'हमारा आस्तित्व पर्यावरण पर अवलंबित ': सृजन दर्पण ने किया पौधरोपण

पर्यावरण के अध्ययन, अवलोकन से प्रकृति की कई रहस्यमयी परतें खुली. ज्ञान की विभिन्न शाखाएँ बनी. नई पीढ़ी में विधिवत् ज्ञान प्रसार हो, इसके लिए विभिन्न शैक्षणिक संस्थाएँ बनी. विद्वतजनों ने महसूस किया कि वर्तमान समय में हमारे आस्तित्व का आधार पर्यावरण विकास की अंधी दौड़ में काफी प्रदूषित हो गया. अधिक से अधिक पेड़-पौधों की संख्या विभिन्न प्रकार के प्रदूषण को दूर करने का एक बेहतरीन विकल्प है. इस हेतु वैश्विक सम्मेलनों में वृक्षारोपण पर जोर दिया जाता है. 


इन्हीं को ध्यान में रखते हुए सामाजिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संस्था सृजन दर्पण के द्वारा बीएनएमयू के ऊर्जावान कुलपति माननीय प्रोफेसर डॉ. आर.के.पी. रमण के कार्यकाल के एक वर्ष पूरे होने के अवसर पर विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पौधरोपण एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. संस्था के संस्थापक सचिव विकास कुमार ने बताया कि मधेपुरा में टीपी कॉलेजिएट हाई स्कूल, केशव कन्या हाई स्कूल, एसएनपीएम हाई स्कूल एवं रासबिहारी हाई स्कूल मधेपुरा में पौधरोपण किया गया. छात्रों के बीच, पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता, विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई.
मौके पर पूर्व प्रतिकुलपति प्रोफेसर डॉ. के.के मंडल ने कहा कि पर्यावरण शुद्धता न सिर्फ मानव जाति के लिए बल्कि समस्त जंतु जगत के लिए जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस तान-बाने को समझने के लिए शिक्षा बेहद जरूरी है. विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार चौधरी ने कहा कि अपने आस्तित्व की रक्षा के लिए लोगों को जागरूक होना चाहिए. हमारा आस्तित्व पर्यावरण पर अवलंबित है. इसलिए हमें वृक्षो की संख्या बढ़ाकर इसे बचाना चाहिए.
पीएस कॉलेज के संगीत विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर रीता कुमारी ने कहा कि माननीय कुलपति ने विश्वविद्यालय का कुशल नेतृत्व करते हुए अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा किया. इस अवसर पर सृजन दर्पण द्वारा पौधारोपण एवं संगोष्ठी का आयोजन शिक्षा और पर्यावरण के समन्वय का एक सराहनीय कदम है. वहीं बीएनमुस्टा के महासचिव डॉ. नरेश कुमार ने कहा कि पेड़ और पर्यावरण का संबंध इतना घनिष्ठ है कि इसे एक दूसरे का पूरक समझा जाता है. राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित प्रोफेसर योगेंद्र नारायण यादव ने कहा कि शिक्षा का प्रसार स्वस्थ मानव समाज के लिए अनिवार्य है. उच्च शिक्षा किसी भी व्यक्ति को पूर्णता देती है. यशस्वी कुलपति इस क्षेत्र में अच्छा काम कर रहे हैं. 


विश्वविद्यालय जंतु विभाग के अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार ने कहा पौधा लगाना एक तरह से लोक कल्याण का काम है. इसके लिए ऐसे अवसर का उपयोग उचित है. उच्च विद्यालय प्राचार्या विभा कुमारी ने कहा मानवों की तरह पेड़-पौधों का भी जीवन होता है, उसकी भी जरूरतें होती है. इसके लिए उसकी देखभाल करनी चाहिए. समय-समय पर पानी देना चाहिए. 


कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिक्षण संस्थानों के प्राचार्य डॉ. सुरेश कुमार भूषण, प्राचार्य संतोष कुमार, प्राचार्य अनिल कुमार सिंह चौहान, डा रुबी कुमारी, गांधी कुमार मिस्त्री, अंशुमाला, सुभाष कुमार, पंकज कुमार, अविनाश कुमार, रत्ना कुमारी, उमेश कुमार, सुभाष कुमार, संस्था सदस्या मुन्नी कुमारी, मनीषा कुमारी, कृतिका रंजन एवं श्वेता आदि शामिल थे. माननीय कुलपति को सृजन दर्पण के अध्यक्ष डॉ.ओमप्रकाश ओम एवं सदस्यों, पदाधिकारी के द्वारा तुलसी का पौधा भेंट देकर शुभकामनाएँ दी गई.

'हमारा आस्तित्व पर्यावरण पर अवलंबित ': सृजन दर्पण ने किया पौधरोपण 'हमारा आस्तित्व पर्यावरण पर अवलंबित ': सृजन दर्पण ने किया पौधरोपण Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 25, 2021 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.