नकली DAP का कारोबार, किसान परेशान


गेहूं व मक्का की बुआई के लिए किसानों को उर्वरक समय से नहीं मिलने से किसान परेशान हैं. ऐसे में किसानों की मजबूरी का फायदा फर्टिलाइजर के दुकानदार उठा रहे हैं. धान की कटाई एवं तैयारी का काम पूरा हो जाने के बाद अब किसानों ने गेहूं की बुआई के लिए खेत की तैयारी शुरू कर दी है. बाजार में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं होने से किसान परेशान हो रहे हैं. किसानों की माने तो गेहूं की बुआई के लिए डीएपी खाद काफी आवश्यक है.

बाजार में डीएपी न होने उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में किसान को डीएपी के बदले आई.पी.एल. (एस एस पी) जी बेचा जा रहा है.

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड के रामपुर पंचायत के वार्ड नंबर 7 निवासी रामदेव मंडल ने जिला कृषि पदाधिकारी के यहां इस आशय की सूचना दी कि वह पिछले 2 दिन पूर्व में शिवानी खाद बीज भंडार मुरलीगंज बेंगा नदी के पास से 14780 का खाद बीज लिया था. जिसमें उसने दुकानदार से डीएपी देने को कहा था लेकिन दुकानदार ने उसे डीएपी के बदले ₹6000 का नकली आईपीएल (एसएसपी) जी दे दिया. जब हमने गेहूं की बुवाई के लिए बुधवार को इस खाद को खेत में डाला तो खाद 24 घंटे के बाद भी खेत में मिट्टी के साथ नहीं मिला और पत्थर की दाने की तरह पड़ा हुआ था. पहले तो हमने खाद को लौटाना चाहा लेकिन गांव के लोगों ने बताया कि इस आशय की जानकारी जिला कृषि पदाधिकारी को दी जाए. तब हमने नकली खाद होने की जानकारी जिला कृषि पदाधिकारी को दी.

किसान ने जानकारी देते हुए बताया कि उसे ना तो खाद का जीएसटी बिल दिया गया, न पॉश मशीन से बिल निकाल कर दिया गया. जिससे पता चल सके कि लिए गए उर्वरकों का वास्तविक मूल्य क्या है.

मामले में जांच के लिए बृहस्पतिवार दिन के 3:00 बजे जिला सहायक निदेशक पौधा संरक्षण संजीव कुमार तांती, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण मुरारी कुमार त्वरित निष्पादन टीम रामपुर पंचायत के वार्ड नंबर 7 में रामदेव मंडल के घर पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली. वहीं किसान ने जांच के लिए पहुंचे पदाधिकारियों से शिकायत की कि उन्हें नक़ली मिक्सचर खाद डीएपी के बदले थमा दिया गया है और पानी के गिलास में खाद को डाल कर दिखाते हुए बताया कि यह 10 मिनट रहने के बाद भी नहीं घुलता है. वहां मौजूद किसानों ने बड़ा आरोप लगाते हुए बताया कि मुरलीगंज के किसी भी खाद बीज भंडार के दुकानदार द्वारा जीएसटी बिल पॉश मशीन से निकालकर नहीं दिया जाता है और क्योंकि उस पर सही मूल्य अंकित होकर आएगा किसान उतना ही मूल्य चुकाएंगे.



किसान अनिल भारती ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मुरलीगंज के कृषि पदाधिकारी इन सब चीजों पर कहीं सक्रिय नहीं दिखते हैं. वे सिर्फ फर्टिलाइजर दुकानों में बैठकर वसूली का काम किया करते हैं. चाहे किसान मरे, किसान को सही समय पर खाद उपलब्ध हो या ना हो, किसान परेशान हैं इससे उन्हें कोई मतलब नहीं है. वहीं किसान मनोज कुमार ने बताया कि जब नकली खाद दिए जाने की जानकारी जिला कृषि कार्यालय को दी गई तो कृषि कार्यालय सूचना दिए जाने के चंद मिनट बाद ही दुकानदार द्वारा तरह-तरह के प्रलोभन दिए जाने लगा कि मामला को रफा-दफा कर दिया जाए.

इससे यह स्पष्ट होता है कि किसी पदाधिकारी द्वारा इस आशय की सूचना तुरंत दुकानदार को दी गई, जो कृषि कार्यालय से दुकानदार को सूचना मिल जाना और वही फोन नंबर से दुकानदार को देकर मामले को रफा-दफा किए जाने की बात की जाने लगी. आखिर दुकानदार तक यह नंबर कहां से पहुंचा, कि किस नंबर से शिकायत की गई है.

बड़ा सच तो तब सामने आया जब जिले से कृषि विभाग के अधिकारी जब किसान रामदेव मंडल के यहां से मामले की जानकारी लेकर निकल रहे थे तो सड़क पर साइकिल पर मिक्सचर खाद एस एस पी लेकर अभिनंदन यादव घर रामपुर वार्ड नंबर 8 जा रहे थे तो कृषि पदाधिकारियों को उसने बताया कि इस पर ₹800 अंकित है और यही बलुआ घाट पर फर्टिलाइजर दुकानदार जय कुमार द्वारा पंद्रह सौ रुपया लेकर मिक्सचर खाद दिया गया जो दार्जिलिंग का बना हुआ है. पता नहीं कहां-कहां पैकिंग होता है.

मामले में जांच के लिए आए पदाधिकारी सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण मधेपुरा मुरारी कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि एक नंबर बिल पॉश मशीन से निकालकर नहीं देना सबसे बड़ा जुर्म है और इस आधार पर उनका पंजीकरण रद्द किया जा सकता है और जहां तक खाद देने की बात है उस लॉट नंबर के खाद का नमूना लेकर और किसान के यहां का खाद का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा है. 

शिवानी खाद बीज भंडार पहुंचकर मामले में जानकारी देते हुए बताया कि दुकानदार द्वारा मिक्सचर खाद आईपीएल एसएसपी जी बिल के अनुसार 103 बोरी मंगाई गई थी, जिसमें स्टॉक में मात्र 3 बोरे बचे हुए हैं और पॉश मशीन से मात्र तीन बोरी खाद की बिक्री हुई है. पॉश मशीन से डिटेल निकाली गई है. मामले की सारी जानकारी जिला कृषि पदाधिकारी अवगत करा दी जाएगी.

मौके पर किसान अनिल भारती, मनोज मंडल, रामदेव मंडल, धीरज वर्मा, ज्योतिष वर्मा, शंकर झा, सुभाष यादव, पिंटू पासवान, भोली यादव, बिरेन यादव, नंदन यादव, आशुतोष कुमार उर्फ राजीव पासवान (मुखिया वर्तमान), सरपंच रंजन पासवान, अशोक मंडल, नवल झा, आशुतोष झा आदि मौजूद थे.




नकली DAP का कारोबार, किसान परेशान नकली DAP का कारोबार, किसान परेशान Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 03, 2021 Rating: 5

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