जीविका प्रखंड परियोजना प्रबन्धक रंजन कुमार से मिली जानकारी के अनुसार जीविका की एक योजना है सतत जीविकोपार्जन योजना. इस योजना के अंतर्गत जीविका वैसे परिवार को चिह्नित करता है जो काफी गरीब है, जो अपने परिवार का गुजर बसर किसी तरह से करता है. इसके लिए गांव में ही किसी प्रकार का रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में पहल किया जाता है. उसके बाद उनसे पूछा जाता है कि वो किस कार्य में इच्छुक है. परिवार के द्वारा जिस कार्य में रूचि बताई जाती है उस दिशा में जीविका अपनी ओर से पहल करता है. इसमें परिवार द्वारा बकरी पालन, दुकान चलाना, कागज का ठोंगा बनाना आदि की इच्छा जाहिर की गई. अब तक जीविका की ओर से प्रखंड में लगभग 75 से अधिक दुकानें खुलवाई गई है. जिससे परिवार का भरण पोषण अच्छे तरीके से हो रहा है. ऐसे में परिवार को रोजगार उपलब्ध कराने का जीविका का यह काफी अच्छा पहल है.
वहीं उन्होंने बताया कि अभी तक सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत अब तक 75 से अधिक दुकानें खुलवाई जा चुकी है. जिससे जीवन यापन अच्छे तरह से हो रहा है. आगे भी ऐसे दुकानें खोलने के लिए 257 लोगों को चिन्हित किया गया है. और इसके बाद भी ऐसे दुकान खोलने के लिये लोगों को चिन्हित किया जा रहा है. इसमें बीआरपी ज्योति कुमारी की अहम भूमिका है.
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