हत्या के एक मामले में मुखिया गिरफ्तार, मुखिया संघ ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग

मधेपुरा जिले के आलमनगर प्रखंड के खापुर पंचायत के मुखिया मुकेश सिंह उर्फ मुन्ना को पुलिस ने 5 माह पूर्व हुई हत्या के मामले में गिरफ्तार किया.


गिरफ्तार मुखिया मुकेश सिंह ने जहां साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगाया है, वहीं मुखिया संघ ने कहा कि राजनीतिक विद्वेष के कारण मुखिया को फँसाया गया है. इसकी उच्चस्तरीय जांच वरीय पदाधिकारी के द्वारा की जाए.

ज्ञात हो कि खापुर में पिछले 5 फरवरी को कृपाल सिंह के पुत्र 22 वर्षीय पवन कुमार की नृशंस हत्या धारदार हथियार से कर दी गई थी. जिसका शव खापुर गांव के समीप मध्य विद्यालय के पास मकई खेत से बरामद किया गया था. 

इस बावत मृतक के पिता कृपाल सिंह ने सहायक थाना रतवारा में आवेदन देकर बताया था कि मेरे पुत्र पवन कुमार को रात्रि के लगभग 9:30 बजे फोन पर गांव के ही संतोष सिंह ने अपने यहां बुलाया था. एक घंटे बाद भी जब नहीं आया तो मैं खोजने गया, तो संतोष सिंह, मिथुन कुमार सिंह एवं पूजा कुमारी पिता शंकर सिंह अपने दरवाजे पर बैठकर मेरे पुत्र पवन कुमार से बात कर रहा था. मैं अपने पुत्र से चलने को कहा तो वो बोला कि आप आगे बढ़ें, मैं आ रहा हूं. जब रात के 12:00 बज गए तो मैं अपने पुत्र कुंदन कुमार सिंह को, पवन को खोजने भेजा तो मेरा पुत्र कुंदन लौटकर आया और बोला कि उपरोक्त तीनों आदमी तीन अनजान व्यक्ति के साथ मध्य विद्यालय खापुर की तरफ से आ रहे थे. पूछने पर बोला पवन तो आधे घंटे पहले ही चला गया है. उसके बाद काफी खोज-बीन करने पर 06 फरवरी को पवन, कासव खापुर मध्य विद्यालय के नजदीक मकई के खेत में मृत मिला. मुझे पक्का यकीन है कि मेरे पुत्र की हत्या तीनों उपरोक्त व्यक्ति एवं बाहरी अनजान व्यक्ति के साथ मिलकर कर दिया है.
मृतक के पिता के आवेदन पर तीन नामजद सहित तीन अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की गई. परंतु लगभग 2 महीने के बाद  12 अप्रैल को 164 के तहत् सक्षम न्यायालय उदाकिशुनगंज में मृतक की मां लता देवी ने अपना बयान दर्ज करवाया है, जिसमें मृतक की मां ने बताया कि मृतक पवन कुमार को 05 फरवरी को फोन कर के मुखिया मुकेश सिंह बुलाए, फिर सोहन सिंह फोन किया, शबरी देवी और संतोष सिंह ने भी फोन किया था. उससे पहले सरस्वती पूजा में मेरा बेटा पवन कुमार का झगड़ा मुखिया के पिता जयकांत सिंह से हुआ था.

वहीं मृतक के पिता ने 164 के तहत् बयान में बताया है कि मुन्ना सिंह, जयकांत सिंह, सोहन कुमार, सबली देवी, रवीन कुमार, विजो सिंह, भकुल सिंह, सुलो सिंह, संतोष सिंह और कपिल देव पासवान फोन करके साबरी देवी के घर बुलाया था. अगले दिन शव बरामद हुआ. वहीं सुशीला देवी पति दिनेश सिंह ने अपने 164 के बयान में बताई है कि मुन्ना और मुकेश सिंह फोन पर पवन कुमार को बुलाया, फिर सोहन सिंह सबली देवी और संतोष सिंह उसको फोन करके घर पर मछली खाने बुलाया. 06 फरवरी के रात 9:00 बजे पवन कुमार उसके घर गया था लेकिन वह वापस नहीं आया. वहीं मनोज सिंह ने अपने 164 के बयान में बताया है कि सरस्वती पूजा के दौरान जयकांत सिंह, मेरे भतीजे पवन कुमार को धमकी दिया था. फिर 06 फरवरी को फोन करके मुकेश सिंह, सोहन सिंह, सबली देवी अपने घर मछली खाने बुलाया. उसके बाद लौट कर नहीं आया. जयकान्त सिंह ने पवन को मारकर मकई के खेत में फेंक दिया. इसमें और लोग भी शामिल थे.

इस तरह इस हत्याकांड के मामले में हत्या के 02 महीने के बाद 09 प्राथमिकी अभियुक्त बनाए गए, जिसमें खापुर मुखिया सहित अन्य  08 लोगों को अभियुक्त बनाया गया. इस बावत खापुर मुखिया मुकेश कुमार उर्फ मुन्ना ने बताया कि गांव के राजनीतिक विद्वेष के कारण जानबूझकर कुछ लोग मृतक के मां एवं पिता को बहला-फुसलाकर उनके द्वारा मुझे फंसाया गया है, जिसका वीडियो एवं ऑडियो के साथ साथ कॉल डिटेल्स मौजूद है.

इन लोगों का कहना है कि मुखिया ने फोन किया. जबकि इनके कॉल डिटेल्स में कहीं भी मेरा फोन नहीं है और 02 महीने के बाद जानबूझकर फंसाया गया.

वहीं वरीय पुलिस पदाधिकारी के द्वारा भी इस मामले में नजराना मांगा गया, जो देने में मैं असमर्थ था. इसलिए मुझे फँसाया गया. इसकी उच्चस्तरीय जांच कर मुझे न्याय मिले.

वहीं मुखिया संघ के उपाध्यक्ष मुखिया सुबोध ऋषि देव ने बताया कि राजनीतिक साजिश के तहत् एक जनप्रतिनिधि को जानबूझकर फँसाया गया है, जो सही नहीं है. इसकी उच्चस्तरीय जांच वरीय पदाधिकारी से कराई जाए, जिससे न्याय मिल सके. 
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
हत्या के एक मामले में मुखिया गिरफ्तार, मुखिया संघ ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग हत्या के एक मामले में मुखिया गिरफ्तार, मुखिया संघ ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 18, 2018 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.