किसी देश की खूबसूरती उसके बच्चों से होती है । बच्चे देश के पुष्प हैं।
उन्हें खिलने एवं विकसित होने का समुचित अवसर एवं वातावरण मिलना चाहिए।
कुलपति
प्रोफेसर डॉ. अवध किशोर राय ने मंगलवार को स्थानीय किरण पब्लिक स्कूल में आयोजित
समारोह के उद्घाटनकर्ता के रूप में उपरोक्त बातें कही ।
कार्यक्रम का आयोजन देश के
प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस (बाल दिवस) के उपलक्ष्य में किया
गया था।
कुलपति ने कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं। हमें अपने भविष्य संवारने की
हरसंभव कोशिश करनी चाहिए। सभी जाति एवं धर्म के बच्चों को समान एवं गुणवत्तापूर्ण
शिक्षा मिलनी चाहिए। बच्चे सूर्य की पहली किरण हैं। यह किरण जितनी फैलेगी हमारे
समाज एवं राष्ट्र में उतना ही उजाला फैलेगा। हमारे विकास का पथ प्रदर्शित होगा।
कुलपति ने कहा कि प्राचीन काल में हमारा देश विश्वगुरू था। हमारे विक्रमशिला
विश्वविद्यालय, नालंदा
विश्वविद्यालय एवं तक्षशिला विश्वविद्यालय में दुनिया भर के विद्यार्थी अध्ययन एवं
प्रशिक्षण हेतु आते थे। लेकिन आज हम शिक्षा के क्षेत्र में पिछड गये हैं। हमें इस स्थिति को बदलना है और भारत
को पुनः विश्वगुरु की प्रतिष्ठा दिलानी है। इसके लिए हमारे युवाओं को आगे आने की
जरूरत है।
कुलपति ने युवाओं एवं बच्चों से अपील की कि वे पढ़ाई को एक तपस्या के रूप में
लें। अपने लक्ष्य निर्धारित करें और उस पर दृढप्रतिज्ञ होकर आगे बढ़ें। विचलनों को
रोककर चित्त को एकाग्र करें। न केवल शारीरिक एवं मानसिक वरन् नैतिक एवं आत्मिक रूप
से भी मजबूत बनें।
कुलपति ने कहा कि विवेकानंद, गाँधी, नेहरू एवं कलाम आदि सभी महापुरुषों का एक ही सपना था एक सबल,
सक्षम एवं समृद्ध भारत का निर्माण। इस सपने को पूरा करने की
जिम्मेदारी हमारे युवाओं पर है। हमारे युवा इस सपने को साकार करने हेतु संकल्प
लें। वे याद रखें कि सपने वे नहीं हैं, जो हम रात में बंद आँखों से देखते हैं,
बल्कि सपने वे हैं, जिन्हें हम दिन में खुली आँखों से देखते हैं। इस सपने को
पूरा किये बगैर हमें न तो नींद आती है और न ही चैन मिलता है।
इस अवसर पर जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि हमारे बच्चे प्रेय
(रूचिकर) का नहीं, बल्कि श्रेय (हितकर) का चुनाव करें।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अमन प्रकाश ने कहा कि इस विद्यालय के बच्चों ने
विभिन्न क्षेत्रों में आपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। हाल ही में विद्यालय का
चयन राष्ट्रीय स्तर पर अटल टेंकरिंग लैब के लिए भी हुआ है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशिका किरण प्रकाश ने किया और संचालन उप प्राचार्य
किशोर कुमार ने किया।
इस अवसर पर सुधीर कुमार सिंह, राजन मिश्र, प्रबाल झा, सुशान्त कुमार गुड्डू, शिव नारायण यादव, विश्वनाथ विवेका, सी. एस. पाण्डेय, धर्मावती पाण्डेय,
मुकेश झा, गोपाल कृष्णा, विनोद कुमार, अब्बास, अजय कुमार, रेशमी कुमारी आदि
उपस्थित थे।
इसके पूर्व कुलपति एवं अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का
उद्घाटन किया। कुलपति एवं अतिथियों का अंगवस्त्रम् एवं पुस्पगुच्छ देकर स्वागत
किया गया। विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गान प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर विद्यालय के दर्जनों बच्चों ने साइंस प्रदर्शनी लगाई थी। इनमें
मीनी,
अनुष्का, जिया, सोफिया, गौतम, ओम प्रभाकर, आकृति, डेजी कुमारी, मो. गुफरान खान, अनिषा, रितु, रूची आदि के नाम
शामिल हैं। प्रदर्शनी में उर्जा संकट से बचने, प्रदूषण दूर करने आदि से संबंधित प्रोजेक्ट लगाये गये थे।
कुलपति ने सभी प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चों को सलाह दी कि वे
अपने देश एवं आधुनिक युग की जरूरतों के अनुरूप प्रोजेक्ट बनाएँ। प्रोजेक्ट हेतु
चयनित विषय की पूरी जानकारी प्राप्त करें और उसमें कुछ नया करने की कोशिश करें।
‘पढ़ाई को एक तपस्या के रूप में लें’: बाल दिवस पर कुलपति किरण पब्लिक स्कूल में
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 14, 2017
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