आलमनगर विधानसभा: युवा मतदाताओं के लिए अधूरा पड़ा स्टेडियम और खेल मैदान बनेगा मुद्दा

मधेपुरा जिले के आलमनगर विधानसभा क्षेत्र के पुरैनी प्रखंड मुख्यालय एवं नयाटोला में अधूरे पड़े स्टेडियम निर्माण और चौसा, आलमनगर सहित विभिन्न खेल मैदानों की दयनीय स्थिति को लेकर विधानसभा क्षेत्र के युवाओं में खासा आक्रोश है। 

वो कहते हैं कि खेलेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया, लेकिन समस्या यह है कि खेला कहां जाये? गांवों से लेकर कस्बों में कोई मैदान दुरूस्त नहीं है मैदान में जल जमाव है और मैदानों की स्थिति दयनीय है। वर्षों से विधानसभा क्षेत्र के पुरैनी में स्टेडियम की मांग उठ रही है, स्टेडियम निर्माण प्रारंभ हुए 5 साल बीत गये लेकिन अबतक अधूरा है और मैदानों की स्थिति दयनीय है । जिसके चलते युवाओं की खेलों के प्रति उदासीनता बढ़ती जा रही है। दूसरी तरह सैकड़ों युवा सेना भर्ती की तैयारी के लिए जान हथेली पर लेकर सड़कों पर दौड़कर पसीना बहा रहे हैं। ट्रैक, स्टेडियम, जिम का तो अभाव है ही, युवाओं को गाइड करने वाला भी कोई नहीं है। बस युवाओं का देश प्रेम का जज्बा उन्हें हौसला दे रहा है। जिसके चलते वे सड़कों पर दौड़कर, कसरत कर सेना भर्ती के मापदंडों को पूरा करने की जी तोड़ मेहनत में जुटे हैं।

आलमनगर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांव के सैकड़ों युवा आर्मी, बीएसएफ व पुलिस महकमे में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। हजारों की संख्या में युवा भर्ती की तैयारी कर रहे हैं। बावजूद इलाके में कोई ट्रेक, स्टेडियम और जिम नहीं है। किसी कोच की भी व्यवस्था नहीं है जो युवाओं को तैयारी के लिए उचित सलाह दे सके। युवा गांव के खेतों, लिंक मार्गों, नहर किनारे बने कच्चे पक्के मार्गों पर सुबह शाम दौड़ने व ईंट पत्थरों के सहारे व्यायाम करने को मजबूर हैं। सड़कों पर वाहनों के आवागमन से हादसे का भय बना रहता है। स्टेडियम बस एक सपना बनकर रह गया है और खेल मैदान में जगह जगह जलजमाव से स्थिति दयनीय है। ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव में युवा मतदाता इस मुद्दे को गम्भीरता से लेते दिखायी पड़ रहे है। 

युवा मतदाता सह राज्य स्तरीय एथलीट खिलाड़ी राजमंगल निषाद सहित स्थानीय युवा खिलाड़ी मनीष , प्रिंस , मुकेश, आशिष, सद्दाम, बंटी, गुंजन, सहित दर्जनों युवाओं का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रतिभा की कमी नहीं है। यहां युवा बेहतरीन खिलाड़ी बनना चाहते हैं। बहुत सारे साथी बेहतर किक्रेट या अन्य गेम खेलते हैं। मगर संसाधनों की कमी तो कभी खेल मैदान नहीं होने के कारण छोटे छोटे खिलाडी अभ्यास नहीं कर पाते हैं। खेत के मैदान में खेल कर गांव से प्रखण्ड फिर जिला स्ततरीय व स्टेट में जानें के बाद छट जाते हैं। 

वहीं धावक राजू स्टार, मो. रहमान, बमबम कुमार, मो. फिरोज, वेदानंद कुमार, विक्रम कुशवाहा, रौशन यादव, गौरव यादव, सौरभ कुमार, दीपक कुमार ,संजय कुमार, मिथुन निषाद, राजेश कुमार, विपिन कुमार, अमन गुप्ता, ध्रुव कुमार, रोहित कुमार, दीपक सहनी, अफजल और लड्डू कुमार ने बताया कि मैदान का स्तर बहुत नीचे है जिस वजह से मैदान छह माह तक दयनीय स्थिति में रहता है और जलजमाव रहता है । मैदान पर मिटटी भराई और दौड़ने के लिए मैदान के चारों किनारे रनिंग ट्रेक व पैदल पथ फीट बनाना आवश्यक है। जिसके कारण मुख्यालय के दर्जनों लोग एवं भौतिक परीक्षण को अपने आप को तैयार करने वाले अभ्यर्थियों को भविष्य में किसी तरह का परेशानी नहीं होगा। साथ ही इन युवाओ का कहना है कि नेता सिर्फ़ चुनाव में वादा करते हैं, लेकिन चुनाव बाद भूल जाते है। इस बार क्षेत्र के युवाओ ने निर्णय लिया कि जो प्रत्याशी खिलाड़ियों की मांग पूरा करेंगे। वैसे प्रत्याशी को ही युवा वोट करेंगे। ऐसा नहीं हुआ तो हम सभी नोटा का प्रयोग करेंगे।

आलमनगर विधानसभा: युवा मतदाताओं के लिए अधूरा पड़ा स्टेडियम और खेल मैदान बनेगा मुद्दा आलमनगर विधानसभा: युवा मतदाताओं के लिए अधूरा पड़ा स्टेडियम और खेल मैदान बनेगा मुद्दा Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 08, 2020 Rating: 5

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