सावधान!! पाकिस्तान की नापाक नजर अब मधेपुरा पर

जैसे-जैसे हम मधेपुरावासी साइबर युग के और अंदर प्रवेश कर रहे हैं वैसे-वैसे एक विकराल समस्या भी मुँह खोले नजदीक आ रही हैं वह हैं साइबर अपराध की समस्या और इस समस्या में वे लोग बहुत आसानी से फँस जा रहे हैं जो हैं कम जानकार. तकनीकी से साथ यह सब से बड़ी उलझन होती हैं- अगर आप तकनीक एकदम नहीं जानते तो आप सुरक्षित हैं या फिर आप तकनीक के मास्टर हैं तब आप सुरक्षित हैं, बीच वालों के लिए तकनीक में कोई जगह नहीं होती. अपने शहर के साथ सबसे बड़ी समस्या हैं कि यहाँ लोग तकनीक के बारीकियों पर ध्यान ही नहीं देना चाहते और इस्तेमाल भी करना चाहते हैं और हमारे इस कमजोरी को हमारे देश के सबसे बड़े दुश्मन पाकिस्तान ने जान लिया हैं और वह अपने नापाक इरादे में सफल भी हो जा रहे हैं.
अपने मधेपुरा में लगातार अभी पाकिस्तान से जिसका शुरुआती कोड +92 होता हैं से सभी नए पुराने नंबर पर लगातार फोन आता हैं जिसमें कभी  लाख-10 लाख इनाम जितने की बात कहीं जाती हैं, कभी मोबाईल टावर लगवाने की, कभी ICICI बैंक खुलवाने की और सरकारी टेक्स का नाम पर 10-15 हजार रूपए की मांग की जाती हैं. जो जानकार हैं वो तो फोन नकार देते हैं मगर अनजान ग्रामीण लोग बहुत आसानी से इस जालसाजी के शिकार हो जाते हैं. ऐसा नहीं हैं की अनपढ़ लोग ही इसका शिकार होते हैं अधिकांश केस में देखा गया हैं की पढ़े लिखें लोग भी इसका शिकार बन जाते हैं. समस्या केवल यहाँ खत्म नहीं हो जाती...ठग लिए जाने के बाद लोग इन बातों का चर्चा करने से कतराने लगते हैं, उन्हें अपने में शर्म आने लगती हैं, मगर जब तक वे इसे स्वीकार करके थाने में मामला दर्ज नहीं करवाएंगे तब तक प्रशासन को कैसे पता चलेगा, और कैसे अन्य लोग इस ठगी से बच पाएंगे.
अगर आपके नंबर पर फोन आता हैं तो इन्टरनेट की मदद से उस नंबर को ट्रेस कर सकते हैं. अगर आपको कोई मेल आता हैं या फिर किसी साईट पर जाने के लिए कहा जाता हैं तो भी इन्टरनेट की मदद से भेजने वाले मेल या साईट की अधिकांश जानकारियाँ आसानी से हासिल कर सकते हैं.
बहुत से लोग ATM Debit के इस्तेमाल को भी नहीं जानते हैं, Mastero Card और Visa Card में अंतर नहीं जानते हैं. अपने मधेपुरा में बैंक ऑफ बरोदा Visa Card देती हैं, एक तरह से तो यह कार्ड बहुत ज्यादा उपयोगी हैं मगर जहाँ लोग तकनीकी बारीकियों को नहीं जानते वहाँ लोग आराम से इस कार्ड से ठगे जा सकते हैं क्यूकि इस कार्ड से खरीदारी करने पर पासवर्ड की अवश्यकता नहीं पड़ती इसका मतलब केवल यह कार्ड ही आपके लिए कैश बन जाता हैं. बहुत से लोग इन्टरनेट बैंकिंग के लिए जद्दोजहद करते हैं मगर उन्हें यह नहीं पता की 2 MB का Keylogger उनके पासवर्ड को उड़ा सकता हैं.
यहाँ इन बातों का यह मतलब नहीं हैं लोग डर जाए और इन सभी सुविधाओ का उपयोग ही ना करें, बल्कि यहाँ जरुरी है की तकनीकी के प्रति आप कितने जागरूक हो सकते हैं ताकि भविष्य में कभी आपको ठगी का शिकार ना होना पड़े.



संदीप शांडिल्य
संस्थापक, समिधा ग्रुप, मधेपुरा.
सावधान!! पाकिस्तान की नापाक नजर अब मधेपुरा पर सावधान!! पाकिस्तान की नापाक नजर अब मधेपुरा पर Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 06, 2013 Rating: 5

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