सेहत: स्तनपान 🧑‍🍼कराते समय मोबाइल 📲 का इस्तेमाल न करें माएँ: डॉ प्रो० पूजा भारती

स्त्री प्रसूति एवं बांझपन रोग विशेषज्ञ  डॉ प्रो० पूजा भारती ने सलाह दी है कि महिलाएं अपने दुधमुंहे बच्चों को #स्तनपान 🧑‍🍼 कराते समय मोबाइल 📲 का इस्तेमाल न करें.
स्तनपान केवल बच्चों के शारीरिक पोषण का जरिया नहीं बल्कि यह मां और शिशु के बीच भावनात्मक रिश्ते को मजबूत करने का समय भी होता है. ऐसे समय में अगर माँ मोबाइल पर बात करती है तो नवजात की सेहत पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है. बच्चा मां की नजरों और संवेदनाओं से वंचित हो सकता है. 

डॉक्टर भारती ने बताया कि स्तनपान के समय मोबाइल को खुद से दूर रखें. उन्होंने कहा कि आजकल की लड़कियां नौकरी और पढ़ाई के चक्कर में देर से शादी कर रही है, जो मां बनने में बड़ी बाधा है. यह समझने की आवश्यकता है कि मां बनने की सही उम्र 25 से 35 वर्ष ही है. देर से शादी करने पर अंडाणुओं की कमी होने लगती है जो बांझपन की समस्या के रूप में सामने आती है. हालांकि वर्तमान परिवेश में आईवीएफ तकनीक की मदद से संतान सुख मिल रहा है. बड़े शहरों के साथ छोटे कस्बों में भी आईवीएफ का चलन बढ़ रहा है. 

महिलाओं के लिए घातक है धूम्रपान. डॉ प्रो भारती के मुताबिक महिलाओं को धूम्रपान और शराब से परहेज करना चाहिए. ऐसा करने से उनकी सेहत के लिए  और गर्भस्थ शिशु के लिए भी खतरनाक हो सकता है. जो महिलाएं धूम्रपान करती है उन्हें गर्भधारण करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. बांझपन बढ़ाने की एक प्रमुख वजह यह भी है. डॉ प्रो. भारती ने बताया कि आईवीएफ में रोबोटिक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का इस्तेमाल बढ़ रहा है. इससे अच्छे परिणाम भी आ रहे हैं. हालांकि छोटे शहरों में अभी इसकी पहुंच नहीं है.

(वि. सं.)

सेहत: स्तनपान 🧑‍🍼कराते समय मोबाइल 📲 का इस्तेमाल न करें माएँ: डॉ प्रो० पूजा भारती सेहत:  स्तनपान 🧑‍🍼कराते समय मोबाइल 📲 का इस्तेमाल न करें माएँ: डॉ प्रो० पूजा भारती Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 08, 2025 Rating: 5

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