खुल जाएगा 11 जून से श्रद्धालुओं के लिए सिंहेश्वर मंदिर का गर्भगृह, पर माननी होगी कई शर्तें

सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के सभा भवन में बाबा मंदिर खोलने में आ रहे कठिनाई को दूर करने के लिए एक विशेष बैठक सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के सचिव सह एसडीओ वृंदा लाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई ।

इस बाबत श्री लाल ने बताया कि अरघा के लिए बिहटा पटना से बन कर आने में एक सप्ताह लग सकता है । इसलिए तत्काल पार्वती मंदिर के अरघा को कामचलाउ बना कर 11 जून से मंदिर का गर्भगृह खोल दिया जायेगा । उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के गाईड लाईन का पालन करते हुए मंदिर खोला जाएगा । बैठक में देवाधिदेव महादेव के मंदिर स्थित गर्भगृह में टूटे टाइल्स और जलढड़ी में ग्रेनाइड लगाने का निर्णय लिया गया है । जिसके लिए एक कमिटी गठित की गई है  । 

इस बाबत सचिव श्री लाल ने बताया कि 29 दिसंबर 2019 के बैठक में बाबा मंदिर के गर्भगृह में टूटे टाइल्स को बदलवाने एवं जलढड़ी में ग्रेनाइड पत्थर लगवाने के लिए पांच सदस्यीय कमिटी गठित की गई है । जिसमें सहायक अभियंता भवन निर्माण विभाग गोविंद कुमार, सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति सदस्य 4 सदस्यो को रखा गया है । जो 10 जून तक टाईल्स और जलढरी में ग्रेनाइट का काम पूरा हो जायेगा । मंदिर के सभी घंटी को उपर किया गया । बड़ी घंटी में कपडा बांधने का प्रस्ताव पारित किया गया ।

मौके पर न्यास समिति के सदस्य सिया राम यादव, विजय कुमार सिंह, विजेंद्र ठाकुर, बबलू ऋषिदेव, संजीव ठाकुर, मदन मोहन सिंह, प्रबंधक मनोज ठाकुर, बाल किशोर यादव, डाटा आपरेटर श्रवण कुमार मौजूद थे ।

मंदिर खोलने के लिए गाईड लाईन  

धार्मिक परिसरों में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति विभिन्न बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों गर्भवती महिलाएं और 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को मंदिर नही आने, प्रत्येक व्यक्ति को जहां तक हो संभव हो सके धार्मिक स्थानों पर न्यूनतम 6 फीट की दूरी बनाए रखनी होगी । चेहरे को फेस कवर मास्क से ढकना अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए । साबुन एवं पानी से 40 से 60 सेकंड तक हाथ धोएं जाए । या अल्कोहल युक्त हैंड सैनिटाइजर से कम से कम 20 सेकेंड तक हाथों को सैनिटाइज करें । श्वसन संबंधी शिष्टाचार का कड़ाई से पालन कराएं छींकते और खांसते समय मुंह को रुमाल, टिशू पेपर से ढके । मंदिर परिसर में थूकना सर्वथा वर्जित है । आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड एवं स्थापित कर उपयोग करने की सलाह सबको दी जाए । धार्मिक स्थल पर प्रवेश के लिए हाथ की सुरक्षा सेनीटाइजर और थर्मल स्क्रीनिंग में प्रावधान अनिवार्य है । परिसर में केवल बीमारी के लक्षणों से रहित व्यक्तियों को अनुमति दी जाएगी । धार्मिक स्थलों पर करोना के निवारक उपायों के बारे में प्रमुखता से पोस्टर लगाया जाय । कोरोना के निवारक उपायों पर जागरूकता फैलाने के लिए नियमित रूप से ऑडियो और वीडियो क्लिप दिखाया जाय । श्रद्धालु जूते चप्पल अपने वाहन के अंदर रखने को प्राथमिकता दें । परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त दूरी का चिन्ह विशिष्ट रूप से अंकित करते हुए कतार प्रबंधन बनाया जाए । विशेषत: आगंतुकों के प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं की जाय । जब प्रवेश के लिए कतार बने तो हर समय न्यूनतम 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखा जाय । 

परिसर में प्रवेश करने से पहले लोगों को अपने हाथ पैर को साबुन और पानी से धोना चाहिए । बैठने की व्यवस्था इस तरह से की जाए ताकि पर्याप्त सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे । मूर्तियों और पवित्र पुस्तक को स्पर्श करने की अनुमति नहीं दी जाएगी । बड़ी सभाएं समूह में एकत्रित होने पर प्रतिबंध रहेगा । संक्रमण फैलने के संभावित खतरे के मद्देनजर जहां तक संभव हो रिकॉर्ड किए गए भक्ति संगीत बजाए जा सकते हैं । भजन कीर्तन की अनुमति नहीं दी जाएगी । एक दूसरे को बधाई देते हुए शारिरिक संपर्क से बचना होगा । धार्मिक स्थान के अंदर कोई भी भौतिक तथा जैसे प्रसाद पवित्र जल का वितरण की अनुमति नहीं है । सामुदायिक रसोई की तैयारी और भोजन वितरण में शारिरिक दूरी के मानदंडों का पालन किया जाना चाहिए । धार्मिक प्रतिष्ठान द्वारा परिसर और फर्श की बार-बार सफाई सुनिश्चित किया जाए ।
खुल जाएगा 11 जून से श्रद्धालुओं के लिए सिंहेश्वर मंदिर का गर्भगृह, पर माननी होगी कई शर्तें खुल जाएगा 11 जून से श्रद्धालुओं के लिए सिंहेश्वर मंदिर का गर्भगृह, पर माननी होगी कई शर्तें Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 08, 2020 Rating: 5

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