
बता दें कि औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्र प्रस्तावित है. केन्द्र खुलने को लेकर जिला पदाधिकारी मो० सोहैल ने कलासन के सरकारी भूमि की स्वयं जांच-पड़ताल की है. इसी जगह राजकीय पॉलिटेकनिक महाविद्यालय भी स्थापित है जिसका भवन निर्माण अंतिम चरण में है. कलासन में बिहार सरकार की सैकड़ों एकड़ जमीन खाली पड़ी है और बताया जाता है कि इसी वर्ष आईटीआई का शैक्षणिक सत्र प्रारंभ किया जाना है. पठन-पाठन को लेकर बन रही समस्या को देखते हुए जिला पदाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी मिथिलेश बिहारी वर्मा को भवन तलाशने का निर्देश दिया है.
जिला पदाधिकारी के आदेश पर बीडीओ श्री वर्मा ने चौसा स्थित बाबा विशु राउत महाविद्यालय परिसर में आईटीआई का शैक्षणिक सत्र प्रारंभ करने को लेकर महाविद्यालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण में पाया गया कि महाविद्यालय परिसर में आईटीआई का पठन-पाठन बेहतर तरीके से संचालित किया जा सकता है. महाविद्यालय परिसर में कई कमरे एवं बड़े-बड़े हॉल भी हैं.
निरीक्षण के बाद बीडीओ श्री वर्मा ने महाविद्यालय प्रबंधन के साथ बैठक कर आईटीआई के पठन-पाठन पर विस्तृत रूप से चर्चा की जिसमें प्राचार्य प्रो० उत्तम कुमार, परीक्षा नियंत्रक डा० सुरेश प्रसाद साह ने कहा कि यह तो खुशी की बात है कि चौसा में आईटीआई खोला जा रहा है. पठन-पाठन के लिए बाबा विशुराउत महाविद्यालय का चयन सर्वोतम है. महाविद्यालय में पर्याप्त मात्रा में भवन उपलब्ध है और साथ ही छात्रावास के लिए भी नौ कमरे उपलब्ध है. उन्होने बताया कि सरकार यदि सहयोग करें तो महाविद्यालय परिसर में अतिरिक्त कमरे का भी निर्माण करवाया जा सकता है.
बीडीओ श्री वर्मा ने बताया कि आईटीआई के शैक्षणिक सत्र संचालन को लेकर जिला पदाधिकारी के निर्देश पर महाविद्यालय का निरीक्षण किया गया है. पठन-पाठन के लिए बेहतर है. जांच रिर्पोट जिला पदाधिकारी को अग्रेतर कार्रवाई के लिए भेजी जायेगी. जब आईटीआई का भवन बनकर तैयार हो जायेगा तो वहां पठन-पाठन प्रारंभ किया जायेगा. बैठक में पूर्व प्राचार्य प्रो० नवल किशोर जायसवाल, प्रो० मनोज कुमार यादव, प्रो० शंकर मंडल, प्रो० अर्जुन प्रसाद मंडल, प्रो० अमरेन्द्र मंडल, प्रो० नरेश प्रसाद मंडल, प्रो० प्रमोद कुमार भगत, जितेन्द्र कुमार सिंह समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे.
मधेपुरा: आईटीआई खुलने का रास्ता हुआ साफ़, छात्रों को मिलेगी बड़ी राहत
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 09, 2016
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