

इस मौके पर
बिहार सरकार से अनुसूचित जाति जनजाति मंत्री सह सुपौल जिला के प्रभारी मंत्री रमेश
ऋषि देव मुख्य अतिथि रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्य अतिथि के साथ जिले के डीएम और एसपी समेत
त्रिवेणीगंज अनुमंडल क्षेत्र के एसडीएम और एसडीपीओ ने ललित नारायण मिश्र के समाधि
स्थल पर माल्यार्पण किया। वहीँ मुख्य अतिथि को गॉड ऑफ
ऑनर से सम्मानित भी किया गया।
इसके बाद यह
कार्यक्रम एक सभा में तब्दील हो गया। समारोह में पहुंचे अतिथि व सम्मानित
लोगों ने ललित बाबू के जीवनी पर प्रकाश डाला और क्षेत्र के विकास के लिए सरकार से
सरकार के मंत्री से अपील भी की।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में बताया कि ललित बाबू के द्वारा किए गए कृतियों को भुलाया नहीं जा सकता। उन्हीं के दिशा कदम पर नीतीश कुमार सुपौल जिले को विकासात्मक ढांचा प्रदान कर रहे है। जिसके तहत कई रचनात्मक कार्य किए गए हैं और आने वाले दिनों में भी क्षेत्र के विकास के लिए सरकार काम करती रहेगी।
गौरतलब है कि 2 जनवरी 1975 को समस्तीपुर रेलवे स्टेशन परिसर में समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर बड़ी रेल लाइन
उद्घाटन समारोह के दौरान हुए बम विस्फोट में तत्कालीन रेल मंत्री गंभीर रूप से
जख्मी हो गए थे। जिन्हें दानापुर रेल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज
के दौरान 03 जनवरी को उनकी मौत हो गई थी। तब से उनके पैतृक
गांव सुपौल के बलुआ में राजकीय समारोह आयोजित कर उनके समाधि पर श्रद्धांजलि दी
जाती है।
बलिदान दिवस के रूप में मनी पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र की 44वीं पुण्यतिथि
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 03, 2018
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