‘अलविदा कहते प्रेम की गहराईयों का होता है एहसास’: स्थानान्तरण पर विदाई समारोह

मधेपुरा जिले के बिहारीगंज प्रखंड में सोमवार को ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत संचालित जीविका परियोजना में विगत 4 वर्षों से कार्यरत सामुदायिक समन्वक सारिका कुमारी का स्थानान्तरण अपने गृह जिला मधुबनी हो जाने के कारण जीविका प्रखंड कार्यालय बिहारीगंज में विदाई समारोह केक काटकर धूम-धाम से किया गया l


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रखंड परियोजना प्रबंधक श्रीमती ऋतू कुमारी ने कहा की जीविका परियोजना की हर सफलता में सारिका कुमारी का बहुत बरा योगदान रहा है जिसको भुलाया नहीं जा सकता है l अपने कार्यकाल में इन्होंने पंचायत से लेकर प्रखंड तक सभी वर्गों के समुदाय के साथ एक जैसा बर्ताव रहा है जिसका प्रतिफल है कि आज एक तरफ खुशी है कि ये अपने गृह जिला जा रही तो दूसरी तरफ गम का मातम छाया हुआ है कि सभी कर्मचारियों से बिछुड़ रही है l
वहीँ क्षेत्रीय समन्वक विनय कुमार ने कहा कि किसी भी कठिन से कठिन कार्य के प्रति जो इनकी  रूचि थी, जिसके कारण सब काम आसन हो जाता था l आज का यह समारोह विदाई का नहीं सुक्रिया अदा करने का है l मनुष्य की भावनाएं दो समय में सबसे पवित्र होती है ,एक तो जब वो किसी से मिलता है और दूसरा जब वह उससे अलग होता है. दूसरी ओर सामुदायिक समन्वक सोनी कुमारी ने कहा कि इनके साथ कम करने में हमलोगों को एक परिवार जैसा लग रहा था केवल अलविदा कहते हुए ही हमें अपने प्रेम की गहराईयों का एहसास होता है l

समारोह में सामुदायिक मन्वक क्रांति देवी, जुली कुमारी, लेखापाल अन्नू कुमारी, नुपुर नैना, विजय, उदय कुमार, प्रभाष, त्रिलोक, दिलीप, चन्द्र प्रकाश, मुकेश कुमार, सुमन, मितु देवी, सुनीता देवी, सविना खातून, संक्रिया देवी, बबिता देवी, रीना देवी, वीणा देवी, अंजू देवी सहित सैंकड़ों दीदी मौजूद थे l
(ए. सं.)
‘अलविदा कहते प्रेम की गहराईयों का होता है एहसास’: स्थानान्तरण पर विदाई समारोह ‘अलविदा कहते प्रेम की गहराईयों का होता है एहसास’: स्थानान्तरण पर विदाई समारोह Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 02, 2018 Rating: 5
Powered by Blogger.