"मुबारक हो गड्ढा पैदा हुआ है, आप गड्ढों के शहर मधेपुरा जिले के मुरलीगंज में हैं": सड़क पर की धान रोपाई

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज में संजीव कुमार के नेतृत्व में दर्जनों राजद कार्यकर्ताओं ने मुरलीगंज मधेपुरा की ओर जाने वाली एनएच 107 पर सड़क पर गड्ढों में धान रोपकर विरोध जताया. 


मिली जानकारी के अनुसार मुरलीगंज प्रखंड क्षेत्र के गंगापुर से 50 मीटर पश्चिम की ओर बने जानलेवा गड्ढों की गहराई 04 फीट और चौड़ाई 03 फीट है और यहाँ हर रोज  दुर्घटनाएं घट रही है. विरोध जताते कार्यकर्ता आते-जाते वाहन चालकों और राहगीरों से व्यंग व्यक्त करते हुए मुस्कुराते हुए कह रहे थे ''मुस्कुराइए, आप गड्ढों के बड़े जिले मधेपुरा के मुरलीगंज शहर में हैं और मुबारक हो गड्ढा पैदा हुआ है'' धान रोपाई के बाद राजद के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर बने नए गड्ढों का जन्मदिन भी मनाया.

बताया कि सहरसा से लेकर पूर्णिया तक गड्ढों भरे सड़क में लोग अपनी जान को हथेली पर लेकर चलते हैं. पिछले 2 वर्षों से गड्ढा मुक्त सड़क बनाने के लिए एनएचएआई बेगूसराय और एनएच पूर्णिया के बीच विवाद चलता रहा. अब जब एनएचएआई को नव-निर्माण करने का आधिकारिक आदेश प्राप्त हो चुका है और गैमन इंडिया निर्माण एजेंसी के रूप में प्राधिकृत कार्य किए गए हैं. तब फिर इस एनएच 107 पर सहरसा से मुरलीगंज तक सड़क को मरम्मती कर वाहनों के परिचालन योग्य बनाने के दिशा में नजरअंदाज किया जा रहा है.

बारिश के मौसम में गड्ढों का अंदाजा नहीं होने के कारण हर रोज दर्जनों मोटरसाइकिल चालक दुर्घटना के शिकार होते हैं, पर इस तीन-चार फीट गहरे गड्ढे और 05 फीट चौड़े गड्ढों को ईंट-पत्थरों से भी भरने की दिशा में प्रशासन से लेकर एनएचएआई विभाग द्वारा नजर अंदाज किया जा रहा है. एक साल बाद भी सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं हो सकी है. रोज एक गड्ढा सड़क पर बन रहा है. जिसमें लोगों की जान जा रही है.

संजीव कुमार का कहना है कि अब अगर गड्ढों के कारण दुर्घटना होती है तो इसके लिए वह अब न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे.
"मुबारक हो गड्ढा पैदा हुआ है, आप गड्ढों के शहर मधेपुरा जिले के मुरलीगंज में हैं": सड़क पर की धान रोपाई "मुबारक हो गड्ढा पैदा हुआ है, आप गड्ढों के शहर मधेपुरा जिले के मुरलीगंज में हैं": सड़क पर की धान रोपाई Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 05, 2018 Rating: 5

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