
इस अवसर पर बीपीएम जीविका सुबित कुमार ने बताया कि प्रत्येक पंचायत में प्रखंड योजना दल (बीपीटी) के द्वारा सर्वे कर प्राथमिकता के आधार पर योजनाओं का चयन किया जाएगा. एनआरएलएम के अंर्तगत महिलाओं को स्वंय सहायता समूह के द्वारा संगठन बना आपसी बचत कर जीविकोपार्जन के लिए प्रोत्साहन दिया जायेगा. मनरेगा के पीओ नारायण कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत श्रम बजट के निर्माण हेतु उन सभी लोगों को साल में 100 दिन का काम दिये जाने का प्रावधान है. आईऐवाई के अंर्तगत बीपीएल परिवारों को चिन्हित कर आवास बनाने के लिए 70 हजार रुपये का सहायता दिया जायेगा.
क्षेत्रीय समन्वयक प्रकाश कुमार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में जो भी अकुशल मजदूर हैं उन्हें उनके योग्यता के अनुसार कौशल विकास योजना में शामिल कर प्रशिक्षित किया जा सकेगा ताकि उनके जीवन स्तर को सुधारा जा सके तथा एनएसऐपी के अंर्तगत उन गरीब बुजुर्गों , विधवाओं को यह दल चिह्नित कर पेंशन का लाभ दिलायेगी.
मौके पर जेई मनरेगा संजय कुमार, राघव सिह, जीविका के सुभाष कुमार, ज्योति, शवेता , मधु, ममता, मुन्नी, अनामिका, एवं सभी पीआरएस, किसान सलाहकार, इंदिरा आवास सहायक, आंगनबाड़ी सेविका, विकास मित्र, समुदायिक उत्प्रेरक आदि मौजूद थे.
आईपीपीई -2 का प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ शुरू: ग्रामीण क्षेत्रों के लिए लाभकारी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 21, 2015
Rating:

No comments: