यह एप्प तीन तरह से काम करेगा. जिसमें पहले जैसे ही महिला की शादी होती है तो उसे योग्य दंपति की श्रेणी में रखते हुए उन्हें अनमोल एप्प पर योग्य दंपति की श्रेणी में पंजीकृत किया जाता है. एएनएम लगातार उसकी निगरानी करेगी. उसके गर्भवती होने पर दूसरे चरण में उसका डाटा गर्भवती महिला की श्रेणी में अपलोड करेगी और आरसीएच आईडी भी बना दी जाएगी और यह आईडी स्थायी हो जाएगी. यदि वह जिले के बाहर प्रदेश के किसी दूसरे हिस्से में भी जाती है तो गर्भवती महिला को उसी आईडी पर सभी प्रकार की सेवाएं मिलेंगी.
प्रसव के बाद शिशु का जन्म होने के बाद शिशु की भी आईडी एएनएम अनमोल एप्प पर बनाएगी. शिशु को भी टीकाकरण की सुविधाएं इसी आईडी के जरिए मिलेगी.
गर्भवती होने पर महिला की बनेगी यूनिक आईडी
महिला के गर्भवती होने के बाद यूनिक आईडी बनाई जाएगी, जो पूरे प्रदेश में मान्य होगा. महिला किसी भी सरकारी अस्पताल में आरसीएच आईडी के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले सकती है. यही नहीं, नवजात शिशु की भी यूनिक आईडी बनेगी, जिससे उसे प्रदेश के किसी भी सरकारी अस्पताल में टीकाकरण का लाभ मिल सकेगा.
वहीं स्वास्थ्य प्रबंधक कुमार धनंजय ने बताया कि इस एप्प में एएनएम किसी भी समय डाटा अपलोड कर सकती है. यदि उस समय नेटवर्क नहीं आ रहा है तो ऑफलाइन भी डाटा भरा जा सकेगा. जैसे ही वह नेटवर्क क्षेत्र में आएगी, डाटा अपने आप आरसीएच पोर्टल पर अपलोड हो जाएगा. एएनएम डाटा भर सकती हैं लेकिन इसमें सतर्कता बरतें, क्योंकि इसमें अपलोड होने के बाद सुधार की गुंजाइश नहीं रहेगी.
No comments: