राष्ट्रीय उच्च पथ 106 जो कभी
नेपाल से जुड़े होने के कारण सामरिक महत्व के कारण प्रथम पंच वर्षीय
योजना में ही प्राथमिकता के साथ बनाई गयी थी, को एन एच का दर्जा सांसद शरद यादव के प्रयास से मिला था। लेकिन एन डी ए सरकार के केंद्र से रुखसत होने के बाद इस मार्ग को कभी कभार ही मात्र मरम्मत होने की राशि आबंटित की जाती रही। चुनाव में भी इस मार्ग की खस्ता हालत का खामियाजा उक्त सांसद को भुगतना पड़ा था।
लेकिन इस एन एच 106 को अब केंद्र सरकार ने चौड़ी करण और मजबूती करण के लिए एन एच ए आई को सौपते हुए 675 करोड़ रु आवंटित करते हुए निर्माण कार्य का जिम्मा आई एल एंड ऍफ़ एस इंजीनियरिंग कम्पनी लिमिटेड को आवंटित कर दिया।
29 जुलाई 2016 को इस कंपनी को काम सौपा गया और मात्र नौ माह में ही कई औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद निर्माण कार्य तेजी से जारी है। बता दें कि तीन लोक सभा क्षेत्र से गुजड़ने वाली इस मार्ग का सामरिक महत्व भी है ।इस मार्ग निर्माण में सड़क के दोनों और लगे वृक्षों की कटाई का काम लगभग पूरा होने के बाद बिजली के पोलों को उखाड़ उखाड़ कर नए स्थान पर गाड़े जा रहे हैं। सड़क की चौड़ी करण के लिए काफी अधिक काम पूरा कर अब पक्की करण के लिए कंक्रीट बिछाने का भी काम तेजी से जारी है। सड़क चौडीकरण के साथ पुलियों का भी चौडीकरण कार्य तेज है।
इस सड़क के पुनर्निर्माण के साथ एक अच्छी बात यह भी हुई है कि कभी यातायात रोकी नहीं गयी। पुरानी टूटी सड़क पर मिटटी डाल देने के कारण पहले से अच्छी सड़क हो गयी है जिस पर यातातात सुगमता से जारी है।
31 जुलाई 2019 तक कार्य होगा पूर्ण: इस सड़क का निर्माण 19 जुलाई 2019 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। लेकिन जिस तेज गति से कार्य जारी है उससे यही प्रतीत होता है कि मधेपुरा से उदाकिशुनगंज तक तो निर्माण कार्य शीघ्र ही पूरा कर लिया जायेगा। 106 किमी लम्बी इस सड़क के चौडीकरण के बाद निःसंदेह सुपौल, मधेपुरा और अंततः भागलपुर जिलों के शहरी एवं ग्रामीण निवासियों एवं क्षेत्र के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।
NH 106 का निर्माण कार्य तेज: बीरपुर-बिहपुर मार्ग से विकास के मार्ग होंगे प्रशस्त
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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March 31, 2017
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