वर्षों से बंद तिजोरी तो खुली, लेकिन अकूत संपत्ति का दावा नजर नहीं आया

मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति की बरसों से बंद व्यवस्थापक और रोकड़पाल की तिजोरी और अलमारी को अंचलाधिकारी कृष्ण कुमार सिंह के दिशा निर्देश पर खोला गया । 


जिसमें रोकड़पाल का एक आलमारी तथा व्यवस्थापक का एक आलमारी, एक बक्सा और एक डबल लॉक तिजोरी तोड़ा गया ।

कई महत्वपूर्ण दस्तावेज गल कर हुए बर्बाद

वर्षो से बंद आलमारी के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज के गलने से कई सवाल भी उठ रहे हैं ।  उसमें से निकले समान का लिस्ट बना कर सीओ श्री सिंह ने सामान का प्रभार प्रबंधक उदय कांत झा को दिया  तथा रोकडपाल के समान का प्रभार रोकडपाल मनोज ठाकुर को दिया गया । सामान के लिस्ट के साथ मनोज ठाकुर को 7 पन्ने का 241 सामानों की सूची सौंपी । उदय कांत झा को दो सूची एक तीन पन्ने के 103 सामान की तथा दूसरी भी तीन पन्ने की 98 सामानों की सूची के साथ सौंपा, जिसमें कई वर्षों से लंबित कई रोकड़ पंजी और बाबा के चढ़ावे का सामान निकला । इनमें कई सामान ऐसे है  जिस पर विश्वास करना मुश्किल हो रहा था कि यह यह सोना का है या पीतल का चांदी का है या खाद है ।

सीओ कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि सुनार बुला कर सोना, चांदी के समान की जांच और वजन करा कर सूचीबद्ध कर लिया जाय । वहीं कई महत्वपूर्ण कागजात गल गए ।

नहीं निकली अकूत संपत्ति


सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के कार्यालय के तिजोरी की चाभी नही मिलने पर उसे भी तोड़ा गया । जिसमें बाबा के अकूत संपत्ति निकलने की संभावना थी । तिजोरी से चांदी की समान इस प्रकार है । बडा सिक्का 77 पीस, सिक्का जोडवा 30 पीस, 50 पैसा वाला 94 पीस, 25 पैसा वाला 34 पीस, 2 अन्नी 16 पीस,  बसहा 15 पीस, झाप 03, बडा छोटा नाग 7 पीस, कछुआ 06 पीस, त्रिशूल 9 पीस,  टिकली 60 पीस, छाता 3 पीस, आंख 2 पीस, पततर 6 पीस, अर्धा, मुकुट, करनी, धुप दानी, घंटी, तार, टुकडी छोटा,  पत्ती मूर्ति छपा हुआ, दीप एक एक पीस चांदी का सामान निकला ।
सोना जैसा सामान की सूची: एक भरी दो अन्ना दो पैसा का 39 टुकडा, नथिया 5 पीस, टिकली 06 पीस, टिकली पत्ती 5,  टीका, त्रिशूल छोटा, महरमाला, दीप एक एक पीस निकला ।

कई सामान नहीं मिलने पर उठ रहे हैं सवाल

90 वर्षीय बुजुर्ग विशवेंनद्र ठाकुर ने कहा 1962 में डा. शुक्ला 100 लोगो की कमिटी बना कर आपस में चंदा कर उस समय 5 लाख का हार मैया को दिया था । जिसकी कीमत आज करोडो में है । वही मैया के मुकुट जिसे देखने लोग आते थे । जेवर और कई सारे खंडित जेवर का अता पता नहीं है ।
(रिपोर्ट: डॉ. आई. सी. भगत, उप संपादक)
वर्षों से बंद तिजोरी तो खुली, लेकिन अकूत संपत्ति का दावा नजर नहीं आया वर्षों से बंद तिजोरी तो खुली, लेकिन अकूत संपत्ति का दावा नजर नहीं आया Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 01, 2018 Rating: 5

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