tag:blogger.com,1999:blog-1937795720652477358.post3758780517753314269..comments2024-03-18T12:44:31.915+05:30Comments on MadhepuraTimes : हरिशंकर श्रीवास्तव ‘शलभ’:कोसी अंचल के साहित्य मनीषीRakesh Singhhttp://www.blogger.com/profile/03872957954627640516noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1937795720652477358.post-51837839192239142622021-04-24T13:42:53.687+05:302021-04-24T13:42:53.687+05:30आज कोशी के महान सपूत शलभ जी नहीं रहे
आज कोशी के महान सपूत शलभ जी नहीं रहे<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14807756124883563590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1937795720652477358.post-63392566818491392592016-04-13T19:26:22.900+05:302016-04-13T19:26:22.900+05:30आदरणीय श्री हरिशंकर श्रीवास्तव 'शलभ' का सा...आदरणीय श्री हरिशंकर श्रीवास्तव 'शलभ' का सानिध्य पिछले 4-5 साल से मुझे मिल रहा है।उनकी पांडुलिपियों को भी सहेजने का सोभाग्य मुझे मिला है।वास्तव में उनका ज्ञान काफी परिपक्व है।सेकड़ो कविताएँ आज भी उन्हें कंठस्थ हैं।आप उनसे वैदिक साहित्य से लेकर वर्तमान तक के किसी विषय पर बात कर लें।हर चीज पर समान पकड़ है।यों कह ले चलता फिरता इनसाक्लोपीडिया हैं।कोशी की संस्कृति को सहेजने में उनका अतुलनीय योगदान रहा है।विखरे हुए विभिन्न गल्प कथाओं को लिपिबद्ध करने का श्रेय शलभ जी को जाता है।अनेक पुस्तकों की रचना करके उन्होंने अपनी विद्वता और अद्भुत क्षमता का परिचय तो दिया ही है साथ- साथ मातृभूमि के प्रति जो आगाध प्रेम और समर्पण दिखाया है वह काबिले तारीफ है।जब वे किसी गीत या कविता को गाते है तो छंद,मात्र और लय की ऐसी छटा निखरती है की पाठक को लगता है उनके गला में साक्षात् सरस्वती विराजमान हो गयी हैं।शलभ जी कोशी के ही नहीं राज्य और राष्ट्र के शिखर पुरूष हैं।उनकी रचनाओं की अनु गूँज अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुँच चुकी है।साहित्य की दुनिया में जितना ही वे लब्धप्रतिष्ठित हैं व्यावहारिक जीवन में उतना ही सरल,सौम्य साधारण भी हैं।सबसे अच्छी बात यह है कि ईश्वर ने विराट व्यक्तित्व के धनी इस युग पुरुष को चिंतनशील मस्तिष्कदिया है।मैं उनके स्वस्थ दीर्घायु जीवन की कामना करता हूँ।Mukhtar Alamhttps://www.blogger.com/profile/07505400028432902787noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1937795720652477358.post-83391361875344792522011-11-11T10:57:21.781+05:302011-11-11T10:57:21.781+05:30इतने बड़े शख्सियत के साथ मै भी कई कवी सम्मलेन में ...इतने बड़े शख्सियत के साथ मै भी कई कवी सम्मलेन में भाग ले चूका हू...बचपन से मुझे हिंदी कविता और हिंदी साहित्य से बहुत लगाव है.मै भगवान से इनकी स्वस्थ की कामना करता हू...और कोसी में हिंदी साहित्य के योगदान के लिए इन्हें नमन करता हू.hemantsarkarhttps://www.blogger.com/profile/03691750156145725066noreply@blogger.com