एक साथ 17 पंचायतों का निरीक्षण: गली-नाली योजना के भौतिक सत्यापन में कई अनियमितता उजागर

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत सभी 17 पंचायतों में आज जिला पदाधिकारी के आदेशानुसार सात निश्चय योजना के तहत गली-नाली योजना का भौतिक सत्यापन हर एक पंचायत में 2 सदस्य टीम टीम गठित कर किया गया । 


टीमें मुरलीगंज प्रखंड के रामपुर, दीनापट्टी, सखुआ, रघुनाथपुर, कोल्हायपट्टी, पकिलपार, सिंगयान, रजनी, दिग्घी, जोरगामा, पोखराम परमानंदपुर, बेलो पंचायत में निर्मित गली नाली योजना का अवलोकन कनीय अभियंता द्वारा किया गया. 

मुरलीगंज प्रखंड मुख्यालय 2 किलोमीटर की दूरी पर स्टेट हाईवे 91 के किनारे बसे जोरगामा पंचायत के विभिन्न वार्डों में गली नाली योजना के तहत गली एवं नाली का निरीक्षण कनीय अभियंता अनिल कुमार द्वारा किया गया। पंचायत सरकार भवन जोरगामा में जानकारी देते हुए कनीय अभियंता ने बताया कि मुरलीगंज के और सभी पंचायतों में भी जांच चल रही है, हमारी प्रतिनियुक्ति मुरलीगंज जोरगामा पंचायत के गली नाली योजना के भौतिक सत्यापन के लिए की गई है। हम इसकी जांच रिपोर्ट जिला पदाधिकारी को सौंपेंगे. उन्होंने मौके पर वार्ड नंबर 1 में जांच के दौरान सात निश्चय योजना के अंतर्गत दिनेश चौधरी के घर से बालेश्वर ऋषिदेव के घर तक 500 फीट नाली निर्माण में अनियमितता देखी गई । जब गली की चौड़ाई नापी गई तो वह 1 फीट 10 इंच ही निकली। जबकि मेजरमेंट बुक में 2 फीट 10 इंच निर्मित दिखाया गया है इस बावत वार्ड सदस्य संजू देवी मौके पर उपस्थित नहीं थी, पर उनके प्रतिनिधि ने जांच के लिए प्रतिनियुक्त कनीय अभियंता को बताया कि जैसा कनीय अभियंता ने हमें बताया वैसा हमने निर्माण किया पर मेजरमेंट बुक में गली की चौड़ाई 2 फीट 10 इंच दिखाई गई है।

जांच टीम के सामने लोगों ने नाली निर्माण में बरती गई अनियमितता का लोगों ने जांच टीम सामने जमकर खुलासा किया। कई लोगों ने इसे पैर हाथ टूटने की वजह बताया. मौके पर रंजीत पासवान की पुत्री शबनम कुमारी ने जानकारी देते हुए बताया कि तीन-चार दिन पहले वह नाले की ऊंचाई के कारण गिर गई थी जिससे उसके हाथ की हड्डी टूट गई । स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इससे पहले हम बिना नाले के ही ठीक थे, ग्रामीणों ने मौके पर जांच टीम के पदाधिकारियों से कहा कि हम लोगों को नाले को तोड़ का हटा दिया जाए । हमें गली की सड़क ही बना दी जाती तो बेहतर रहता नाले की कोई उपयोगिता नहीं है आए दिन हम बुजुर्ग और बच्चे के हाथ पैर टूटते रहते हैं. मवेशियों को भी आने-जाने में दिक्कत होती है यह उपयोगिता विहीन, नाले का निर्माण मुखिया एवं वार्ड सदस्य की मिलीभगत से किया गया है। कनीय अभियंता ने मौके पर बताया कि यह योजना प्राक्कलन के अनुरूप नहीं बना है, हम अपनी रिपोर्ट भेज देंगे कार्रवाई करना बड़े पदाधिकारियों का काम है.

वहां से निकलने के बाद जोरगामा पंचायत के वार्ड नंबर 8 में गली की सड़क का भौतिक सत्यापन किया. मौके पर उन्होंने सड़क को एक जगह से बीच में तोड़कर देखा तो पाया कि सड़क की ढलाई बीच में 3 इंच ही है. वहीँ किनारे पर अवलोकन के उपरांत उन्होंने बताया कि बगल से गड्ढा खोदकर 5 या 6 इंच की पीसीसी ढलाई चकमा देने के लिए निर्मित की गई है. जबकि प्राक्कलन के अनुसार वार्ड नंबर 8 में गली की सड़क का निर्माण नहीं करवाया गया है, बड़ी अनियमितता का मामला है. इसकी रिपोर्ट भी हम वरीय पदाधिकारी को करेंगे. वही अन्य वार्डों में निर्मित योजनाओं का भी वह भौतिक सत्यापन करते दिखे.

वार्ड नंबर 2 में स्थित मास्टर मुसहरी टोला में आंगनबाड़ी केंद्र से लेकर के शिवम ऋषि देव के घर होते हुए गली नाली योजना का निरीक्षण किया, जिसकी प्राक्कलन राशि 562000 थी और जिसमें नाले की दीवारें 10 इंच के जब बजाए 5 इंच की बनाई हुई थी और आवासीय क्षेत्र से बहुत ज्यादा आगे मकई के खेत तक बिना वजह नाले का निर्माण किया गया था. रघुनाथपुर पंचायत के अधिकांश ग्रामीणों ने बताया कि अगर सभी योजनाओं की जांच करवाया जाए तो मामले की सच्चाई कुछ और ही नजर आएगी.

एक साथ 17 पंचायतों का निरीक्षण: गली-नाली योजना के भौतिक सत्यापन में कई अनियमितता उजागर एक साथ 17 पंचायतों का निरीक्षण: गली-नाली योजना के भौतिक सत्यापन में कई अनियमितता उजागर Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 15, 2019 Rating: 5

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