संवाददाता/२५ जून २०१०
जिला सहकारी पदाधिकारी डा० पारसनाथ को मो० ३५ हजार रूपये के साथ विजिलेंस के द्वारा पकडे जाने के साथ ही वर्ष २००६ से अब तक रिश्वत लेते पकडे गए अधिकारियों के संख्यां करीब आधा दर्जन पहुँच गयी है.पकडे गए पदाधिकारियों में २००६ में जिला पदाधिकारी रहे श्री हेमचन्द्र झा का नाम प्रमुखता से आता है.विजिलेंस ने इन्हें मात्र एक लाख नब्बे हजार रूपये के साथ पकड़ा था जिसे विजिलेंस घूस की राशि मांग रही थी.
बाद में श्री हेमचन्द्र झा न्यायालय से बड़ी हो गए थे.इसी बीच मधेपुरा के उत्पाद निरीक्षक को भी विजिलेंस ने रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था.मधेपुरा में उद्योग विभाग के लिपिक भी रिश्वतखोरी के आरोप में विजिलेंस के हत्थे चढ़े थे.
बाद में श्री हेमचन्द्र झा न्यायालय से बड़ी हो गए थे.इसी बीच मधेपुरा के उत्पाद निरीक्षक को भी विजिलेंस ने रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था.मधेपुरा में उद्योग विभाग के लिपिक भी रिश्वतखोरी के आरोप में विजिलेंस के हत्थे चढ़े थे.
जबकि दूसरी ओर जिला सहकारी पदाधिकारी डा० पारसनाथ ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उन्हें साजिश ए तहत फंसाया गया है.उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति ने आकर उनके टेबुल पर रूपया रख दिया,जबकि उस समय वे बाथरूम में थे.और उनके निकलते ही निगरानी टीम ने उसी आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.जो भी हो मामले की तहकीकात पर ही सच सामने आ सकेगा.
विजिलेंस का हंट जारी -पकडे गए आधा दर्जन अधिकारी
Reviewed by Rakesh Singh
on
June 25, 2010
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