बेटे-पोते की तरह पेड़-पौधे की हम रक्षा करें :जज

 संवाददाता/05 जून 2012
पौधे साक्षात नीलकंठ हैं.वे आपके द्वारा छोड़े जहर पी जाते हैं.छोटे-छोटे पेड़ आपके जीवन के लिए काफी महत्वपूर्ण है.विश्व पर्यावरण दिवस पर व्यवहार न्यायालय के सभागार में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर मधेपुरा और एक स्थानीय एनजीओ इंटर एजेंसी ग्रुप के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में मधेपुरा के प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश डा० रामलखन सिंह यादव ने उक्त बातें कही.उन्होंने पर्यावरण बचाने की अपील करते हुए कहा कि प्लास्टिक का प्रयोग हम कम से कम करें. ये पार्यावरण की शुद्धता में बाधक है.उन्होंने कहा कि चीन जैसे राष्ट्र में विवाह के अवसर पर हर व्यक्ति एक पेड़ लगता है और उसकी रक्षा का संकल्प लेता है.इस पेड़ को मैरेज ट्री कहा जाता है.हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाना चाहिए ताकि हम पृथ्वी को बचा सके.हरे पेड़ की रक्षा हम बेटे-पोते की तरह करें तभी पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सकता है. हर व्यक्ति को कम से कम एक पेड़ लगाना चाहिए.उन्होंने कहा कि लोग शव को नदी में यह सोचकर डाल देते हैं कि बाबूजी बैकुंठ चले जायेंगे और माताजी स्वर्ग चली जायेंगी.हमें ऐसी मानसिकता से उबरने की जरूरत है.
     उपस्थित न्यायिक पदाधिकारियों, अधिवक्ताओं, कर्मचारियों आदि को संबोधित करने के बाद न्यायिक पदाधिकारियों ने न्यायालय परिसर में वृक्षारोपण किया.
बेटे-पोते की तरह पेड़-पौधे की हम रक्षा करें :जज बेटे-पोते की तरह पेड़-पौधे की हम रक्षा करें :जज Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 05, 2012 Rating: 5

1 comment:

Powered by Blogger.