राकेश सिंह/०३ अगस्त २०११
मधेपुरा में बिजली की स्थिति के बारे में कहा जा सकता है कि “को नहीं जानत है.....”.शाम के बाद अक्सर ही लोगों को नगण्य बिजली मिलती रही है.पर आजकल बिजली विभाग लोगों को दिन में ही हाई मास्ट लैम्प से रोशन करने के प्रयास में लग चुका है.सरकार बिजली का लाख रोना रोये पर उपभोक्ताओं को समुचित बिजली न मिल पाने के पीछे विभाग के अयोग्य कर्मचारियों की भी भूमिका कम नही है.जहाँ तक जिला मुख्यालय में लगे अनेकों हाई मास्ट लैम्प की बात है,कुछ तो लगने के बाद ही अजीबोग़रीब स्थिति में पहुँच गए.और कुछ अब दिन में ही रौशनी कर
रहे हैं और देर रात ये बंद भी हो जाते हैं. इनके असमय जलने के पीछे बिजली विभाग के अयोग्य कर्मचारी तो जिम्मेवार हैं ही,अधिकारी भी उर्जा की इस बर्बादी के प्रति लापरवाह हैं.जानकार बताते हैं कि इन लैम्प के समय से जलने के लिए इसमें ‘टाइमर’ लगा हुआ है,पर सम्बंधित कर्मचारी इसे हाथ से घुमा-घुमा कर अंदाजा से ही सेट करते हैं.इस काम के लिए शायद बिजली विभाग में एक भी योग्य कर्मचारी नहीं है.पहले से बिजली के खम्भों पर दिन में भी जलते हजारों बल्ब से उर्जा की बर्बादी तो आम बात थी ही,अब हाई मास्ट लैम्प के जरिये भी बिजली विभाग उर्जा की बड़ी बर्बादी करने में लग गया है.
रहे हैं और देर रात ये बंद भी हो जाते हैं. इनके असमय जलने के पीछे बिजली विभाग के अयोग्य कर्मचारी तो जिम्मेवार हैं ही,अधिकारी भी उर्जा की इस बर्बादी के प्रति लापरवाह हैं.जानकार बताते हैं कि इन लैम्प के समय से जलने के लिए इसमें ‘टाइमर’ लगा हुआ है,पर सम्बंधित कर्मचारी इसे हाथ से घुमा-घुमा कर अंदाजा से ही सेट करते हैं.इस काम के लिए शायद बिजली विभाग में एक भी योग्य कर्मचारी नहीं है.पहले से बिजली के खम्भों पर दिन में भी जलते हजारों बल्ब से उर्जा की बर्बादी तो आम बात थी ही,अब हाई मास्ट लैम्प के जरिये भी बिजली विभाग उर्जा की बड़ी बर्बादी करने में लग गया है.
दिन में भी शोभा बढ़ा रहे हैं जलते हाई मास्ट लैम्प
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 03, 2011
Rating:

मास्ट लैम्प अक्सर दिन में ही जलते हैं..।
ReplyDelete