31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस 2023: प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण -सह- दिशा निर्देशन कार्यशाला का आयोजन
डॉo केo एसo एसo ओझा ने कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस बच्चों की खोज पर आधारित सीखने की प्रवृत्ति के लिए प्रेरित करना है. वहीं जिला समन्वय कृष्ण कुमार ने कहा कि यह बच्चों के लिए अच्छा मंच है, जिसमें बच्चों को पारितंत्र तथा समाज में उनके आपसी संबंधों को सीखने, समझने, दैनिक जीवन में निर्णय लेने, वैज्ञानिक समझ को अपनाने में, समुदाय एवं समाज में बदलाव हेतु व्यक्तिगत नेतृत्व विकसित करने की पहल का विकास करना है.
वहीं कार्यशाला में शामिल विज्ञान शिक्षकों से आह्वान करते हुए कहा कि वे अपने विद्यालयों में जाकर प्रोजेक्ट तैयार करने में अपना मार्गदर्शन करेंगे. ताकि विद्यालयों से जिला आयोजन में अच्छी परियोजना आ सके . उन्होंने बताया कि परियोजना का प्रस्तुतीकरण अक्टूबर माह में जिला स्तर पर किया जाएगा. शिक्षकों से आह्वान किया कि वे अपने-अपने विद्यालय में पांच ग्रुप को तैयार कर बच्चों का मार्गदर्शन करेंगे. बताया कि बाल विज्ञान कांग्रेस में 10 से 14 तथा 14 से 17 आयु वर्ग के बच्चे भाग ले सकेंगे. कार्यशाला का आयोजन स्वास्थ्य और कल्याण के लिए परितंत्र को समझना था. इसको पांच भागों में बांटा गया है, जिसमें अपने परितंत्र को जानना, स्वास्थ्य पोषण और कल्याण को बढ़ावा देना, पारितंत्र और स्वास्थ्य के लिए सामाजिक एवं सांस्कृतिक प्रथाएं, आत्मनिर्भरता के लिए पारितंत्र आधारित दृष्टिकोण एवं पारितंत्र और स्वास्थ्य के लिए तकनीकी नवाचार है.
मौके पर विज्ञान शिक्षक के रूप में धीरेंद्र कुमार, संजय कुमार, डॉo अजय कुमार, आदि शामिल रहे.

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