशा फैसिलिटेटर को देव प्रोत्साहन मासिक पारितोषिक राशि का अद्यतन भुगतान सहित इसमें एकरूपता और पारदर्शिता लाई जाए. पांचवी मांग आशाओं को दी के आने वाली साड़ी के साथ ब्लाउज पेटीकोट तथा उन्हें कोट की व्यवस्था की जाए. छठी मांग आशा कार्यकर्ता आशा फैसिलिटेटर को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए. सातवीं मांग कोरोना के कारण अमृत आशाओं एवं फैसिलिटी को राज्य योजना का 4 लाख एवं केंद्रीय बीमा योजना का 50 लाख भुगतान किया जाए. आठवीं मांग आशा कार्यकर्ता आशा फैसिलिटेटर को सामाजिक सुरक्षा योजना पेंशन योजना का लाभ दिया जाए. अहीं नवीं मांग जनवरी 2019 के समझौते के अनुरूप मुकदमों की वापसी सहित अन्य अ-क्रियान्वित बिंदुओं को शीघ्र लागू किया जाए.
धरना कार्यक्रम में सैकड़ो की संख्या में आशा कार्यकर्ता मौजूद थे. अध्यक्ष शशि देवी, सचिव रिंकू देवी, कोषाध्यक्ष फुल कुमारी, ललिता देवी, शीला कुमारी, आरती देवी, कंचन कुमारी, शबनम देवी, अनीता वर्मा, मीरा देवी, रीता कुमारी, सिटी कुमारी, ललिता कुमारी, आशा देवी, आकृति कुमारी, रीमा कुमारी, कामिनी कुमारी, पूनम सिन्हा, संजू कुमारी आदि मौजूद थीं.
![हाथों पर मेहंदी से लिख डाला मोदी सरकार मुर्दाबाद, नीतीश तेजस्वी हमारी मांगे माननी होगी](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjrztdVjBWkJVyZ9H3p2RKcI_Ab3zVKJtCwZSyM-ir0T4HKYM_Mj86fFXr_l3tekvuc_Mk8qwWb9BRqdnR9U0x-iYnVqaDZ38ILbLd8b39N4aSmEEUgRsyS5Gy3q5HN6nMs8hd3djnmx6qTtuf3NVxX53-KAXMLonl07lhoG_EB-btpajdGYRodi1zmgGk/s72-c/WhatsApp%20Image%202023-08-10%20at%207.21.51%20PM.jpeg)
No comments: