मधेपुरा के इन जगहों पर क्यों कर दिया था ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार?

अनुमंडल पदाधिकारी के आश्वासन के उपरांत करीब 12:00 पुनः हुआ मतदान शुरू काफी मान मनोबल के बाद शुरू हो पाया था मतदान

7 मई को मधेपुरा लोकसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के दौरान मुरलीगंज प्रखंड  के तीन बूथों पर विभिन्न मुद्दों को लेकर नाराज मतदाता मतदान बहिष्कार करने पर अड़ गए। सुबह 7:00 के बाद अनुमंडल पदाधिकारी के आश्वासन के बाद दिन के करीब 11:45 बजे के करीब पुनः बाद वोटिंग शुरू हुई। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क सहित विकास से संबंधित मुद्दे को लेकर मतदान का बहिष्कार किया। 

इस दौरान दीनापट्टी सखुआ पंचायत के बूथ संख्या 73 पर लगभग साढ़े ग्यारह बजे तक एक भी मतदान नहीं हुआ था। जबकि मतदान कर्मी सुबह सात बजे से मतदान कराने को तैयार बैठे थे। कुछ देर तक जब एक भी मतदाता बूथ पर नहीं पहुंचे तब पता चला कि लोग विकास के विभिन्न को लेकर नाराज हैं । जानकारी होने पर पहले तो प्रखंड विकास पदाधिकारी आशा कुमारी ने काफी समझाने का प्रयास किया, पुनः पहुंचे एसडीएम ने लोगों को काफी समझा बुझाकर मतदान के लिए तैयार किया। 

एसडीएम के आश्वासन पर लगभग साढ़े चार घंटे बाद मतदान प्रारंभ हुआ। दीनापट्टी सखुआ पंचायत के राजकीय मध्य विद्यालय सखुआ के मतदान केंद्र संख्या 73 पर सुबह 7 बजे से लेकर 11.30 बजे तक एक भी ग्रामीण मतदान केंद्र नहीं पहुंचे थे। बताया गया कि 73 बूथ पर कुल 1168 मतदाता है। 

मतदान बहिष्कार की सूचना मिलने के बाद बीडीओ आशा कुमारी, थाना प्रभारी मंजू कुमारी, सीओ किसलय कुमार समेत अन्य समाजसेवी जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी मतदाताओं को मनाने का प्रयास किया। ग्रामीणों की मांग था कि जब तक डी एम मतदान केंद्र पर पहुंचकर आश्वासन नहीं देंगे तब तक वे लोग मतदान नहीं करेंगे। 

एसडीएम संतोष कुमार ने मतदान केंद्र पहुंचकर ग्रामीणों की समस्या को सुनने के पश्चात समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। एसडीएम संतोष कुमार के आश्वासन बाद 11.30 बजे के बाद ग्रामीण मतदान करने लगे। 

ग्रामीणों ने एसडीएम को बहिष्कार का कारण बताते हुए मांग पत्र सौंपा है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां अपराध चरम पर है। कानून व्यवस्था सही नहीं है इसके कारण लोग भय के माहौल में जीने को मजबूर है। पंचायत में अस्पताल नहीं हैं। इसके कारण 15 से 20 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। दीनापट्टी सखुआ पंचायत में पंचायत सरकार भवन का कार्य चार वर्षों से अधूरा है। नल जल की स्थिति बद्तर है। पंचायत में किसी भी विद्यालय के पठन पाठन की व्यवस्था सही नहीं है। वर्षों से एक ही विद्यालय में पढ़ा रहे शिक्षकों की तबादले की मांग किया गया। कहा कि स्थानीय शिक्षक के गांव में होने से पठन पाठन सही से नहीं हो पाता है। पंचायत में राशन कार्ड के नाम पर जनता से उगाही किया जाता है। 

वहीँ मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत हरिपुर कला पंचायत के राजकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय तिनकोनमा के मतदान केंद्र संख्या 41,42 तथा 43 पर भी तिनकोनमा के ग्रामीणों ने भी शिक्षा, सड़क तथा अन्य मुद्दों को लेकर नाराज दिखे इसके कारण एक घंटे बाद मतदान प्रारंभ किया गया। 

मतदान केंद्र पर पुलिस पदाधिकारी के गलत व्यवहार व मारपीट से मतदाता परेशान नजर आए और मतदान कुछ देर के लिए बंद कर दिया.

साहेबगंज इटहरी 48 नम्बर बूथ पर पुलिस द्वारा एक मतदाता के साथ मारपीट का आरोप लगाया गया। जिस कारण कुछ देर तक काफी गहमा गहमी बनी रही। पुलिस पदाधिकारी के कार्यशैली से आक्रोशित ग्रामीण एकजुट होकर मतदान केंद्र से बाहर निकल गए और मतदान का बहिष्कार कर दिया था। हालांकि सूचना पर पहुंचे वरीय पदाधिकारी द्वारा लोगों को समझाने बाद पुनः मतदान प्रारंभ हुआ। वे उक्त पुलिस पदाधिकारी को लेकर चले गए। 

देखा जाए तो इसबार लोकसभा चुनाव में मतदाताओ में उत्साह की कमी नजर आई।


मधेपुरा के इन जगहों पर क्यों कर दिया था ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार? मधेपुरा के इन जगहों पर क्यों कर दिया था ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 08, 2024 Rating: 5

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