इस कार्यशाला का शुभारम्भ बी.पी. मंडल अभियंत्रण महाविद्यालय, मधेपुरा के प्राचार्य प्रो. अरविंद कुमार अमर और ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट इंचार्ज प्रो. मनोज कुमार साह के द्वारा किया गया. इस कार्यशाला में ट्रेनर अभिषेक तिवारी और अविनाश प्रजापति (इनोवेशन कम्स जॉइंटली ICJ) के द्वारा छात्र/छात्राओं को लाइफ स्किल्स से सम्बंधित और उनके जॉब प्लेसमेंट्स की तैयारी कराई गयी. इस कार्यशाला के ट्रेनर अभिषेक तिवारी ने बताया कि यहां बार्कलेज लाइफ स्किल्स में हमारी एकमात्र महत्वाकांक्षा है- युवाओं को बेहतर भविष्य के लिए आवश्यक कौशल प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना तथा मूल्यवान वास्तविक दुनिया के अनुभवों से अवगत करना. इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में छात्र/छात्राओं को टीम वर्क, प्रेजेंटेशन स्किल्स, बॉडी लैंग्वेज, रिज्यूमे प्रिपरेशन, टाइम मैनेजमेंट, स्ट्रेस मैनेजमेंट, पॉजिटिव थिंकिंग, लिंक्डइन प्रोफाइल मैनेजमेंट, ग्रुप डिस्कशन एंड मॉक इंटरव्यू की तयारी कराई गयी.
ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट इंचार्ज प्रो. मनोज कुमार साह ने बताया कि इस ट्रेनिंग प्रोग्राम का लक्ष्य छात्र/छात्राओ के लिए फियर ऑफ़ पब्लिक स्पीकिंग का डर बाहर निकालना तथा उनके भाषा शैली, रहन सहन, पहनावा को और सुचारु रूप से इंगित करने का कार्य करना था. इस ट्रेनिंग प्रोग्राम का लक्ष्य यह रहा कि छात्र/छात्राये किसी भी प्रकार के इंटरव्यू में खुद को सफल बनाने में सक्षम रहे. इस ट्रेनिंग में छात्र/छात्राओं को एक्टिविटी और प्रैक्टिकल के द्वारा ट्रेनिंग दी गयी. पाम एक्टिविटी के द्वारा छात्र/छात्राओं को उनको अपनी खुद की परख और खुद को खुद की नजरिया से परखने का मौका मिला. इसके साथ ही उनके लक्ष्य से सम्बंधित बाते बताई गयी, जिसमें उनको स्वॉट एनालिसिस (SWOT Analysis) के बारे में बताया गया.
ओरिनेटशन में ट्रेनिंग के बारे में बात करते समय किन-किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए, कितने साफ़ और सही तरीके से खुद को प्रेजेंट करे, के बारे में बताया गया. छात्र/छात्राओं को उनकी खुद की स्ट्रेंथ और क़्वालिटी से अवगत कराया गया ताकि वो साक्षात्कार को सही से फेस कर सके और साक्षात्कार में पूछे जाने वाले प्रश्नों का सही से जवाब दे सके. कार्यशाला के अंतिम दिन छात्र/छात्राओं को ग्रुप डिस्कशन और मॉक इंटरव्यू भी कराया गया. जिसमें छात्र/छात्राये साक्षात्कार को सही से फेस करने की जानकारी प्राप्त किये.
ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट इंचार्ज प्रो. मनोज कुमार साह ने बताया कि कामयाबी के लिए जरूरी है लाइफ स्किल्स, जीवन कौशल हमारी सामाजिक सफलता और लम्बी अवधी की ख़ुशी एवं सुख के लिए आवश्यक है. किसी भी व्यक्ति के सफलता में उसकी जीवन शैली सबसे महत्वपूर्ण होती है, इस लिए किसी भी इंसान को सफल होने के लिए अपनी जीवन शैली या जीवन कौशल को सुधारना सबसे जरूरी होता है. जीवन कौशल वो साकारात्मक योग्यता है जो व्यक्ति को रोजमर्रा की जरूरतों तथा कठिनाईयों से गुजरने मे समर्थ बनाती हैं. कोई भी इंसान जिस तरह अपना समय व्यतीत करता है वह आपके जीवन की गुणवत्ता को निर्धारित करता है. समय का प्रबंधन तथा प्रत्यायोजित करना सीखने से, दबाव-मुक्त होने में सहायता मिलती है. समय दबाव कम करने का एक प्रमुख तरीका, समय के प्रत्यक्षण में परिवर्तन लाना है. समय प्रबंधन का प्रमुख नियम यह है कि आप जिन कार्यों को महत्त्व देते हैं उनका परिपालन करने मे समय लगाएँ या उन कार्यों को करने मे जो आपके लक्ष्यप्राप्ति में सहायक हो.
![इंजीनियरिंग कॉलेज में स्किल्स डिवेलपमेंट और जॉब प्लेसमेंट्स की तैयारी: चार दिवसीय कार्यशाला](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgMGWsmwqF46fmD6ed3tyMxrIz-cPgcmxpNNF9tt9ivOaAtFvBD6ksfOHXxo9XYhq-M416ggcuPIZtl386CaZ0n-1jtyyRJgSVGs18d1QlFDzE9RaWnf3b4zNFDvn7aJ8oH_SJoHamEXkbBaj34uZ6nDkn7HaQCIbol5XpQq0vNQmBpmUlTE4Kqm65g/s72-c/WhatsApp%20Image%202023-02-16%20at%201.58.17%20PM.jpeg)
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