मो० अली जौहर-बुलंद इरादों ने बदली जिंदगी




कर्मचारी चयन आयोग द्वारा संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा २००८, स्कीम-ए (असिस्टेंट ग्रेड ) में ऑल इंडिया टॉपर
व्यक्ति परिचय नाम - मो० अली जौहर
पिता का नाम - स्व० मो० इकबाल हुसैन
माता का नाम - श्री मती सबनम खातून
जन्म तिथि - ०२/०२/१९८४
पता - द्वारा -मो० नेसार
   ग़ालिब कॉलोनी, बालूमाथ
     जिला- लातेहार, झारखण्ड
वर्तमान पदस्थापन :भारतीय स्टेट बैंक (कृ० वि० शा०)
शैक्षणिक योग्यता
मैट्रिक- राजकीय कृत उच्च विद्यालय,बालूमाथ -१९९९-६५%      
इंटर चतरा कॉलेज, चतरा -२००१-७३% हेतु
स्नातक(इतिहास प्रतिष्ठा)  -मारवारी कॉलेज, रांची
I.A.I.I.B.  - Indian Institute of Banking & Finance, Kolkata (2009)
C.A.I.I.B.  - Indian Institute of Banking & Finance, Kolkata (2010)
M.B.A. – Sikkim Manipal University (जारी....)
पूर्व चयन :
१.संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा २००५ (ऑडिटर पद हेतु अंतिम रूप से चयनित,रैंक -७)
२.भारतीय स्टेट बैंक द्वारा सी० आर० ए० पद हेतु चयन (२००८ ई० में तथा वर्तमान में पदस्थापित)
अंतिम चयन :
संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा असिस्टेंट ग्रेड २००८ द्वारा सायफर असिस्टेंट आई० एफ़० एस० पद हेतु चयन (रैंक प्रथम)
व्यक्ति विशेषताएं
आदर्श व्यक्तित्व मेरी माँ व् डा० ए० पी० जे० अब्दुल कलाम
अभिरूचियां     - कविता,आलेख लेखन व् समाज सेवा
सबल पक्ष     -दृढ  इक्षा शक्ति, खुद पर पूर्ण विश्वास एवं निरंतर जूझने की क्षमता
निर्बल पक्ष      - किसी को न नहीं कह पाना.
सुनियोजित कर्म, सही दिशा में परिश्रम एवं दृढ इक्षाशक्ति मेरी सफलता के मूल तत्व हैं.
                     __ मो० अली० जौहर
(कर्मचारी चयन आयोग की संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा (असिस्टेंट ग्रेड २००८) में ऑल इण्डिया टॉपर, रैंक-प्रथम ) 
कर्मचारी चयन आयोग द्वारा संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा २००८, स्कीम-ए (असिस्टेंट ग्रेड ) में ऑल इंडिया टॉपर होकर भारतीय विदेश सेवा के लिए सायफर असिस्टेंट आई०एफ़०एस० पद पर चयनित होकर नि:संदेह श्री मो० अली जौहर ने एक गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल की है,जिसके लिए वह सभी प्रशंसा एवं हमारी बधाई के पात्र हैं.मधेपुरा टाइम्स के प्रबंध संपादक श्री राकेश कुमार सिंह के साथ उनकी महत्वपूर्ण भेंटवार्ता मधेपुरा टाइम्स के कार्यालय में हुई,जो मूलरूप से यहाँ प्रस्तुत है ताकि हमारे पाठकों को उनके अनुभव प्रेरित कर सकें-
 मधेपुरा टाइम्स: सबसे पहले मधेपुरा टाइम्स परिवार की ओर से आपको इस उल्लेखनीय व् उत्कृष्ट सफलता के लिए हार्दिक बधाई.
 श्री अली जौहर: जी बहुत बहुत धन्यवाद.
 म० टाइम्स: ऑल इंडिया टॉपर बनकर आपको कैसा महसूस हो रहा है?क्या आप अपनी सफलता के प्रति आश्वस्त थे?
 श्री अली जौहर: सर्वोच्च वरीयता प्राप्त कर काफी खुशी एवं सुकून महसूस हो रहा है.आखिर मेरी अम्मी की दुआ एवं मेरी मिहनत रंग लाई.मुख्य परीक्षा में अपने प्रदर्शन के आधार पर अपनी सफलता के प्रति आश्वस्त था परन्तु रैंक के प्रति अनिश्चितता बरकरार थी.सर्वोच्च स्तान प्राप्त करना एक सुखद अनुभूति है.
 म० टाइम्स: परीक्षाफल आने के पूर्व टॉपर्स के बारे में आपके क्या विचार थे?
 श्री अली जौहर: मेरा सदैव से यह मानना रहा है कि टॉपर्स कहीं अलग से पैदा नहीं होते.सकारात्मक सोच, लगन व् लक्ष्य के प्रति निष्ठा ही व्यक्ति को उस पायदान तक ले जाती है जिसे हम शिखर कहते हैं.
 म० टाइम्स: आप अपनी सफलता का श्री किसे देना चाहेगे?
 श्री अली जौहर: मैं अपनी सफलता का श्री अपनी दृढ इक्षाशक्ति, परिवार के सकारात्मक सहयोग एवं गुरुजनों,मित्रों तथा जुनिअर्स के पूर्ण सहयोग को देना चाहूँगा.
 म० टाइम्स: आपने कितने प्रयासों में यह सफलता अर्जित की?
 श्री अली जौहर: यह मेरा दूसरा प्रयास था,पहले प्रयास में स्कीम-बी में ७वीं रैंक के साथ ऑडिटर के पद हेतु चयनित किया गया था.
 म० टाइम्स: आपकी सफलता का मूल मंत्र क्या है?
 श्री अली जौहर: सुनियोजित कर्म, सही दिशा में परिश्रम एवं दृढ इक्षाशक्ति मेरी सफलता के मूल मंत्र हैं.
 म० टाइम्स: कर्मचारी चयन आयोग तथा बैंक की परीक्षाओं में प्रश्नों को हल करते समय समय प्रबंधन का विशेष महत्त्व होता है.आपने इस सम्बन्ध में क्या रणनीति अपनाई?
 श्री अली जौहर: समय प्रबंधन सर्वाधिक महत्वपूर्ण पहलू है.हमेशा उत्तर शब्द सीमा में लिखना चाहिए.तभी सभी प्रश्नों के सारगर्भित उत्तर लिखे जा सकते हैं.मेरे ख्याल से वैज्ञानिक रूप से तैयारी करनी चाहिए.क्या पढ़ना है से ज्यादा जरूरी है,क्या नहीं पढ़ना है.सभी विषयों के ऑल राउंडर बनें तभी सफलता हासिल हो सकती है.
 म० टाइम्स: प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा हेतु आपने क्या रणनीति बनाई?
 श्री अली जौहर: प्रारंभिक परीक्षा हेतु तथ्यपरक अध्ययन की आवश्यकता होती है,जिसमे मैंने विगत वर्षों के प्रश्नपत्रों के आधार पर विश्लेषणात्मक तैयारी की.खुद का नोट्स बनाकर प्रतिदिन एक सेट बनाने की रणनीति अपनाई.
            मुख्य परीक्षा के समय सेवारत होने के कारण इस परीक्षा कि तैयारी में अपेक्षित समय नहीं दे पाया तथापि अध्ययन की निरंतरता ने इस कमी को पूरा किया.मुख्य परीक्षा में उत्तर लिखने में मौलिक विचार,परिमार्जित व् सारगर्भित लेखन शैली को प्राथमिकता दिया.
   निबंध की तैयारी में कवितायेँ लिखने का मेरा अनुभव व् भाषा पर पकड़ ने सहयोग किया.पत्र -पत्रिकाओं के सामयिक मुद्दों पर लिखे आलेख व् अंग्रेजी निबंध के लिए द टाइम्स ऑफ इंडिया के सम्पादकीय से मुझे कफे फायदा हुआ.
 म० टाइम्स: आपने साक्षात्कार के लिए कैसे तैयारी की.आपका साक्षात्कार कब हुआ एवं आपसे क्या-क्या प्रश्न पूछे गए थे?
 श्री अली जौहर: साक्षात्कार हेतु सामयिक मुद्दों पर समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं के माध्यम से अपना अभिमत बनाया.अपने बायोडाटा से सम्बंधित संभावित प्रश्नों का डिस्कशन अपने गुरुओं के साथ किया.उनके व् मित्रों के साथ किये छद्म इंटरव्यू अत्यंत लाभप्रद साबित हुए.मेरा साक्षात्कार दि० ०३.०२.२०१० को कोलकाता में कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय में संपन्न हुआ.मेरा साक्षात्कार लगभग ३५ मिनट चला,बोर्ड में ५ सदस्य थे, जिनका व्यवहार काफी सहयोगात्मक थे.
 साक्षात्कार बोर्ड द्वारा पूछे गए कुछ प्रश्न इस प्रकार हैं:
१.       नाबार्ड के बारे में क्या जानते हैं?
२.      करबला का युद्ध क्यों हुआ?
३.      मेरी पारिवारिक पृष्ठभूमि से सम्बंधित प्रश्न.
४.      जिहाद क्या है?वास्तविक जिहाद वर्तमान प्रचलित जिहाद से किस प्रकार भिन्न है?
५.     शिया और सुन्नी में क्या अंतर है?
६.       मेरी संस्था रूरल एजुकेशनल डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन के बारे में तार्किक प्रश्न.
७.     इसके अलावे मेरी अभिरुचियों तथा बैंकिंग कार्य प्रणाली से सम्बंधित प्रश्न.
 म० टाइम्स: किस शैक्षणिक स्तर पर परीक्षार्थियों को इन प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए?
 श्री अली जौहर: मेरे विचार से स्नातक में प्रवेश के समय से ही सुनियोजित तैयारी शुरू कर देनी चाहिए.एक जैसे विद्यार्थियों का ग्रुप मिल जाये तो अतिउत्तम है.
 म० टाइम्स: उन पत्रिकाओं,समाचार पत्रों व् पुस्तकों के नाम बताएँ जिन्हें आपने अपनी तैयारी हेतु अध्ययन किया?
 श्री अली जौहर: मैंने इस परीक्षा की तैयारी के लिए कुरुक्षेत्र, योजना एवं प्रतियोगिता दर्पण जैसी प्रमाणिक पत्रिकाओं,टाइम्स ऑफ इंडिया व् दैनिक जागरण जैसे समाचार पत्रों के नियमित अध्ययन के अलावे एन०सी०ई०आर०टी० के बारहवीं तक की पुस्तकों का अध्ययन किया.
 म० टाइम्स: आप मधेपुरा में विगत डेढ़ वर्षों से हैं.यहाँ के विद्यार्थियों में अक्सर पटना जाकर कोचिंग संस्थानों में पढाई करने का रुझान रहता है,इस सम्बन्ध में आप क्या सोचते हैं?
 श्री अली जौहर: मधेपुरा में बिताए डेढ़ वर्षों में मैंने अनुभव किया कि यहाँ के परीक्षार्थियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं.आवश्यकता है बस उन्हें निखारने की.अब पहले से स्थिति बदल चुकी है.मधेपुरा में भी विशेषज्ञों की कमी नहीं है तथा यहाँ भी प्रतियोगिता परीक्षा हेतु विद्यार्थिओं में रुझान बढ़ा है.पटना जाकर कोचिंग संस्थानों के कुचक्र में फंसकर पैसा व् समय गंवाने से बेहतर तो यही होगा कि यहाँ के विद्यार्थी मधेपुरा के राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों से सहयोग ले.आखिर इन्ही प्रदेशों के विशेषज्ञ पटना,दिल्ली आदि जाकर पढाते रहें हैं.
 म० टाइम्स: मधेपुरा के आगामी परीक्षार्थियों खासकर ग्रामीण व् आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र-छात्राओं को आप क्या सन्देश देना चाहेंगे?
 श्री अली जौहर: कठिन परिश्रम के बलबूते भाग्य की लकीरों को भी बदला जा सकता है.पूरे धैर्य व् आत्मविश्वास के साथ तैयारी करें.कमजोर आर्थिक व् शैक्षणिक पृष्टभूमि के छात्र इसे नकारात्मक नहीं,बल्कि सकारात्मक रूप में लें क्योंकि आपमें कर्मठता व् आत्मबल तुलनात्मक रूप से ज्यादा होता है जिससे आपकी सफलता की सम्भावना भी अधिक होती है.याद रखें
   जितने कष्ट संकटों में है
      जिसका जीवन सुमन खिला
    गौरव गंध उन्हें उतना ही
      यत्र-तत्र सर्वत्र मिला.
 म० टाइम्स: आपका अगला लक्ष्य क्या है?
 श्री अली जौहर: जिंदगी की असली उड़ान बाकी है,
              मेरे इरादों का इम्तहान अभी बाकी है,
              अभी तो नापी है मुट्ठी भर जमीं
              आगे अभी सारा आसमान बाकी है.
  नि:संदेह मेरा अगला लक्ष्य आई० ए० एस० बनना है,जिसके लिए मैंने अभी से तैयारी शुरू कर दी है.
 म० टाइम्स: आपने जो समय व् सहयोग दिया उसके लिए धन्यवाद.हम आपके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं.
 श्री अली जौहर: जी,धन्यवाद.
मो० अली जौहर-बुलंद इरादों ने बदली जिंदगी मो० अली जौहर-बुलंद इरादों ने बदली जिंदगी Reviewed by Rakesh Singh on May 05, 2010 Rating: 5

3 comments:

  1. Really appreciable .. congratulations...

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  2. i m really proud that i once i had recieved tha 1st prize from Md. Ali Jauhar in a speech comp. on topic BRAIN DRAIN organised by Computer City Centre.

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  3. I really feel proud that once I had recieved 1st prize from Md. Ali Jauhar, in a speech comp. organised by Computer City Centre

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