

कार्यक्रम का उद्घाटन जिला
उप विकास आयुक्त श्री मिथिलेश कुमार ने किया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में
बी एन एम यू के प्रोक्टर डॉ. बी एन विवेका तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला
माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष कृष्ण कुमार, राकेश कुमार सिंह, रंधीर राणा, शिक्षक संघ के प्रमंडलीय सचिव परमेश्वरी प्रसाद
यादव, प्राइवेट स्कूल्स
एसोशिएसन के प्रवक्ता मानव कुमार सिंह, गंगा प्रसाद यादव आदि मौजूद रहे.
उद्घाटन करते हुए उपविकास
आयुक्त ने कहा कि बच्चों की प्रतिभा को निखारने हेतु विद्यालय की ये पहल काफी सराहनीय
है. बच्चों ने एक से बढ़कर एक विज्ञान मॉडल बनाकर
अपनी सोच को प्रदर्शित किया है. ये बच्चे कल के वैज्ञानिक हैं,
कल के कलाम हैं.
समय समय पर इस प्रकार की एक्टिविटी करके बच्चों को ज्ञान देना चाहिए.
मुख्य अतिथि डॉ. बी एन विवेका ने कहा कि दार्जिलिंग
पब्लिक स्कूल के द्वारा आयोजित यह विज्ञान प्रदर्शनी यह एहसास दिला रहा है कि वह
महानगर में बैठे हैं. विद्यालय निरंतर विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है.
विद्यालय प्रशासन की पहल सराहनीय है. विशिष्ट अतिथि कृष्ण कुमार ने कहा कि यहाँ के
बच्चे काफी प्रतिभावान हैं. इनमें से चार चयनित मॉडल को साइंस ऐसपायर अवार्ड के
लिए नामित किया जाएगा.
मौके पर मधेपुरा टाइम्स के
संरक्षक राकेश कुमार सिंह ने कहा कि विद्यालय के बच्चों एवं शिक्षकों के द्वारा
बेहतर प्रयास है. बच्चे जन्म से ही शिल्पकार एवं वैज्ञानिक होते हैं. उसे अच्छे
प्लेटफार्म की जरूरत होती है जो देने का कार्य दार्जिलिंग पब्लिक स्कूल ने किया है. रंधीर राणा ने कहा कि ये कल के कलाम हैं, इन
बच्चों की प्रतिभा पढ़ाई-लिखाई ही नहीं सृजनात्मक कार्य में भी अव्वल हैं जिसके लिए
विद्यालय परिवार धन्यवाद के पात्र हैं.
वर्ग दस के छात्रों के द्वारा मंगलयान,
रोड ब्रेकर, उर्जा
जेनरेटर, प्रदूषण मुक्त
चिमनी, व्यायाम सह उर्जा
उत्पादन मशीन, इलेक्ट्रोमैगनेट ट्रेन, वर्ग नवम के छात्रों ने ड्रोन,
प्रोजेक्टर,
स्वचालित सिंचाई
प्रणाली, प्रदूषण अवशोषक
यंत्र, वर्ग आठ के छात्रों
के द्वारा ग्रास कटिंग मशीन, टेलीस्कोप, इलेक्ट्रोप्लेटिंग सिस्टम,
भूकंप सूचक यंत्र,
वर्ग सात से वैक्यूम
क्लीनर, एयर प्रेशर ब्लोअर,
फायर
एक्स्टिंग्यूशर, वर्ग छः से वाटर पंप इंडिकेटर, इलेक्ट्रोलइसिस ऑफ वाटर,
वर्ग पाँच से
अर्थक्वेक इंडिकेटर, इलेक्ट्रिक शिप,
इलेक्ट्रिक जेनरेटर,
ब्रेल स्क्रिप,
वर्ग चार से
ओटोमेटिक बब्बल मशीन, हाउस होल्ड सर्किट, बैलून इनफ्लासन, वर्ग तीन से हॉट एयर ब्लोअर,
स्टीम पावर जेनरेटर,
टेलीफोन,
वर्ग दो से
इलेक्ट्रिक सर्किट यूजिंग ग्रफाइड, मोटर सेट बोट आदि काफी सराहनीय थे.
आर्ट एण्ड क्राफ्ट प्रदर्शनी में वर्ग एक से हाउस,
स्पीड बोट,
वर्ग दो से फोरेस्ट,
बटन ट्री,
फोल पेपर से बना
फलावर, वर्ग तीन से
डेकोरेटिव पाट्स एण्ड फोरेस्ट, नेचुरल सीन, आधुनिक शहर, राधा-कृष्ण, वर्ग चार से एफिल टावर,
ताजमहल,
झूमर,
वर्ग पाँच से झूमर,
अस्पताल,
वर्ग छः से ग्रउण्ड
एवं फलावर, वाल पेंटिंग,
ग्लास पेंटिंग,
वर्ग सात से
पेंटिंग, वर्ग आठ से थरमोकॉल
से बना मयूर, सिल्वर पेंटिंग,
वर्ग नवम् सेंड
पेंटिंग, क्राफ्ट यूजिंग
वेस्ट मेटेरियल, वर्ग दशम् से ग्लास पेंटिंग, फाइब्रिक पेंटिंग, स्मार्ट सीटि,
वाल पेंटिंगइत्यादि
मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा.
इस अवसर पर आए अतिथियों का स्वागत करते हुए
संस्थान के प्रबंध निदेषक किशोर कुमार ने कहा कि बच्चों के लिए पढ़ाई के साथ-साथ इस
तरह का आयोजन भी महत्वपूर्ण है. विद्यालय बच्चों के सर्वांगीन विकास के प्रति
तत्पर है. हाल के दिनों में विद्यालय से मार्शल आर्ट में दो छात्रो ने राज्य
स्तरीय प्रतियोगिता खेला, वहीं दो छात्रों का चयन अंडर 17 जिला क्रिकेट टीम में किया गया, जिसका
आयोजन भागलपुर में हुआ. जिला स्तर पर कई बार बच्चों ने बॉलीबाल में सशक्त प्रदर्शन
कर कप पर अपना नाम दर्ज करवाया है. धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के शैक्षणिक प्रभारी विजय
कुमार सिंह ने किया. इस अवसर पर शिक्षक सर्वेश कुमार,
वन्दना कुमारी,
रीता गुप्ता,
जानवी,
गितिका,
संजीव,
रूपेश,
गुड्डू,
ललित आदि एवं कई
अभिभावक एवं ललित, निलेश, शिवकुमार, प्रणीत, नरेश, आकाश, मनीष, दृष्टि, रितुराज, हर्षवर्द्धन आदि की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही.
बच्चों की अद्भुत वैज्ञानिक प्रतिभा: डीजेपीएस में विज्ञान व आर्ट एंड क्राफ्ट प्रदर्शनी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 29, 2016
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