आज के दिन ही 1981 में बना था मधेपुरा जिला: जानें मधेपुरा को संक्षेप में

09 मई 1981. मधेपुरा के जिला बनने का दिन. जिला बनते ही यहाँ के लोगों के सपने उड़ान भरने लगे. विकास के द्वार खुले तो विभिन्न कार्यालयों के खुलने के बाद शहर और जिले ने विकास की राह पकड़ ली. आज जिला प्रशासन मधेपुरा का स्थापना दिवस मना रहा है. मधेपुरा के वर्तमान जिला पदाधिकारी गोपाल मीणा के कार्यकाल में जिले ने शैक्षणिक विकास के साथ और भी तरक्की देखी है.
    स्थापना दिवस की बाकी ख़बरों के साथ हम जल्द ही उपस्थित होते हैं, पर आइए एक बार फिर से रिफ्रेश हो लें अपने जिला मधेपुरा के बारे में.
मधेपुरा एक परिचय: बिहार के कुल 38 जिलों में से एक मधेपुरा चारों तरफ से कुल 6 जिलों से घिरा है. इसके उत्तर में अररिया तथा सुपौल, दक्षिण में खगड़िया तथा भागलपुर, पूरब में पूर्णिया और पश्चिम में सहरसा जिलें हैं. जिले का कुल क्षेत्रफल 1788 वर्ग किलोमीटर है. 2 अनुमंडल (मधेपुरा और उदाकिशुनगंज), 13 प्रखंड तथा 13 अंचल से बने इस जिले की कुल आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार 19 लाख 94 हजार 618 है. जिला 25°. 34 से  26°.07' अक्षांश तथा 86° .19' से  87°.07' देशांतर पर अवस्थित है.
     9 मई 1981 को मधेपुरा एक जिला के रूप में सहरसा से अलग हुआ और मधेपुरा तथा उदाकिशुनगंज अनुमंडल को मिलाकर एक जिले का रूप इसे दिया गया. इससे पूर्व 1 अप्रैल 1954 को  सहरसा भागलपुर जिला से अलग होकर जिला बना था, वैसे मधेपुरा 3 सितम्बर 1945 से ही भागलपुर जिला के अंतर्गत सब-डिवीजन के रूप में था. वर्तमान मधेपुरा 09 मई 1845 को सब-डिवीजन (अनुमंडल) के रूप में अस्तित्व में आया. उस समय सहरसा जो आज जिला है, मधेपुरा का रेवन्यू सर्किल था. जब सहरसा 01 अप्रैल 1954 को जिला बना तो मधेपुरा सहरसा जिले के अंतर्गत एक अनुमंडल था. 09 मई 1981 को मधेपुरा जिला बना तो उस समय मधेपुरा जिला के अंतर्गत सात ही प्रखंड थे. (जानकारी साभार: www.madhepuratimes.in) (वि० सं०)
आज के दिन ही 1981 में बना था मधेपुरा जिला: जानें मधेपुरा को संक्षेप में आज के दिन ही 1981 में बना था मधेपुरा जिला: जानें मधेपुरा को संक्षेप में Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 09, 2015 Rating: 5

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