मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सभा भवन में जीपीडीपी (ग्राम पंचायत विकास योजना) के प्रखंड स्तरीय दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज प्रखंड विकास पदाधिकारी ललन कुमार चौधरी, प्रखंड प्रमुख मनोज शाह एवं अंचल अधिकारी शशिभूषण कुमार द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया.
प्रशिक्षक के रूप में प्रखंड विकास पदाधिकारी ललन कुमार चौधरी एवं कृषि समन्वयक विकास कुमार ने जनप्रतिनिधियों को दी जानकारी.
दो सत्रों में कुल 17 पंचायतों के जनप्रतिनिधियों को ग्राम पंचायत विकास योजना के विषय में प्रशिक्षण दिए जाने का कार्यक्रम किया गया. जिसमें प्रथम सत्र में हरिपुरकला, सिंगयान, रघुनाथपुर रजनी, गंगापुर, कोल्हायपट्टी, डुमरिया, दिग्घी, रामपुर रतनपट्टी और दीनापट्टी.
वहीं भोजन काल के बाद दूसरे सत्र का प्रारंभ किया गया. इसमें भी उद्घाटन प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा किया गया. इस सत्र में नाढी, पोखराम परमानंदपुर बेलो, तमोट परसा, भतखोड़ा, जोरगामा, पड़वा नवटोल आदि. पंचायत के जनप्रतिनिधि की उपस्थिति में प्रथम सत्र के कार्यक्रम प्रारंभ हुआ.
जीपीडीपी योजना का मुख्य मकसद गांव में निर्धनता को दूर करने, आर्थिक सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ गांव में होने वाले विकास कार्यों की पारदर्शिता को बढ़ाना है. इसके तहत ग्राम सभा में होने वाली आम बैठक और विकास कार्यों की कार्ययोजना को प्लान प्लस सॉफ्टवेयर पर लोड किया जाएगा. जिसे कोई भी नागरिक ऑनलाइन देख सकते हैं.
उन्होंने मुखिया व पंचायत सचिवों से कहा कि प्रशिक्षण में बताए गए सभी बातों को ध्यान में रखकर इसे अपने-अपने पंचायतों में लागू करें ताकि पंचायती राज व्यवस्था के तहत गांव का विकास पारदर्शी ढंग से हो सके.
वहीं दूसरे सत्र में भी प्रशिक्षण के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रशिक्षक के रूप में कृषि समन्वयक विकास कुमार ने बताया कि गांवों में निर्धनता को दूर करने, आर्थिक, सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार के द्वारा साकारात्मक प्रयास किया जा रहा है. वहीं गांव में होने वाले विकास कार्यो में पारदर्शिता होगी.
आगे उन्होंने समूह की विशेषताओं को बतलाया. सदस्यता का नेतृत्व, निर्धारित लक्ष्य एवं उद्देश्य, निर्णय लेने की क्षमता, एक दूसरे को प्रेरित करने की क्षमता, विवाद को सुलझाने की क्षमता, समूह के सदस्यों में एक दूसरे के प्रति लगाव, आपसी विचारों के आदान-प्रदान की क्षमता, स्पष्ट नियम और प्रक्रिया.
मौके पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामचंद्र रमन, हरिपुर कला की मुखिया डॉ लक्ष्मी कुमारी, रघुनाथपुर मुखिया चंदन मंडल, गंगापुर मुखिया सुधा देवी, रजनी पंचायत की मुखिया अनिता कुमारी, दिग्घी पंचायत मुखिया संतोष पासवान, परमानंदपुर पंचायत मुखिया राजीव कुमार, कोल्हायपट्टी मुखिया कविता देवी, त्रिभुवन मंडल, परमानंद कुमार, अहिल्या कुमारी, रामेश्वर मंडल, वीरेंद्र ठाकुर, मनोज कुमार, अमरेश कुमार, बृजेश कुमार, मनोज कुमार, पंचायत समिति सदस्य मनोज यादव, प्रमोद कुमार, अरविंद कुमार, मनोरमा देवी, मीरा देवी, रेणू देवी, हरिपुर कला सरपंच मीरा देवी, ग्राम पंचायत रजनी सरपंच रंजू देवी, ग्राम पंचायत रामपुर सरपंच भोगेश्वर राम, विकास मित्र में रीना कुमारी, पूनम कुमारी, चित्रकला भारती, पूनम भारती, संगीत ऋषिदेव, जया कुमारी, अनिता कुमारी, सीता कुमारी, रिंकू कुमारी, वीरेन्द्र ऋषिदेव, रामप्रसाद ऋषिदेव आदि उपस्थित थे.

प्रशिक्षक के रूप में प्रखंड विकास पदाधिकारी ललन कुमार चौधरी एवं कृषि समन्वयक विकास कुमार ने जनप्रतिनिधियों को दी जानकारी.दो सत्रों में कुल 17 पंचायतों के जनप्रतिनिधियों को ग्राम पंचायत विकास योजना के विषय में प्रशिक्षण दिए जाने का कार्यक्रम किया गया. जिसमें प्रथम सत्र में हरिपुरकला, सिंगयान, रघुनाथपुर रजनी, गंगापुर, कोल्हायपट्टी, डुमरिया, दिग्घी, रामपुर रतनपट्टी और दीनापट्टी.
वहीं भोजन काल के बाद दूसरे सत्र का प्रारंभ किया गया. इसमें भी उद्घाटन प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा किया गया. इस सत्र में नाढी, पोखराम परमानंदपुर बेलो, तमोट परसा, भतखोड़ा, जोरगामा, पड़वा नवटोल आदि. पंचायत के जनप्रतिनिधि की उपस्थिति में प्रथम सत्र के कार्यक्रम प्रारंभ हुआ.
जीपीडीपी योजना का मुख्य मकसद गांव में निर्धनता को दूर करने, आर्थिक सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ गांव में होने वाले विकास कार्यों की पारदर्शिता को बढ़ाना है. इसके तहत ग्राम सभा में होने वाली आम बैठक और विकास कार्यों की कार्ययोजना को प्लान प्लस सॉफ्टवेयर पर लोड किया जाएगा. जिसे कोई भी नागरिक ऑनलाइन देख सकते हैं.
उन्होंने मुखिया व पंचायत सचिवों से कहा कि प्रशिक्षण में बताए गए सभी बातों को ध्यान में रखकर इसे अपने-अपने पंचायतों में लागू करें ताकि पंचायती राज व्यवस्था के तहत गांव का विकास पारदर्शी ढंग से हो सके.
वहीं दूसरे सत्र में भी प्रशिक्षण के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रशिक्षक के रूप में कृषि समन्वयक विकास कुमार ने बताया कि गांवों में निर्धनता को दूर करने, आर्थिक, सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार के द्वारा साकारात्मक प्रयास किया जा रहा है. वहीं गांव में होने वाले विकास कार्यो में पारदर्शिता होगी.
आगे उन्होंने समूह की विशेषताओं को बतलाया. सदस्यता का नेतृत्व, निर्धारित लक्ष्य एवं उद्देश्य, निर्णय लेने की क्षमता, एक दूसरे को प्रेरित करने की क्षमता, विवाद को सुलझाने की क्षमता, समूह के सदस्यों में एक दूसरे के प्रति लगाव, आपसी विचारों के आदान-प्रदान की क्षमता, स्पष्ट नियम और प्रक्रिया.
मौके पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामचंद्र रमन, हरिपुर कला की मुखिया डॉ लक्ष्मी कुमारी, रघुनाथपुर मुखिया चंदन मंडल, गंगापुर मुखिया सुधा देवी, रजनी पंचायत की मुखिया अनिता कुमारी, दिग्घी पंचायत मुखिया संतोष पासवान, परमानंदपुर पंचायत मुखिया राजीव कुमार, कोल्हायपट्टी मुखिया कविता देवी, त्रिभुवन मंडल, परमानंद कुमार, अहिल्या कुमारी, रामेश्वर मंडल, वीरेंद्र ठाकुर, मनोज कुमार, अमरेश कुमार, बृजेश कुमार, मनोज कुमार, पंचायत समिति सदस्य मनोज यादव, प्रमोद कुमार, अरविंद कुमार, मनोरमा देवी, मीरा देवी, रेणू देवी, हरिपुर कला सरपंच मीरा देवी, ग्राम पंचायत रजनी सरपंच रंजू देवी, ग्राम पंचायत रामपुर सरपंच भोगेश्वर राम, विकास मित्र में रीना कुमारी, पूनम कुमारी, चित्रकला भारती, पूनम भारती, संगीत ऋषिदेव, जया कुमारी, अनिता कुमारी, सीता कुमारी, रिंकू कुमारी, वीरेन्द्र ऋषिदेव, रामप्रसाद ऋषिदेव आदि उपस्थित थे.

ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) पर दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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September 12, 2019
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September 12, 2019
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