कठिन परिश्रम के अलावा सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं:प्रभात

AIPMT (आल इण्डिया प्री-मेडिकल टेस्ट) 2011 में पूरे देश में 67वां रैंक प्राप्त
मधेपुरा जिले में मुरलीगंज थाना के बीरगांव के एक गरीब किसान के बेटे प्रभात ने सीबीएसई द्वारा आयोजित AIPMT (आल इण्डिया प्री-मेडिकल टेस्ट) 2011 में पूरे देश में 67वां रैंक लाकर इस बात को फिर से एक बार साबित कर दिया है कि सफलता किसी परिस्थिति का मुहताज नही होती. घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण माँ पूनम सिंह और पिता अशोक कुमार सिंह के पुत्र प्रभात कुमार (जन्म तिथि २४ दिसंबर १९९१) की हाई स्कूल की शिक्षा मुरलीगंज के बी० एल० हाई स्कूल से हुई जहाँ से इन्होने वर्ष २००७ में ७५% अंकों के साथ मैट्रिक
किया और इंटरमीडिएट इन्होने वर्ष २००९ में ७४% अंकों के साथ टी० पी० कॉलेज,मधेपुरा से किया.पिता ने बेटे की पढ़ाई में बहुत ज्यादा लगन देखा तो प्रभात को उन्होंने एक वर्ष के लिए मेडिकल की तैयारी के लिए कोटा(राजस्थान) भेज दिया जहाँ कैरिअर प्वाइंट नामक संस्थान के द्वारा प्रभात ने मेडिकल की तैयारी की और प्रभात मधेपुरा टाइम्स को बताते हैं कि इस दौरान उसने कठोर मिहनत को अंजाम दिया, और वर्ष २०११ की आल इण्डिया प्री-मेकल परीक्षा में ६७ रैंक प्राप्त किया.
      वर्तमान में प्रभात VMMC (वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज, सफदरगंज,नई दिल्ली से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं.इतनी बड़ी सफलता पाकर कैसा महसूस करते हैं, के प्रश्न पर प्रभात कहते हैं कि माता-पिता के सपने को पूरा करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है.तैयारी के विषय पर प्रभात कहते हैं कि इस परीक्षा के लिए NCERT  की किताबें ही पढनी चाहिए,पर परीक्षार्थियों को हमेशा इस बात को याद रखनी चाहिए कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता,कठिन परिश्रम से ही ऐसे परीक्षाओं में सफलता अर्जित की जा सकती है.
  कार्डियोलॉजी से एमएस करने का इरादा रखने वाले प्रभात कहते हैं कि वे अपनी पढाई पूरी करने के बाद मधेपुरा में ही बेहतर स्वास्थ्य सेवा देना पसंद करेंगे ताकि अपने क्षेत्र का और विकास हो सके.मधेपुरा टाइम्स परिवार की ओर से प्रभात को इस अद्भुत सफलता पर हार्दिक शुभकामनाएं.
कठिन परिश्रम के अलावा सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं:प्रभात कठिन परिश्रम के अलावा सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं:प्रभात Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 04, 2011 Rating: 5

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