सुपौल जिले के छातापुर प्रखण्ड के डहरिया पंचायत के वार्ड नम्बर दो स्थित चकला गांव मे रविवार की देर संध्या हुई अगलगी की भीषण घटना मे एक बस्ती के तकरीबन 150 घर जल कर स्वाहा हो गया.
इस घटना में 80 परिवार के 50 लाख की संपत्ति के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. अग्नि के तांडव के बाद पीड़ित परिवारों मे कोहराम मच गया.
खासकर महिलाओं और बच्चों के करूण चीत्कार से पूरा गांव गमगीन है. बताते हैं कि चुल्हे की चिंगारी से एक घर में आग लगी और देखते ही आग पूरे बस्ती को अपने चपेट में ले लिया. घनी बस्ती रहने के कारण आग इतनी तेजी से फैली की पीड़ित परिवारों के लोग सिर्फ जान ही बचा सके.
घटना के दौरान आसपास के सैकड़ों लोग जमा हो गये और आग पर काबू पाने का भरसक प्रयास शुरू किया. आग के तांडव को पूछआ हवा ने गति दे दी और पल भर में ही घनी आबादी वाली बस्ती स्वाहा हो गया. अग्नि के विकराल रूप को देख कर लोगों ने तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचना दी, लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी आयी तबतक पूरी बस्ती के आशियाने खाक हो गये.
विलम्ब के कारण दमकल राख ही बुझाने के काम आई. तकरीबन डेढ़ घंटे तक चले अग्नि तांडव में देखते ही देखते दर्जनों परिवार खुले आसमान के नीचे सड़क पर आ गये. इस बस्ती में मल्लाह, महादलित, खतवे और यादव जाति के परिवार पीड़ित हुए हैं.
ग्रामीणों के सूचना के बाद छातापुर थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार मिश्र सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि व प्रत्याशी घटना स्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों को ढ़ाढस बंधाते हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया.
इस घटना में 80 परिवार के 50 लाख की संपत्ति के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. अग्नि के तांडव के बाद पीड़ित परिवारों मे कोहराम मच गया.
खासकर महिलाओं और बच्चों के करूण चीत्कार से पूरा गांव गमगीन है. बताते हैं कि चुल्हे की चिंगारी से एक घर में आग लगी और देखते ही आग पूरे बस्ती को अपने चपेट में ले लिया. घनी बस्ती रहने के कारण आग इतनी तेजी से फैली की पीड़ित परिवारों के लोग सिर्फ जान ही बचा सके.
घटना के दौरान आसपास के सैकड़ों लोग जमा हो गये और आग पर काबू पाने का भरसक प्रयास शुरू किया. आग के तांडव को पूछआ हवा ने गति दे दी और पल भर में ही घनी आबादी वाली बस्ती स्वाहा हो गया. अग्नि के विकराल रूप को देख कर लोगों ने तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचना दी, लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी आयी तबतक पूरी बस्ती के आशियाने खाक हो गये.
विलम्ब के कारण दमकल राख ही बुझाने के काम आई. तकरीबन डेढ़ घंटे तक चले अग्नि तांडव में देखते ही देखते दर्जनों परिवार खुले आसमान के नीचे सड़क पर आ गये. इस बस्ती में मल्लाह, महादलित, खतवे और यादव जाति के परिवार पीड़ित हुए हैं.
ग्रामीणों के सूचना के बाद छातापुर थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार मिश्र सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि व प्रत्याशी घटना स्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों को ढ़ाढस बंधाते हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया.
(नि.सं.)
सुपौल: भीषण अग्नि कांड में 150 घर जले, दर्जनों परिवार बेघर, लाखों का नुकसान
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 11, 2016
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इस बस्ती में मल्लाह, महादलित, खतवे और यादव जाति के परिवार पीड़ित हुए हैं...kya reporting hai?.Aag bhi jat puch ke aati hai kya. Yehi soch Bihar ko backward bana ke rakhe hue hai
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