'अम्बेदकर के सपनों को धरातल पर साकार करने का काम नीतीश कुमार ने किया': जदयू के दलित-महादलित सम्मेलन में जदयू के कई दिग्गज नेताओं ने की शिरकत

मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर के मवेशी हाट मैदान में आयोजित जदयू के दलित-महादलित कार्यकर्ता सम्मेलन में जदयू के कई दिग्गज नेताओं ने शिरकत की और जदयू तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल की जम कर तारीफ की.


मौके पर उपस्थित बड़ी भीड़ को संबोधित करते जदयू नेता श्याम रजक ने कहा कि शिक्षा शेरनी की दूध की तरह है, जिसे पी लेने के बाद उसे कोई नहीं हरा सकता है। इसलिए दलितों-महादलितों को शिक्षा ग्रहण करना होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री ने कई तरह की योजनाएं लागू की है। इसका लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने देखा कि महादलितों की बस्तियों में सड़कें नहीं है। उन्हें साफ पानी नहीं मिल रहा है। ऐसे में उन्होंने गली-नाली योजना और पेयजल योजना की शुरुआत की। इससे अब महादलितों-दलितों का आत्मसम्मान बढ़ा है।

परिवहन मंत्री संतोष निराला ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने दलितों-महादलितों के उत्थान का जो सपना वर्षों पूर्व देखा था उसे धरातल पर लाने का काम अबतक सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। मंत्री श्री निराला ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि आरक्षण पर खतरा मंडरा रहा है। ऐसे लोगों को कहना चाहूंगा कि जबतक बिहार में नीतीश कुमार जैसे मुख्यमंत्री हैं, देश में किसी भी सूरत में आरक्षण पर आंच नहीं आ सकटी है। मंत्री ने कहा कि प्रखंडों के सरकारी अस्पतालों में दलित-महादलित की बहू-बेटियों प्रसव को अधिकांश आती है, उनकी मदद के लिए उन्हीं की बिरादरी की महिला को ममता के रूप में बहाल किया गया। परिवहन विभाग की योजना से दलितों-महादलितों को रोजगार मिलेगा, इससे उनमें आर्थिक सम्पन्नता आएगी।

पूर्व मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि जब वे महागठबंधन की सरकार में नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में शिक्षा मंत्री थे, उस वक्त उन्होंने श्री कुमार को करीब से जाना। जाना कि सही मायने में नीतीश कुमार ही दलितों-महादलितों के सच्चे हितैषी हैं। मुख्यमंत्री दलित प्रेमी हैं, इसलिए वे हमेशा ऐसी-ऐसी योजनाएं लागू करते हैं, जिससे दलित-महादलित का सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक उत्थान हो सके।

 भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि आजादी के बाद से अबतक सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही दलित-महादलित को सम्मान दिलाया। उन्होंने कहा कि अपने अधिकार को आप तभी प्राप्त कर सकते हैं, जब आप संगठित होंगे। उन्होंने सवर्णों से भी अपील की कि आप दलितों-महादलितों को अपना दुश्मन नहीं समझें, वे वर्षों से सभी रूप में पिछड़े हैं, उन्हें सम्मानजनक स्थिति में लाने के लिए आपभी सहयोग करें। 
आलमनगर के विधायक नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि जब वे पंचायती राज मंत्री हुआ करते थे, तो मुख्यमंत्री ने एक दिन कहा था कि पंचायत चुनाव में एकल पदों पर आरक्षण देना है। आज उसी आरक्षण की देन है कि दलित-महादलितों का बेटा, बेटी और बहू मुखिया, पंचायत समिति, सरपंच, प्रमुख, जिला परिषद सदस्य, अध्यक्ष बन रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही सही मायने में दलितों-महादलितों के हितैषी हैं।

 एससी-एसटी कल्याण मंत्री डॉ रमेश ऋषिदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दलितों-महादलितों के लिए जन्म से मरण तक कि सुविधा की व्यवस्था की है। अस्पताओं में सुविधाएं बढ़ने से गरीब, दलित-महादलितों को लाभ मिल रहा है। सुरक्षित प्रसाव से जच्चा-बच्चा की मृत्यु दर में कमी आई है। शराबबंदी, दहेजप्रथा बंदी, बल विवाह रोकथाम का सबसे अधिक फायदा दलितों-महादलितों और गरीबों को लाभ हुआ है। लघु सिंचाई और आपदा मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने भी संबोधित किया. 

आरसीपी सिंह ने कहा कि सिंहेश्वर में आयोजित सम्मेलन काफी सफल रहा। लोग दूर-दूर से आए और वक्ताओं को सुना। उन्होंने कहा कि सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य सरकार और मुख्यमंत्री की आमजनों की योजनाओं को बताना है। दूसरा यह कि दलितों को लेकर इनदिनों कुछ भ्रामक जानकारी फैला रहे हैं। कुछ लोग कहते हैं कि नीतीश कुमार भाजपा के साथ हैं। आरक्षण पर खतरा है। ऐसे लोगों और दलित-महादलित को बताना चाहूंगा कि नीतीश कुमार आरक्षण देने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में आज कोई ऐसी राजनीतिक पार्टी नहीं है, जो कहीं भी आरक्षण को समाप्त कर दे। श्री सिंह ने कहा कि लोग भ्रम फैला रहे हैं कि दलित-महादलित को नीतीश कुमार ने बांट दिया। ऐसा नहीं है। कुछ लोग बात तो गरीब और गरीबी की करते हैं, लेकिन खुद अमीर बन बैठे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पूर्व में कहा था कि हर घर बिजली नहीं पहुंचा देने  पर वोट नहीं मांगूंगा। इस दिसंबर तक का इसका लक्ष्य रखा गया था। लेकिन दो माह पूर्व ही काम पूरा हो गया। आज बिजली मिल रही है, गांव-गांव तक सड़क बन गई है। दलित-महादलित को उद्यमी बनने के लिए लोन देने की योजना शुरू की है। इससे अब वे भी उद्यमी बनाकर स्वाबलंबी बन जाएंगे। सांसद श्री सिंह ने कहा की जदयू के कार्यकर्ता दलितों-महादलितों के लाभ की योजनाएं को उन्हें बताएं और उसका लाभ भी दिलवाएं। उन्होंने कहा कि कोसी क्षेत्र की जनता ने हमेशा से नीतीश को समर्थन दिया है, तो वे बी हमेशा कोसी क्षेत्र की जनता का ख्याल रखते हैं।

 ऊर्जा मंत्री विजेंद्र नारायण यादव ने कहा कि आज कुछ लोग संविधान बचाओ यात्रा पर निकले हुए हैं। उन्हें बताना चाहूंगा कि जिस वक्त मुख्यमंत्री ने पंचायत चुनाव में आरक्षण और खासकर महिलाओं के लिए आरक्षण की बात शुरू की तो यही लोग उसका कड़ा विरोध किया । देश में बिहार पहला राज्य है, जहां पंचायत प्रतिनिधियों को मानदेय भी मिलता है। बिहार में लंबे समय तक जिस पार्टी की सरकार रही, उसकी सरकार में सबसे अधिक दलित और महादलित निरक्षर रहे। नीतीश कुमार ने ही इनकी शिक्षा का स्तर उठाने के लिए छात्रवृति दी, साइकिल योजना शुरू कराया। मुख्यमंत्री ने पहली बार दलितों-महादलितों को सम्मान दिलाया कि उनके टोले-मोहल्ले में मंत्री-अधिकारी के सामने में दलित-महादलित समुदाय के बुजुर्ग झंडा फहराते हैं। 

कहा कि बिहार वह पहला राज्य जहां पंचायत निर्वाचन में आरक्षण दिया गया जहां 74 के बाद चुनाव नही हो रहे थे । बिहार विधानसभा में संसदीय नियमावली के प्रावधानों के अनुरूप महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण त्रिस्तरीय पंचायत के निर्वाचित और एकल पद पर देने का प्रावधान किया । हमारी सरकार ने जन प्रतिनिधियों तथा मुखिया सरपंच पंचायत समिति वार्ड सदस्य जिला परिषद सदस्यों को मानदेय का भुगतान किया गया । हमारी सरकार ने पिछले अति पिछड़े दलित महादलित छात्रों के बीच पोशाक योजना साइकिल योजना और शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ ।  सामाजिक शैक्षणिक रूप से पिछड़े लोगों को आरक्षण देने के प्रावधान डा. भीमराव अंबेडकर ने किया था । इसे मूर्त रूप देने का काम बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया । एक परिवार के द्वारा संविधान बचाओ के नाम पर अपनी मां भाई पिता बहन की रक्षा किया जा रहा है । वह संविधान बचाओ की बात कर रहे हैं और जेल में रहकर भी राष्ट्रीय अध्यक्ष पर बने हुए हैं । सिर्फ जात के नाम पर वोट दो । कहा गया माय समिकरण जब सिद्दीकी जी पार्टी के सिनियर लिडर थे तो उसे क्यो नही बनाया गया । पहले रानी के पेट से राजा पैदा होता था आज जनता के वोट से राजा पैदा होता है । 
'अम्बेदकर के सपनों को धरातल पर साकार करने का काम नीतीश कुमार ने किया': जदयू के दलित-महादलित सम्मेलन में जदयू के कई दिग्गज नेताओं ने की शिरकत 'अम्बेदकर के सपनों को धरातल पर साकार करने का काम नीतीश कुमार ने किया': जदयू के दलित-महादलित सम्मेलन में जदयू के कई दिग्गज नेताओं ने की शिरकत Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 28, 2018 Rating: 5

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