'हर हर महादेव': सावन में श्रद्धालुओं के लिए ख़ास होगा बाबा की नगरी सिंहेश्वर

 मधेपुरा के बाबा नगरी सिंहेश्वर में “मोर भंगिया के मनाई द हो भोले नाथ, मोर जोगिया के मनाई द हो भोलेनाथ” की धुन पर नाचते सावन में श्रद्धालु जब बाबा मंदिर में प्रवेश करते हैं तो स्वर्ग सा नजारा दिखाई देता है.


चारों तरफ गेरुआ वस्त्र की संख्या बढ़ जाती है. डाक बम कांवरिया और दंड प्रणाम देने वालों और श्रद्धालुओं की भीड़ के साथ भोलेनाथ की जयकारा के साथ पूरे मंदिर प्रांगण में एक ही धुन सुनाई देती है, हर-हर महादेव, बम-बम भोले.
सावन में लगभग प्रत्येक दिन 50 हजार से एक लाख श्रद्धालु बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं. जिसकी संख्या रविवार और सोमवार को बढ़कर तीन लाख तक हो जाती है. 

ऐसी मान्यता है कि देवाधिदेव महादेव की नगरी में बाबा भोलेनाथ के कामना लिंग से आप जो भी कामना करते हैं, वह अवश्य ही बाबा सिंहेश्वर नाथ के कामना लिंग के दर्शन करने से पूरा होता है. यही कारण है कि बाबा सिंहेश्वर नाथ के दर्शन के लिए देश-विदेश, नेपाल के तराई क्षेत्र और मिथलांचल, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, खगड़िया, दरभंगा जिले के लोग ज़्यादातर जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं.

सावन की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक अफसर लगातार मंदिर परिसर में कैंप कर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. इस बावत एसडीओ वृंदा लाल, डीएसपी वसी अहमद, बीडीओ अजीत कुमार, सीओ कृष्ण कुमार सिंह, थानाध्यक्ष बीडी पंडित, आरईओ के कार्यपालक अभियंता शैलेंद्र कुमार मंडल, न्यास के प्रबंधक उदय कांत झा, सदस्य कन्हैया ठाकुर और संजीव ठाकुर के साथ मेले की विधि-व्यवस्था पर व्यापक चर्चा की.

श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो इसके लिए बड़ी वाहनों को बाजार के अंदर कहीं रुकने नहीं दिया जाएगा, एवं छोटी वाहनों के लिए जगह-जगह बैरिकेटिंग बनाए गए हैं. मधेपुरा से आने वालों के लिए नारियल विकास बोर्ड के पास, वहीं सुपौल और गम्हरिया से आने वालों के लिए दुर्गा चौक. शंकरपुर, लालपुर, कुमारखंड की ओर से आने वाले वाहनों के लिए मेला ग्राउंड में पार्किंग स्थल बनाया गया है.

पार्किंग की व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए सभी वाहनों के शुक्ल की प्रिंटेड रसीद पार्किंग वालों को दिया जा रहा है, ताकि पार्किंग वाला पार्किंग और न्योछावर शुल्क श्रृद्धालुओं से अधिक नहीं वसूल सके. इस तरह की शिकायत मिलने पर सभी कलेक्शन एजेंट पर प्राथमिकी दर्ज किया जाएगा.
वहीं बाबा मंदिर के आगे पूजा के लिए घंटों कतार में लगे श्रद्धालुओं को धूप और वर्षा से बचाने के लिए बने बैरीकेटिंग पर शेड लगाए जा रहे हैं. साथ-ही डाक बम के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है. डाक बम को मंदिर में आसानी से दक्षिणी गेट से प्रवेश कराया जायेगा. डाक बम के लिए न्यास की ओर से ग्लूकोज, नींबू-पानी और मालिश के लिए तेल उपलब्ध रहेगा.

वहीं पूरे मेला ग्राउंड, मंदिर परिसर, शिवगंगा परिसर, बाईपास मंदिर रोड में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था के लिए वहां एलईडी बल्ब लगाए गए हैं. जबकि मंदिर रोड में और आसपास के जगहों पर अतिक्रमण के लिए सीईओ वीडियो खुद अतिक्रमण खाली कराने का काम शुरू कर दिए हैं.
वहीं शिवगंगा के पीछे मेले की भी व्यवस्था की गई है, जिसमें कई तरह के झूले और एक बूगी-बूगी लगाया जा रहा है, ताकि सावन में आने वाले श्रद्धालुओं का मनोरंजन भी किया जा सके. 

रोड नंबर 18 सड़क की व्यवस्था पर आरईओ के कार्यपालक अभियंता ने कहा कि बाबा नगरी में पहली समस्या है कि हल्की बारिश में भी जल-जमाव हो जाता है. पानी सड़क के साथ-साथ घरों में भी घुसने लगता है. जब तक समग्र रुप से प्लान के अनुसार ड्रेनेज सिस्टम बना कर लेवल के अनुसार सिस्टम को कनेक्ट नहीं किया जाता है, तबतक समस्या जस के तस बनी रहेगी. उन्होंने कहा कि तत्काल निकासी के लिए डोम टोली के पास जेसीबी से मार्ग बनाया जायेगा. इस व्यवस्था के बाद ही रोड नंबर 18 पर जीएसबी डाल कर मोटरेबल किया जायेगा.
'हर हर महादेव': सावन में श्रद्धालुओं के लिए ख़ास होगा बाबा की नगरी सिंहेश्वर 'हर हर महादेव': सावन में श्रद्धालुओं के लिए ख़ास होगा बाबा की नगरी सिंहेश्वर Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 27, 2018 Rating: 5

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