इन्हीं बेटियों के दम पर बरक़रार है कोसी की शान: मधेपुरा की शिप्रा निधि हुई राज्यपाल से सम्मानित

उधर बिहार की राजधानी पटना में विश्व युवा कौशल दिवस 2018 के अवसर पर राज्यपाल सत्य पाल मालिक मधेपुरा की छात्रा शिप्रा निधि को सम्मानित कर रहे थे और इधर मधेपुरा में सोशल मीडिया समेत कई जगहों पर लोग शिप्रा को सम्मानित किये जाने पर खुशियाँ मना रहे थे. 


लोगों की खुशियाँ बदलते समाज का एक सशक्त उदाहरण है जहाँ अभी भी अधिकांश लोग योग्यता के सम्मान पाने पर खुश होते हैं.

मधेपुरा की बेटी शिप्रा निधि को बिहार सरकार के श्रम संसाधन विभाग के तहत राज्य सरकार के साथ निश्चयों में से एक 'आर्थिक हल युवाओं को बल' के अंतर्गत बिहार कौशल विकास मिशन के द्वारा संचालित कुशल युवा कार्यक्रम के कोर्स की माह जून, 2018 में संपन्न विजार्ड परीक्षा में सर्वोत्तम स्थान पाने तथा श्रेष्ठ अंकों के साथ उत्तीर्ण होने के लिए मधेपुरा की बेटी शिप्रा निधि को राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया है. शिप्रा को यह सम्मान बतौर कुशल युवा केंद्र समिधा ग्रुप, मधेपुरा के प्रशिक्षणार्थी मिला है.

शिप्रा को राज्यपाल ने एक लैपटॉप और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया है.
सम्मानित करने के समय उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, श्रम संसाधन विभाग के मंत्री विजय कुमार सिन्हा समेत कई बड़े अधिकारी और गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही.

कौन है शिप्रा निधि?

शिप्रा निधि मधेपुरा निवासी अधिवक्ता और व्याख्याता शारंगधर प्रसाद यादव तथा शिक्षिका अंशुमाली देवी की होनहार पुत्री हैं. 18 मार्च 1996 को जन्मी शिप्रा की प्रारंभिक शिक्षा मधेपुरा के आनंद मार्ग स्कूल से हुई जबकि इन्होने वर्ष 2011 में जिला मुख्यालय के केशव कन्या उच्च विद्यालय से 71.6% अंकों से उत्तीर्ण की. स्थानीय टीपी कॉलेज से आई. एस-सी. 79.2% से पास कर इसनें खुद को टॉपरों की सूची में शामिल करवा लिया. इसके बाद जंतु विज्ञान से बी. एस-सी. (71% अंक) की और वर्तमान में एम. एस-सी. प्रथम सेमेस्टर की छात्रा हैं.

शिप्रा निधि का झुकाव जब कम्प्यूटर शिक्षा की आवश्यकता की तरफ हुई तो उसने मधेपुरा के समिधा ग्रुप में वर्ष 2014 में बेसिक कोर्स में दाखिला लिया. डीसीए के बाद वर्ष 2015 में समिधा ग्रुप से ही वेब डिजायनिंग का कोर्स करने के बाद शिप्रा निधि ने वर्ष 2017 में KYP में दाखिला लिया और आज इस उल्लेखनीय सम्मान की हकदार बनी.

मधेपुरा टाइम्स के बात करते शिप्रा निधि बताती है कि अपनी इस सफलता का श्रेय वे माता-पिता के साथ समिधा ग्रुप के संचालक संदीप शांडिल्य सर को देना चाहेंगी जिनके बेहतरीन मार्गदर्शन ने आज सफलता के इस मुकाम तक पहुँचाया. कहती है इसके अलावे समिधा ग्रुप के कॉर्डिनेटर मनीष सर, लर्निंग फेसिलिटेटर सोनू सर, मुन्नी मिस, प्रियंका मिस, अजहर सर आदि का महत्वपूर्ण योगदान उनकी सफलता के पीछे है. शिप्रा के आगे का लक्ष्य सिविल सेवा में सफलता हासिल कर देश की सेवा करना है.

एस.ए.डी. इंटर कॉलेज, मधेपुरा में रसायन शास्त्र के विभागाध्यक्ष पिता शारंगधर प्रसाद यादव और मनोहर दुर्गा उच्च विद्यालय, सिंहेश्वर (मधेपुरा) में विज्ञान शिक्षिका माँ अंशुमाली देवी बेटी की लगातार सफलता से बेहद उत्साहित हैं. कहते हैं कोई भी अभिभावक यदि बेटे और बेटी में फर्क नहीं करे तो बेटियाँ उन्हें गर्व करने का मौका जरूर देंगी.

ये बदलते मधेपुरा, बदलते कोसी और बदलते बिहार की एक नई कहानी है. इलाके के कई बेटे और बेटियों ने हाल में अपनी योग्यता का जिस तरह उम्दा प्रदर्शन किया है वो सूबे की शिक्षा व्यवस्था पर लगे धब्बे को धीरे-धीरे धोने में कारगर हो रहा है. आप व्यवस्था में खोट भले ही निकाल सकते हैं, पर हमारे होनहारों की क्षमता पर प्रश्न चिन्ह लगाने से पहले आपको सौ दफे सोचने की जरूरत है.
(रिपोर्ट: आर. के. सिंह)
इन्हीं बेटियों के दम पर बरक़रार है कोसी की शान: मधेपुरा की शिप्रा निधि हुई राज्यपाल से सम्मानित इन्हीं बेटियों के दम पर बरक़रार है कोसी की शान: मधेपुरा की शिप्रा निधि हुई राज्यपाल से सम्मानित Reviewed by Rakesh Singh on July 15, 2018 Rating: 5

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