यदि आपसे कोई ये प्रश्न पूछे कि बिहार में गिरती शिक्षा का सबसे अधिक जिम्मेवार कौन है, छात्र, अभिभावक या शिक्षक. तो अब कन्फ्यूज होने की कहीं से कोई जरूरत नहीं है, आपका जवाब यदि अब शिक्षक हो तो ‘बेस्ट आंसर’. एक ताजा बानगी देखिए और समझने का प्रयास कीजिए.मधेपुरा जिले के गम्हरिया प्रखंड क्षेत्र में कल जहाँ प्राथमिक विद्यालयों के औचक निरीक्षण में तीन प्राथमिक स्कूलों में बदहाली की जो सूरत दिखी तो चिंता का विषय था. पर ये सोचकर संतोष करना भूल होगी कि जिले में हाई स्कूलों की स्थिति कुछ अच्छी है. जो तेरा हाल है, वो मेरा हाल है. ताल से ताल मिलाते हुए जिले के कई हाई स्कूलों को भी शिक्षकों ने ही बर्बादी की कगार पर पहुंचा रखा है, जबकि कुछ स्कूल जिले में बेहतर प्रदर्शन भी कर रहे हैं. आज जब गम्हरिया की बीडीओ कुमारी पूजा औचक निरीक्षण करने सियाराम उच्च विद्यालय जोगबनी पहुंची तो स्कूल में भारी अनियमितता का आलम था. स्कूल में शिक्षक तो दस मौजूद थे, पर छात्र एक भी उपस्थित नहीं था. लग रहा था, किसी खबरी लाल के द्वारा औचक निरीक्षण की खबर पर शिक्षक अचानक स्कूल पहुँच गए थे. पूछे जाने पर हेड मास्टर विश्वनाथ प्रसाद तथा अन्य ने कहा कि कल तो बच्चे आये थे, पर आज नहीं आये हैं. बताया गया कि स्कूल में नवमी कक्षा में कुल 497 छात्र नामांकित हैं और दशवीं में 282. स्कूल में छात्रों की उपस्थिति पंजी भी खाली थी जबकि बीडीओ का औचक निरीक्षण 1:45 बजे के आसपास हुआ था. क्लास दस के सेक्शन A और B की उपस्थिति पंजी भी कार्यालय में उपलब्ध नहीं थी.
बीडीओ के टेस्ट में फेल हुए शिक्षक: जाहिर था, स्कूल में सबकुछ गड़बड़ था. बीडीओ कुमारी पूजा ने शिक्षकों से पूछा कि यदि आप रोज बच्चों की हाजरी बनाते हैं तो अपने क्लास के दस बच्चों का नाम बिना रजिस्टर देखे तो बता सकते हैं? जिसपर सभी शिक्षक बगलें झाँकने लगे.
मतलब साफ़ है, यहाँ शिक्षा बांटने के नाम पर राष्ट्रनिर्माता एक भद्दा मजाक कर रहे हैं और सैलरी भी शायद सरकार से फ़ोकट का ले रहे हैं. स्थिति का अंदाजा कोई भी सहज ही लगा सकता है.
बीडीओ कुमारी पूजा ने कहा कि कार्रवाई के लिए पूरी रिपोर्ट से जिलाधिकारी को अवगत कराया जाएगा.
मतलब साफ़ है, यहाँ शिक्षा बांटने के नाम पर राष्ट्रनिर्माता एक भद्दा मजाक कर रहे हैं और सैलरी भी शायद सरकार से फ़ोकट का ले रहे हैं. स्थिति का अंदाजा कोई भी सहज ही लगा सकता है.
बीडीओ कुमारी पूजा ने कहा कि कार्रवाई के लिए पूरी रिपोर्ट से जिलाधिकारी को अवगत कराया जाएगा.
शिक्षक दस मौजूद, छात्र एक भी नहीं: हाई स्कूल में फ़ोकट की सैलरी उठा रहे ये शिक्षक!
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 21, 2016
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