मधेपुरा मंडल कारा में नहीं हैं कैदी सुरक्षित! क्या एक कैदी ने जहर खाकर किया आत्महत्या का प्रयास?


मधेपुरा जेल में बंद कैदी नहीं है सुरक्षित, जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहा है एक बड़ा सवाल? इन सवालों के कटघरे में खड़ा है जिला प्रशासन और जेल अधीक्षक अमित कुमार.


आशंका है कि आज मधेपुरा मंडल कारा में बंद एक विचाराधीन संतोष सिंह नामक कैदी ने जहर खाकर किया आत्महत्या का प्रयास. मंडल कारा अधीक्षक ने आनन् फानन में कैदी को लाया सदर अस्पताल मधेपुरा, जहाँ कैदी का चल रहा है इलाज. सदर अस्पताल चिकित्सक डॉ.जे.एस की माने तो कैदी की स्थिति बेहद नाजुक. वहीँ मंडल कारा अधिक्षक अमित कुमार
का कहना है कि कैदी के पेट में सबेरे से दर्द हो रहा था. सूचना मिलने के बाद तत्काल जेल चिकित्सक से कैदी का उपचार करवाया गया, लेकिन कैदी की बिगड़ती हालत को देख जेल चिकित्सक ने कैदी को सदर अस्पताल रेफर किया. सदर अस्पताल में चल रहा है कैदी संतोष का इलाज.

ज्ञात हो कि अंतर जिला सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर गाँव का रहने वाला बताया जाता है कैदी संतोष सिंह, कैदी पर पूर्व से है मधेपुरा समेत अंतर जिला सहरसा और सुपौल के राघोपुर थाना में लूट, हत्या, फिरौती एवं चोरी आदि के कई दर्जन मामले दर्ज हैं. बता दें कि हाल के दिनों में मधेपुरा मोटरसाइकिल लूट के एक मामले में कैदी संतोष को रिमांड पर लाया गया था. कैदी संतोष कुछ दिनों से मधेपुरा मंडल कारा में ही बंद था, लेकिन सूत्रों का मानना है कि आज सबेरे मधेपुरा जेल के अंदर कैदी संतोष किसी बात को लेकर खुद कीटनाशक जहर पीकर आत्महत्या करने का प्रयास कर रहा था.


पूरे घटनाक्रम में अहम् सवाल तो ये है यदि जहर खाने की बात की पुष्टि होती है तो आखिर कैदी संतोष जहर क्यों खाया, या किसी ने खिलाया? सबसे बड़ा सवाल कि जहर की बोतल जेल के अंदर कैसे गई ? ये तो गहन जांच का मामला बनता है. किन्तु शिकायत मिलने पर जेल अधीक्षक अमित कुमार ने पहले जेल के अंदर जेल चिकित्सक से कैदी का इलाज करवाया जब कैदी की हालत बिगड़ने लगी तो जेल चिकित्सक ने कैदी को तत्काल सदर अस्पताल रेफर कर दिया. जहाँ कैदी की नाजुक स्थिति में इलाज चल
रहा है. इस गंभीर मामले को लेकर जब मधेपुरा टाइम्स ने जेल अधीक्षक से सवाल खड़ा किया तो जेल अधीक्षक अमित कुमार पहले तो मामले पर भरसक पर्दा डालने का प्रयास किया लेकिन जब फिर से सवाल किया गया तो जेल अधीक्षक अमित कुमार ने कहा पहले तो कैदी की जिंदगी का सवाल है वो तो जाँच का विषय है. 

वहीँ सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ जे.एस ने बताया कि कैदी संतोष के मुँह से झाग निकलना प्रथम द्रष्टया कोई कीटनाशक जहर का प्रयोग किया है. हो सकता है फास्फोरस नामक जहर पी रखी है. बहरहाल कैदी की स्थिति बेहद ख़राब है तत्काल पाइप से जहर निकाल दिया गया है. इलाज तो चल रहा है लेकिन कैदी संतोष खतरे से खाली नहीं है.   


उधर सूत्रों के हवाले से मिल रही खबर के मुताविक मधेपुरा मंडल कारा में जेल मैनुअल के उलंघन को लेकर दो कैदी बौआ रॉय एंव बंकर रॉय ने जेल के अन्दर आज से जेल अधीक्षक अमित कुमार एवं राकेश सिंह नामक हवलदार के विरुद्ध आमरण अनशन प्रारंभ कर दिया है. बहरहाल जेल के अंदर कैदी नहीं है सुरक्षित. जेल प्रशासन पर उठ रहा है एक बड़ा सवाल. इन सवालों के कटघरे में खड़ा है जेल प्रशासन.
(रिपोर्ट: कुमार शंकर सुमन, उप संपादक)   
मधेपुरा मंडल कारा में नहीं हैं कैदी सुरक्षित! क्या एक कैदी ने जहर खाकर किया आत्महत्या का प्रयास? मधेपुरा मंडल कारा में नहीं हैं कैदी सुरक्षित! क्या एक कैदी ने जहर खाकर किया आत्महत्या का प्रयास? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 31, 2018 Rating: 5

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