वे बताती हैं कि 30 जून कॊ उन्होने अपने खाते से दो बार दस दस हजार रु ए टी एम से निकाल कर घर आ गयी ।व हाँ किसी से न तो उनकी बात हुई और न कोई उनका ए टी एम कार्ड लिया या बदला । सुबह जब उन्होने मोबाइल देखा तो कई मेसेज रु निकासी का देख कर हैरान रह गयी । फ़िर फौरन ए टी एम जाकर बेलेन्स देखना चाहा तो बताया गया कि उनका सिक्यूरिटी नम्बर ही बदल दिया गया है । फ़िर उन्होने फौरन स्टेट बेंक के कस्टमर केयर में बात कर अपना खाता लॉक करवाया ।
बैंक जाकर जब स्टेट्मेंट निकाला गया तो पता चला कि उक्त एक लाख अस्सी हजार रु कॊ कभी ए टी एम के जरिये नकद तो कभी ट्रान्स्फर और कभी खरीदारी के जरिये निकाला गया है । जिस खाते मे ट्रान्स्फर किया गया उसने फौरन उक्त राशि निकाल भी लिया है ।
मुरलीगंज थाने से लेकर स्टेट बेंक मुरलीगंज और क्षेत्रीय कार्यालय का चक्कर लगा रही पीडिता की व्यथा है कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद न तो बैंक और न पुलिस इस मामले कॊ गम्भीरता से ले रही है ।
Cyber Crime: मुरलीगंज की प्रधानाध्यापिका के खाते से ₹ 1,80,000 उड़ाए
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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July 05, 2017
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