यह बात सर्वविदित है कि मधेपुरा
आज तेजी से आगे बढ़ते शहरों में शुमार है. इन्टरनेट
ने यहाँ
बड़ी तेजी से अपना पांव पसारा
है और यदि गौर करें तो पिछले तीन चार सालों से मधेपुरा में जितने कंप्यूटर और
इन्टरनेट उपयोगकर्ता की संख्या बढ़ी है इसने न केवल बिहार के बल्कि समूचे भारतवर्ष
का ध्यान अपनी ओर खींचा है.
हालांकि एक सच ये भी है कि मधेपुरा में भी कंप्यूटर से जुड़े अपराध ने अपनी जोरदार दस्तक दी
है और बात सीधी है कि आपकी जानकारी के अभाव का लाभ ये सायबर क्रिमिनल्स उठा रहे
हैं. पूर्ण ज्ञान के आभाव में
अनजान लोग ठग लिए जाते है, जबकि
बहुत ही आसानी से इस प्रकार के अपराध पर अंकुश
लगाया जा सकता है. जरुरत है बस जागरूकता की.
इसी
ज्वलंत मुद्दे पर बिहार सरकार द्वारा सम्मानित कंप्यूटर संस्था समिधा ग्रुप और जिले के एक मात्र न्यूज़ पोटर्ल मधेपुरा टाइम्स
के मदद से एथिकल हैकिंग वर्कशॉप का आयोजक किया जा रहा है. इस वर्कशॉप के मुख्य वक्ता के तौर पर हिन्दुस्तान के
जाने-माने कंप्यूटर एक्सपर्ट और एथिकल हैकर श्री राहुल त्यागी जी को आमंत्रित किया गया
है. वर्कशॉप का आयोजन अगामी 27, 28
और 29 जून को टाउन हॉल मधेपुरा में किया जा रहा है.
पर इस वर्कशॉप में हिस्सा लेने से पहल्र आइये हम जानते हैं हैकिंग से संबंधित कुछ टेक्निकल बातें को :-
मुख्य बातें :
हैकिंग हमेशा दूसरों को तंग करने के लिए ही नहीं किये जाते. इसका उद्देश्य लोगो को बचाना भी होता है. दरअसल तीन प्रकार के हैकर्स होते है –
a) व्हाइट हैट हैकर्स –ये वैसे हैकर होते है जो समाज को सायबर
क्राइम से बचाते है और अवांछित लोगों या सायबर क्रिमिनल को कंप्यूटर की दुनिया में बेनकाब करते है.
b) ग्रे हैट हैकर्स –ये हैकर्स मौका परस्त होते है जो समान्यत: सरल तौर पर सामाजिक कार्यो के उद्देश्य से हैकिंग करते है अगर
मौका आने पर धोखा भी देते है.
c)ब्लैक हैट हैकर्स –इनका उद्देश्य ही दूसरों को
तंग करना होता है. ये सेंध लगाने में माहिर होते है और चंद सेकेण्ड में आपके
अकाउंट से लाखों रूपये गायब कर
सकते हैं.
किस
प्रकार से किये जाते हैं हैकिंग:-
१) फिसिंग –फ्रौडिंग की
यह विधि आजकल बहुत प्रचलन में है. इसमें
हैकर किसी बैंक से मिलता जुलता वेब साईट बनाता है और सामने वाले को भेज देता है. सामने वाला उसे बैंक का असली वेबसाइट समझ
कर अपना ID और पासवर्ड डालता है मगर वो साईट नहीं
खुलता है और वह पासवर्ड हैकर के पास पहुँच जाता है.
२ )की-लॉगर फ्रौडिंग के इस विधि में हैकर चुप-चाप उसके कंप्यूटर में की –लॉगर सॉफ्टवेर को डाल देता है |उसके बाद आप जब भी
अपने कंप्यूटर में ID –Password
डालेंगे या कुछ भी करेंगे
उससे सम्बंधित सारी जानकारीयाँ अपने आप हैकर्स को मेल जाती रहती है और आपको इसका
अमास तक नहीं हो पता.
३ ) ट्रोज़न
हौर्स –यह और भी खतरनाक तरीका होता है. इसमें हैकर किसी गाने या फोटो के साथ जोड़ कर ट्रोज़न हौर्स फाइल को आपके कंप्यूटर में भेज देता है और आप जैसे ही उस फोटो या
गाने को खोलते है आपका कंप्यूटर का सारा कण्ट्रोल हैकर मिल जाता है. आप जो भी काम कर रहे है वो उसे आराम से
देखता रहता है.
४)कॉल स्पूफिंग –इसके मदद से कोई भी हैकर दुनिया के किसी भी फ़ोन नंबर से दुनिया के किसी भी
आदमी को बदले हुए आवाज में फ़ोन करके परेशान या धमकी दे सकता है, जिसे पहचान करना लगभग नामुमकिन होता है |
५)SQL
Injection-इसके प्रयोग से हैकर किसी वेबसाइट के डेटाबेस को नुकसान
पहुँचता है.
६)Cracking- इसमें हैकर्स का उद्देश्य किसी software को फ्री में इस्तेमाल करना और उसे पुरे दुनिया में बांटने से होता है ताकि उसे बनाने वाले कंपनी को भारी नुकसान पहुँचाया जा सके.
७) Tempring- इसके मदद से हैकर्स धमकी आदि देते हैं. जब
वो अपने ID से किसी को मेल करते है तो वो भेजने से
पहले अपने ID को टेम्पर कर लेते है जिसके कारण अगर वो चाहे तो नरेन्द्र मोदी के ID से नितीश कुमार को प्यार भरा ख़त भेज सकते है आदि.
इसके
अलावा आगे
के वर्कशॉप में और भी जो
मुख्य विषय होंगे, वो हैं, फ़ोन ट्रेसिंग, ई
मेल ID ट्रेसिंग, कंप्यूटर वायरस, रिमोट हैडलिंग, वायरलैस हैकिंग, नेटवर्क
हैकिंग, सायबर लॉ, फेसबुक हैकिंग और ऐसे सैंकड़ों तरीके हैं जिसके इस्तेमाल से आपको जबरदस्त नुकसान पहुँचाया जा
सकता है. इससे बचने के लिए यह जरुरी है कि हम अधिक गहराई से इन सभी चीजों के बारे में
जानें ताकि हम अपने और अपने समाज के
डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रह सकें.
उपर्युक्त जानकारी देते हुए समिधा ग्रुप के सचिव संदीप
शांडिल्य ने यह भी बताया कि इस
प्रकार के वर्कशॉप में भाग लेने की कोई उम्र नहीं होती बस आपको इंटरनेट चलाना आता हो. उन्होंने यह भी बताया कि अगामी 27, 28 और 29 जून को टाउन हॉल मधेपुरा में होने वाले प्रसिद्ध
हैकर राहुल त्यागी के वर्कशॉप के लिए अभी बुकिंग जारी है.
जानें हैकिंग से सम्बंधित ये टैक्निकल बातें राहुल त्यागी के मधेपुरा में वर्कशॉप से पहले
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 21, 2014
Rating:
fee kitna lgega.....or koi v ja skta phone kr leney sai...
ReplyDeletefee kitna hai....
ReplyDeleteagr fee l;gta hai to kaise bhada jayega........
लाभकारी जानकारी आभार आपका
ReplyDeleteहैकिंग वर्कशॉप पर पूरी जानकारी के लिए 9006220422 पर संपर्क करें.
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