
एसडीएम श्री लाल सदर अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे लेकिन डाक्टर के हड़ताल के कारण ओपीडी बंद रहने के कारण उन्होंने इमर्जेंसी वार्ड का निरीक्षण कियाऔर निरीक्षण के दौरान भर्ती रोगी की सुविधा, नाश्ता, भोजन, बेड और दवा के सम्बन्ध में भर्ती रोगी से जानकारी ली ।
आलगनगर के पप्पू सिंह पिछले तीन दिन से इमर्जेंसी वार्ड मे भर्ती थे लेकिन उन्हें भोजन और नाश्ता नहीं दिया गया था. इसी क्रम में एक मरीज के परिजन ने शिकायत की कि उन्होंने दवा बाजार से खरीदकर लाया है । एक रोगी के परिजन ने बताया कि उन्हें जांच बाहर से कराना पड़ा है । इस बावत अस्पताल मैनेजर नवनीत ने बताया कि अस्पताल में रोगियो की जांच की व्यवस्था 2 बजे दिन तक है, उसके बाद आने वाले रोगियों की दूसरे दिन जांच होती है तो एसडीएम ने पूछा कि क्या इमर्जेंसी में आने वाले रोगियों के लिए भी यही व्यवस्था है । रोगियों के शिकायत पर एसडीएम ने अस्पताल मैनेजर नवनीत चन्द्रा से पूछताछ की तो उन्होने बताया कि आउटसोर्सिंग का कंट्रेक्ट रद्द कर दिया गया लेकिन जब तक दूसरी आउटसोर्सिंग व्यवस्था नहीं होती है तब तक वैकल्पिक व्यवस्था करने का आदेश दिया गया पर जब वैकल्पिक व्यवस्था की गयी तब से मनमाना कर रहे हैं । इस मौके पर आउटसोर्सिंग के कर्मचारी को भर्ती मरीज भोजन उपलब्ध कराने वाले पंजी की मांग की लेकिन एसडीएम को उपलब्ध तब तक नही किया जब तक वे निरीक्षण कर रहे थे.
एसडीएम ने दूसरे कमरे का निरीक्षण किया तो शौचालय से उठ रही बदबू पर कहा कि यहाँ कोई इंसान नहीं रह सकता है । एसडीएम श्री लाल ने महिला प्रसव वार्ड में रह रही कमरे का निरीक्षण किया और भर्ती महिला से भोजन, नाश्ता और दवा के बावत पूछताछ की तो रोगी महिला के परिजन ने नाश्ता में ब्रेड,अंडा और फल के अलावे भोजन मिलने की पुष्टि की ।
एसडीएम श्री लाल ने बताया कि आउटसोर्सिंग की स्थिति काफी खराब है, रोगियों को सरकार द्वारा मिलने वाली सुविधा नहीं मिल रही है. अस्पताल मे गंदगी और साफ-सफाई नहीं हो रही है और रोगियों को दवा और टेस्ट बाहर से कराना पड़ता है । जांच रिपोर्ट डीएम को भेजा जायेगा ।

'यहाँ इंसान नहीं रह सकता है': सदर अस्पताल की गंदगी देख एसडीएम की प्रतिक्रिया
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 23, 2018
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