नटुआ नाच: मिथिला और कोसी की अनोखी परंपरा (देखें वीडिओ)

मधेपुरा में एक तरफ जहाँ अधिकाँश श्रद्धालु छठ पर्व मनाने में मशगूल थे वहीँ दूसरी तरफ कुछ घाटों पर इस साल भी पारंपरिक ‘नटुआ नाच’ देखने को मिला. पूछने पर बताया गया कि कराने वालों की मनोकामना पूरी  हुई है और पहले ही उन्होंने मन्नत मांगी थी कि यदि उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है तो वे छठ के घाट पर ‘नटुआ’ नचाएंगे.

जानें पुरानी परंपरा ‘नटुआ नाच’: नटुआ एक ख़ास प्रकार का नाचने वाला होता है जिसमें कोई पुरुष महिला का वेश धारण कर नाचता है. उसकी सजावट ऐसी होती है कि उसे देखकर एक बार कोई भी धोखा खा जाय और उसे महिला नृत्यांगना समझ जाय. पर वास्तव में ये पुरुष होते हैं, जो एक पूरी टीम का हिस्सा होता है. टीम पूरे साल काम नहीं करती, क्योंकि लोग उसे छठ आदि के अवसर के अलावे बाकी दिन ‘बुक’ नहीं करते हैं.
मधेपुरा के घाट पर एक नटुआ नाच के ग्रुप लीडर रामेश्वर भगत बताते हैं कि एक पार्टी से उन्हें पांच से सात हजार रूपये मिल जाते हैं, जिसे उसके ग्रुप में मौजूद सात लोगों के बीच वे बाँट लेते हैं.
   दूसरी तरफ नटुआ नाच कराने वाली सुमित्रा देवी कहती है कि उनकी बहू को आठ साल से बच्चा नहीं हो रहा था. तीन साल पहले उसने कई महिलाओं के कहने पर छठ मईया को इसी घाट पर ‘गच्छा’ था (मन्नत मांगी थी) कि यदि बहू को बेटा होगा तो वे नटुआ नचायेंगी. बेटा तो दो साल पहले ही हुआ, पर पिछले साल वे नहीं करवा सकी थी, इस साल करवा रही है.
      बहुत से पुराने लोगों का कहना है कि ये परंपरा सदियों पुरानी है, हालांकि इन दिनों इसकी परंपरा कम हुई है, पर मिथिला और कोसी में ये आज भी जिन्दा है.
(नटुआ नाच के ताजा वीडिओ को देखने के लिए यहाँ क्लिक करे.)
(नि.सं.)
नटुआ नाच: मिथिला और कोसी की अनोखी परंपरा (देखें वीडिओ) नटुआ नाच: मिथिला और कोसी की अनोखी परंपरा (देखें वीडिओ) Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 18, 2015 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.