‘लक्ष्मी घर, दरिद्र बाहर’: दीपावली में रौशन हुए शहर और गाँव

रौशनी के त्यौहार दीपावली में मकान और दूकान जगमग हो चुके हैं. क्या शहर, क्या गाँव, दीये और झालरों से घर-बाहर हर जगह की खूबसूरती बढ़ चुकी है.

मधेपुरा जिला मुख्यालय में भी लोगों में दीपावली को लेकर खासा उत्साह है और हर वर्ष की भाँती लोगों ने घर और आसपास की सफाई का ध्यान रखा तथा शाम ढलते ही दीये और बिजली द्वारा प्रदत्त रौशनी से अपने घरों को रौशन किया.

मधेपुरा में फिर इस वर्ष भी बड़े भवनों पर की सजावट में चायनीज झालरों का महत्वपूर्ण योगदान देखने को मिला. घरों में महिलाओं और पुरुषों ने दीपावली पर माँ लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की और मंदिरों में भी जाकर कईयों ने पूजा की. गांवों से भी परंपरागत तरीके से दीपावली मनाने की सूचना है. कई जगह परंपरागत ‘हुक्का-पाती’ भी खेले गए और ‘लछमी घर, दलिद्दर बाहर’ (लक्ष्मी घर, दरिद्र बाहर) की कामना की गई. कई जगह घरों और दुकानों के बाहर खूबसूरत रंगोलियाँ भी बनाई गई.

शहर में पटाखों का शोर रह-रहकर गूंजता रहा. लोग अपने इष्ट-मित्र के घर जाकर बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेते दिखे. हालाँकि दूर रहने वाले अधिकतर शहरी लोग व्हाट्स-अप और फेसबुक पर मैसेज भेजकर ही अपनों को शुभकामनाएं दी.

दीपावली को लेकर मधेपुरा जिले भर में कहीं से कोई अप्रिय घटना के समाचार नहीं हैं.

मधेपुरा टाइम्स के पाठकों को भी दीपों के त्यौहार ‘दीपावली’ की हार्दिक शुभकामनाएं.

(नि. सं.)
‘लक्ष्मी घर, दरिद्र बाहर’: दीपावली में रौशन हुए शहर और गाँव ‘लक्ष्मी घर, दरिद्र बाहर’: दीपावली में रौशन हुए शहर और गाँव Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 19, 2017 Rating: 5
Powered by Blogger.