मधेली दियारा गांव के बूथ संख्या 156 और 157 पर भवन नहीं रहने के कारण टेंट बनाकर चुनाव संपन्न कराया गया, जबकि पास में विद्यालय मौजूद था. शनिवार की सुबह सात बजे मतदान शुरू होते ही मतदान केंद्र पर पहुंचे भारी संख्या में मतदाताओं में गजब का उत्साह देखा गया. मतदाता उत्साहित अवस्था में बूथों पर पहुंचकर मतदान किया, जिसमें महिलाओं की भागीदारी अधिक देखी गई. बूथों पर मतदान को संपन्न कराने के लिए स्वास्थ्य कर्मी, सेविका और आशा कार्यकर्ताओं को भी लगाया गया था लेकिन उन्हें सरकार की ओर से किसी प्रकार की राशि का भुगतान न मिलने के कारण उन लोगों में दिन भर मायूसी छायी रही.
वहीं चुनाव के दौरान बूथ के इर्द-गिर्द कई कार्यकर्ता को अपने प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने के लिए मतदाताओं को रिझाते हुए देखे गए. चुनाव में बूथों का निर्धारण सही तरीके से न होने के कारण नरथुआ-भागीपुर पंचायत के करुआगंज के लोगों को भागीपुर मध्य विद्यालय में बूथ होने से उन लोगों को नदी में पानी पारकर करीब चार किलोमीटर पैदल चलना पड़ा या करीब बारह किलोमीटर घूम कर जाना पड़ा, जिससे करुआगंज के मतदाता को भारी परेशानी उठानी पड़ी.
सहायक निर्वाची पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी मिनहाज अहमद ने बताया कि चुनाव संपन्न कराने के लिए सभी बूथों पर अर्धसैनिक बल के जवान तैनात किए गए थे. वहीं स्थानीय पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में नागालैंड आईआरबी के जवानों द्वारा चौकसी बरती जा रही थी. जिससे प्रखंड क्षेत्र में शत प्रतिशत शांतिपूर्ण मतदान कराया जा सका. सहायक निर्वाची पदाधिकारी ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में मॉक पोल के दौरान ग्यारह ईवीएम और चुनाव के दौरान पांच ईवीएम में खराबी आ जाने से उसे बदला गया. चुनाव के दौरान सदर डीएसपी अमरकांत चौबे, कार्यपालक अभियंता अमरजीत कुमार, एएसडीएम संजीव तिवारी, अंचलाधिकारी सिन्हा अभय कुमार, थानाध्यक्ष उदय कुमार सहित कई वरीय अधिकारी व पुलिस पदाधिकारी लगातार चौकसी बरत रहे थे.
आलमनगर विधानसभा में मतदान शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए शनिवार की सुबह से ही जिले से सटे भागलपुर एवं खगड़िया जिले की सीमाओं को सील किया गया था. सड़क मार्ग से लेकर नदी मार्ग तक केंद्रीय बल के जवान मुस्तैद देखे गए. वहीं घग्र नदी पर एसडीआरएफ टीम की मदद से बोट पर सवार होकर सुरक्षा बल गश्त लगाते देखे गए. दरअसल हर मतदान केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था ऐसी थी कि परिंदा भी पर न मार सके. इसका असर सुबह 5:00 बजे से ही मतदान केंद्र सहित सड़कों पर दिखने लगा था. सभी मतदान केंद्रों पर पुलिस एवं केंद्रीय बल मुस्तैद देखे गए. वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थाना प्रभारी सहित मजिस्ट्रेट एवं अन्य पदाधिकारी अपना-अपना कमान संभालते हुए पूरे मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे जिससे मतदाताओं ने निर्भीक होकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
वहीं मतदान के उपरांत पूरे विधानसभा क्षेत्र के चौक चौराहे सहित गांव के चौपाल पर मतदान को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा. मतदान कर लौट रहे मतदाता आपस में प्रत्याशी की जीत के आकलन में जुटे पाए गए. लोग मतदान का आकलन करते नजर आए. वहीं सभी प्रत्याशी मतदान को लेकर चिंतित नजर आए कि मतदाता किसे चुन रही है. इसके लिए लगातार अपने-अपने समर्थकों से जानकारी लेते देखे गए.
घूंघट की आड़ से जमकर मतदान करने निकली महिलाएं
ग्रामीण क्षेत्र एवं टोला से महिलाएं सुबह से ही मतदान के लिए मतदान केंद्रों पर निकल पड़ी एवं मतदान शुरू होने से पहले महिलाएं मतदान केंद्र के आगे कतार बद्ध देखी गई. महिलाएं अपने विधायक को चुनने के लिए बेहद उत्साहित नजर आ रही थी. प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय आलमनगर मतदान केंद्र संख्या 180, 170 पर घूंघट में 3 महिलाएं उत्साहित थी. महिला मतदाता नूतन देवी और सरिता देवी ने बताया कि क्षेत्र के विकास के लिए वह वोट देने आई है. वोट के बल पर अच्छा सरकार चुनेंगे तभी उनके गांव एवं क्षेत्र का विकास होगा. इस महापर्व में महिलाओं का उत्साह चरम पर देखा गया. महिलाएं घर का काम छोड़ कर पहले अपने मताधिकार प्रयोग करने के लिए निकल पड़ी एवं अपनी-अपनी भागीदारी सरकार बनाने में सुनिश्चित की.
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
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