इस बाबत बीएचएम पियुष वर्धन ने बताया दवा के लिए कोल्ड स्टोरेज की सुविधा तैयार की जा रही है जो 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान मेंटेन किए रहेगा। उन्होंने कहा कि "सीरम, भारत बायोटेक, जाइडस और स्पुतनिक सहित चार टीके हैं । जिन्हें सामान्य कोल्ड चेन की आवश्यकता है। हालांकि फाइजर के टीके को स्टोरेज के लिए माइनस 70 डिग्री सेल्सियस या उससे कम तापमान की जरूरत है । भारत में इसका उपयोग सीमित ही होने की संभावना है। क्योंकि भारत में इस तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर का अभाव है। अभी 3 तरह के वैक्सीन के आने का अनुमान है ।
जिसमें भारत बायोटेक के वैक्सीन की दो डोज लोगों को दी जायेगी । दूसरा डोज 14 दिन के अंतराल पर पड़ेगा तथा कैडिला हेल्थ केयर लिमिटेड की वैक्सीन की 3 डोज लोगो को चमड़ी में दिया जायेगा । दूसरा 28 और तीसरा 56 दिन पर दिया जाएगा । यह दोनों वैक्सीन अभी दूसरे फेज में चल रहा है। युनिवर्सिटी आफ ऑक्सफोर्ड का आस्ट्रा जेनिका सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के वैक्सीन की भी 2 डोज ही लोगों को दी जायेगी । जिसका दूसरा डोज 28 दिन पर दुहराया जायेगा। रूस की गैमल्लिया इंस्टीट्यूट का स्पूतनिक का वैक्सीन भी लोगों को दो डोज दिया जायेगा। जिसका दूसरा डोज 21 दिन पर दिया जायेगा । यह दोनों वैक्सीन ने अपने अंतिम और तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है।
बीडीओ श्री चौधरी ने कहा वैक्सीनेशन के लिए हर पहलू पर विचार किया गया। प्रथम चरण में लगभग 400 स्वास्थ कर्मी और फ्रंट लाइन वर्कर का नाम भेजा गया है । मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. रविन्द्र कुमार, बीसीएम अंजनी कुमारी, डब्लुएचओ के राजेश रंजन सिन्हा, केयर इंडिया के कौशल किशोर सिंह, एलएस निशा भारती, श्वेत निशा मौजूद थे।
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